गोरखपुर यूनिवर्सिटी के नाथ चन्द्रावत और संत कबीर छात्रावास में 17 अगस्त की रात हुई ताबड़तोड़ फायरिंग और आगजनी के मामले में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने घटना में शामिल छात्रों के निलंबन की प्रक्रिया शुरू कर दी है. उसमें शामिल छात्रों को चिन्हित किया जा रहा है. वहीं इसमे शामिल एक छात्र को पुलिस अरेस्ट कर चुकी है. बाकि तलाश कर रही है.


गोरखपुर (ब्यूरो).यूनिवर्सिटी प्रशासन ने छात्रों के दो गुटों के बीच हुई उस घटना के बाद नामजद और अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराया था। हालांकि उसके बाद से ही छात्रों के निलंबित नहीं किए जाने को लेकर चर्चा चल रही थी। अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो। अजय सिंह ने कहा कि यूनिवर्सिटी में अनुशासन के लिए सख्ती बरती जा रही है। सभी विद्यार्थियों से अनुशासन बनाए रखने में सहयोग की अपेक्षा की जाती है। दो कमरों में लगा दी थी आग


डीडीयूजीयू में 17 अगस्त की रात छात्रों के दो गुटों में कहासुनी के बाद एक-एक कर नाथ चन्द्रावत छात्रावास और संत कबीर छात्रावासों के दो कमरों में आग लगा दी गई थी। इसके अलावा कुछ कमरों में तोडफ़ोड भी की गई थी। एनसी छात्रावास में ताबड़तोड़ हवाई फायरिंग भी की गई थी। घटना के बाद से ही छात्रावासी सहम गए थे। पुलिस और विवि प्रशासन के अधिकारियों ने रात में ही पहुंचकर छात्रावासियों को सुरक्षा का भरोसा दिलाया था। अब भी उस घटना की बाबत छात्रावासी कुछ बताने क लिए खुलकर तैयार नहीं हो रहे हैं। घटना के अगले दिन विवि प्रशासन द्वारा कई लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया था।

मामले की गंभीरता को देखते हुए नामजद व अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया था। छात्रावासों में घटना को अंजाम देने वाले छात्रों को चिह्नित किया जा रहा है। उनका नाम, क्लास और पूरा डिटेल मिलान करने के बाद उन्हें निलंबित किया जाएगा। प्रो। शिवाकांत सिंह, प्रभारी मुख्य नियंतायूनिवर्सिटी के हॉस्टल में आगजनी और फायरिंग की घटना में शामिल एक छात्र अरेस्ट हो चुका है। उसने अन्य युवकों के नाम बताए हैं, इसके आधार पर छापेमारी चल रही है। बहुत जल्द अन्य युवक भी पकड़े जाएंगे। शशिभूषण राय, प्रभारी, कैंट

Posted By: Inextlive