..अभी और सुधार की जरूरत
- रेल यात्री उपभोक्ता पखवाड़ा के दौरान पैसेंजर्स ने दिए फीडबैक
- ट्रेंस में सफाई बढ़ाने और खाने की क्वालिटी सुधारने की डिमांड - स्टेशन पर सफाई से संतुष्ट दिखे पैसेंजर्स GORAKHPUR : लाखों की तादाद में रेल का सफर करने वाले पैसेंजर्स के लिए 15 दिन काफी खास हैं। इस दौरान रेलवे एडमिनिस्ट्रेशन पैसेंजर्स से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जरूरतों और प्रॉब्लम्स पर खास ध्यान दे रहा है। 26 मई से शुरू किए गए रेल यात्री उपभोक्ता पखवाड़ा में रेलवे पैसेंजर्स फीडबैक के थ्रू सुधार की कोशिश में लगा हुआ है। ट्यूज्डे से स्टार्ट हुए फीडबैक प्रॉसेस में गोरखपुराइट्स ने जहां रेलवे स्टेशन पर साफ-सफाई पर संतुष्टि जाहिर की है, वहीं ट्रेंस के फीडबैक काफी निगेटिव हैं। उन्होंने दौड़ती ट्रेंस में सफाई व्यवस्था और खाने की क्वालिटी में सुधार की जरूरत जाहिर की है। ऑल ओके एट जंक्शनगोरखपुर जंक्शन के फर्स्ट क्लास गेट पर भरवाए जा रहे फीडबैक फॉर्म में पैसेंजर्स ने अपनी राय बेबाकी से जाहिर की है। स्टेशन पर फैसिलिटी के कॉलम में पैसेंजर्स ने पॉजिटिव फीडबैक दिया है। इसके तहत जहां प्लेटफॉर्म्स पर साफ-सफाई को लेकर खुशी जाहिर की है, वहीं टॉयलेट, ड्रिंकिंग वाटर के साथ सिटिंग अरेंजमेंट और बाकी बुनियादी सुविधाओं के लिए पैसेंजर्स ने उन्हें सेंट परसेंट मार्क्स दिए हैं। इस तरह जंक्शन पर रेलवे को पैसेंजर्स की ओर से ओवर ऑल पॉजिटिव फीडबैक मिला है।
दौड़ती ट्रेंस में राहत नहीं गोरखपुर जंक्शन पर जहां पैसेंजर्स ने पॉजिटिव फीडबैक दिया है, वहीं दौड़ती ट्रेंस में उन्होंने काफी नाराजगी जाहिर की है। फीडबैक बुक पर निगाह डालें तो इसमें जहां ट्रेंस के टॉयलेट में साफ-सफाई और वॉटर फैसिलिटी को पैसेंजर्स ने खस्ता हाल बताया है। वहीं कोचेज और सीट्स को लेकर भी उनका फीडबैक निगेटिव है। यही नहीं ट्रेंस में दिए जाने वाले खाने को लेकर भी पैसेंजर्स का रिस्पांस निगेटिव ही है। उन्होंने इन सभी में सुधार के लिए कारगर कदम उठाने की डिमांड की है। जीएम से भी हुई है शिकायतचलती ट्रेंस में दी जाने वाली फैसिलिटी को लेकर वेंस्डे को पैसेंजर्स ने खुद जीएम ने शिकायत की थी। पखवाड़े के दौरान गोरखधाम में डीएलडब्लू के जीएम और गोरखपुर जीएम का कार्यभार देख रहे एके हरित ने स्लीपर कोच में फीडबैक लिया। इस दौरान एक पैसेंजर ने उनको बताया कि वह सत्याग्रह एक्सप्रेस से 14 मई को गोरखपुर आया था, उसका रिजर्वेशन एस5 में था। ट्रेन की स्टार्टिग से ही न तो उसके टॉयलेट में पानी था और न ही प्रॉपर सफाई। पूरा सफर कट गया लेकिन कोई भी सॉल्युशन नहीं मिल सका।