न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत हायर एजुकेशन में काफी बदलाव देखने को मिल रहे हैं. अब टे्रडिशनल से ज्यादा प्रोफेशनल कोर्सेज पर ध्यान दिया जा रहा है.


गोरखपुर (ब्यूरो)।इसी के तहत दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी के डिपार्टमेंट ऑफ साइकोलॉजी में दो नए पीजी डिप्लोमा प्रोग्राम स्टार्ट किए जा रहे हैं। इसमें गाइडेंस एंड काउंसिलिंग और ह्यूमन रिर्सोस मैनेजमेंट शामिल हैं। इसमें कॅरियर काउंसिलर्स से लेकर कंपनीज के लिए एचआर तैयार किए जाएंगे। एक साल का होगा कोर्सपीजी डिप्लोमा इन गाइडेंस एंड काउंसिलिंग और ह्यूमन रिर्सोस मैनेजमेंट प्रोग्राम एक साल का होगा। इन दोनों में कुल 30 सीटें हैं। इसमें दो सेमेस्टर की पढ़ाई के साथ ही स्टूडेंट्स के लिए समर इंटर्नशिप की भी व्यवस्था होगी। ट्रेन किए जाएंगे काउंसलरगाइडेंस एंड काउंसिलिंग प्रोग्राम के तहत स्टूडेंट्स को काउंसिलिंग करने की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसमें इमोशनल स्टे्रस, पारिवारिक तनाव, डिप्रेशन, कॅरियर काउंसिलिंग, बिजनेस गाइडेंस, मैरिज इशूज से संबंधित समस्याओं से निपटने के तरीकों के बारे में बताया जाएगा। पीजी डिग्री वालों को मिलेगा एडमिशन


इन दोनों डिप्लोमा कोर्सेज में एडमिशन लेने के लिए स्टूडेंट्स के पास मिनिमम 45 परसेंट के साथ पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्र्री होनी चाहिए। उसमें एमए या एमएससी साइकोलॉजी, एमएड, एमए एजुकेशन या साइकोलॉजी, एमए या एमएससी होम साइंस, एमबीए मुख्य सब्जेक्ट के रूप में होना अनिवार्य है। इंडस्ट्री में है डिमांड

डिपार्टमेंट ऑफ साइकोलॉजी की एचओडी और प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर प्रो। अनुभूति दुबे ने बताया की इस वक्त हर जगह काउंसिलर्स की जरूरत है। खास तौर से अगर किसी के पास डिग्री नहीं है तो वह साइकोलॉजिकल काउंसिलिंग नहीं कर सकता। यह दोनों प्रोग्राम एनईपी के तहत शुरू किए जा रहे हैं। आज के समय में हर कंपनी में एचआर की डिमांड है।

Posted By: Inextlive