Gorakhpur University : डीडीयूजीयू में अव्यवस्थाओं पर फूटा गुस्सा, वीसी आवास पर शोरशराबा
गोरखपुर (ब्यूरो)।कैंपस से लेकर हॉस्टल तक समस्याएं हैं। इस भीषण गर्मी में स्टूडेंट्स पीने के पानी को लेकर तरस रहे हैं। एग्जाम तो हो रहे हैं, लेकिन रिजल्ट का कोई पता नहीं है। हॉस्टल में मेस बंद है और पीने के लिए पानी नहीं है। इसको लेकर आरपी शुक्ल हॉस्टल के स्टूडेंट्स ने बुधवार की शाम वीसी आवास के बाहर प्रदर्शन किया। हॉस्टल में समस्याओं का अंबार
यूनिवर्सिटी के हॉस्टल्स में इस समय कुछ ठीक नहीं चल रहा। स्टूडेंट्स फीस जमा करके खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि वहां उन्हें न तो पीने का पानी मिल रहा है और न ही भोजन। मेस का पैसा पहले ही जमा करा लिया गया लेकिन कुछ दिन चलने के बाद वह बंद हो गया। अब पेमेंट करने बावजूद स्टूडेंट्स को खुद से खाना बनाकर पढ़ाई करनी पड़ रही है। यही नहीं हॉस्टल में इस समय गंदगी का अंबार है। टॉयलेट इतने गंदे हैं कि उसमें किसी को भी जाने की हिम्मत नहीं हो रही। बिजली की व्यवस्था ये है कि पंखे तो चल रहे हैं लेकिन हवा नहीं दे रहे क्योंकि लाइट ही एक फेस की आ रही है। स्टूडेंट्स का कहना है कि उन्होंने कई बार वार्डेन से इसकी शिकायत भी की, लेकिन उसका कोई हल नहीं निकला। हॉस्टल में बिजली, पानी, मेस और सफाई की व्यवस्था बहुत ही खराब है। हम लोग को फीस देने के बाद भी मूलभूत सुविधाओं के लिए जूझना पड़ रहा है।
सुप्रीटेंडेंट का लिया इस्तीफा यूनिवर्सिटी के मीडिया एवं जनसंपर्क कार्यालय की ओर से विज्ञप्ति जारी कर बताया गया कि 'आरपी शुक्ला हॉस्टल के छात्रों द्वारा पानी, बिजली और सफाई की समस्या के लिए कुलपति आवास के बाहर प्रदर्शन को यूनिवर्सिटी प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। यूनिवर्सिटी प्रशासन एमबीए, बीसीए, बीए एलएलबी, इंजीनियरिंग तथा कृषि विभाग के उन छात्रों के खिलाफ कार्यवाही करने जा रही है जो अपनी समस्याओं को बिना कोऑर्डिनेटर्स तथा डीन को बताए सीधे कुलपति आवास पर प्रदर्शन करने पहुंच गए। इसके साथ ही छात्रों की समस्याओं पर ध्यान नहीं देने के लिए कोऑर्डिनेटर्स तथा डीन को नोटिस देने का निर्देश दिया गया है। इस संदर्भ में आरपी शुक्ला हॉस्टल के सुप्रीटेंडेंट से अपना कार्य सुचारू रूप से सम्पन्न नही किये जाने पर कुलपति के निर्देशानुसार उनका इस्तीफा ले लिया गया है.Ó हॉस्टल में एक महीने से मेस बंद है। फीस देने के बाद भी हमें खुद भोजन बनाना पड़ रहा है। इस भीषण गर्मी में कहीं भी पीने का पानी नहीं है। शुभम गोविंद राव, स्टूडेंट
धीरज यादव, स्टूडेंटमेस एक महीने से बंद है। पूरे हॉस्टल में पीने का पानी नहीं है। टॉयलेट में गंदगी है। पंखे भी सही से नहीं चलते हैं। इन सभी समस्याओं को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन मौन है।कृष्णा गोविंद राव, स्टूडेंट