दो माह से बंद हैं स्ट्रीट लाइट्स
- आधा दर्जन पार्षदों ने पथ प्रकाश विभाग में की तालाबंदी
- तालाबंदी की सूचना पाकर पहुंचे अफसर, मांगा दो दिन का समय GORAKHPUR : नगर निगम से जनहित के काम कराने हैं तो हंगामा करना पड़ेगा। सिटी में रोज हो रहे हंगामे तो कुछ ऐसी ही मिसाल दे रहे हैं। रोड न बने या स्ट्रीट लाइट बंद मिले, हंगामा करिए काम हो जाएगा। कई बार कंप्लेंट करने के बाद भी जब गलियों की स्ट्रीट लाइट्स नहीं रिपेयर हुई तो ट्यूज्डे को आधा दर्जन पार्षद पथ प्रकाश विभाग के ऑफिस पहुंचे और ताला जड़ दिया। तालाबंदी की खबर मिलते ही अफसर नींद से जागे और स्ट्रीट लाइट्स सही करने के लिए दो दिन का समय मांगा। पार्षदों से उनके एरियाज में बंद पड़ी स्ट्रीट लाइट्स की लिस्ट मांगी गई है। नहीं होती रूटीन मरम्मतनगर निगम कार्यकारिणी की बैठक में प्रस्ताव पास किया गया था कि हर वार्ड में एक दिन पथ प्रकाश की गाड़ी और लाइनमैन की टीम जाएगी। ये टीम पार्षदों और पब्लिक की कंप्लेन पर स्ट्रीट प्वाइंट्स की मरम्मत करेगी। पार्षदों ने तालांबंदी के समय पथ प्रकाश विभाग पर आरोप लगाया कि पिछले दो माह से सिटी के अधिकांश वार्ड में पथ प्रकाश की रूटीन मरम्मत वाली नहींगई है। इसके कारण स्ट्रीट प्वाइंट बंद हैं। अगर रूटीन मरम्मत वाली गाड़ी वार्डो में जाती तो शायद सभी बल्ब जलते। तालाबंदी करने पहुंचे पार्षद प्रतिनिधि अशोक यादव व पार्षद अख्तर अहमद, विजेंद्र अग्रहरि, जुबेर अहमद, कुद्दुश अली और अमीरूद्दीन अंसारी ने कहा कि अभी उन्होंने तालाबंदी की है, अगर दो दिन में सिटी में मरम्मत गैंग नहीं दिखती है तो वे नगर निगम के मुख्य कार्यालय पर तालाबंदी करने का काम करेंगे।
हंगामे के बाद ही होता है काम नगर निगम के पथ प्रकाश विभाग के काम बहुत ही निराले हैं। यहां काम कराना हो तो पब्लिक को हंगामा करना पड़ता है, इसका अंदाजा पथ प्रकाश विभाग में हुए हंगामे को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है। यहां के कर्मचारी लाइट्स की मरम्मत करने तभी जाते हैं जब पार्षद या पब्लिक हंगामा करते हैं। पिछले साल क्0 बार से अधिक बार हंगामा हो चुका है। वार्ड नं फ्9 रायगंज में एक हाईमास्ट बंद है। वहां गाड़ी नहीं जा सकती, इसलिए उसकी मरम्मत नहीं हो पाई है। हर वार्ड में गाड़ी जाती है। पार्षदों से लिस्ट मांगकर सभी स्ट्रीट लाइट्स को सही कराया जाएगा। अशोक सिंह, जेई, पथ प्रकाश विभाग