एसटीएफ की 'विजय' में शातिर ढेर
- उरुवा एरिया में आधे घंटे से अधिक चली मुठभेड़
- एसटीएफ की कार्रवाई में चंदन गैंग का विजय ढेरGORAKHPUR: उरुवा एरिया के नकौझा में एसटीएफ ने चंदन गैंग के इनामी बदमाश विजय को मार गिराया। करीब ख्भ् राउंड चली गोली में तीन अन्य बदमाश भी पकड़े गए। एक अन्य बदमाश गुड्डू कटाई भागने में कामयाब रहा। सैटर्डे दोपहर करीब पौने एक बजे हुई मुठभेड़ से सनसनी फैल गई। पकड़े गए बदमाशों के पास से दो पिस्टल, एक तमंचा, कारतूस, मोबाइल और दो बाइक बरामद हुई। पकड़े गए बदमाशों से गोरखपुर के साथ आसपास जिलों की पूछताछ में जुटी रही। एसटीएफ के सीनियर आफिसर्स भी मौके पर पहुंचे। करीब सात साल बाद हुई मुठभेड़ की चर्चा पूरे जिले में रही। सिरदर्द बने बदमाशों पर शिकंजा कसकर एसटीएफ ने चंदन गैंग का सफाया कर दिया है। गैंग के ज्यादातर मेंबर्स पहले ही अरेस्ट करके जेल भेजे जा चुके हैं। एसटीएफ के एसएसपी अमिताभ पाठक ने मौके का मुआयना किया।
एसटीएफ ने घेरा तो बदमाशों ने दाग दी गोलियांउरुवा एरिया में चंदन गैंग के बदमाशों के एक्टिव होने की सूचना एसटीएफ को मिली। गोरखपुर एसटीएफ और लखनऊ की टीम को लेकर सीओ विकास ने कार्रवाई शुरू की। नकैझा के पास वीआर गिरी कोल्ड स्टोरेज के पास बदमाशों के पहुंचने की सूचना मुखबिर ने दी। दो ग्रुप में बंटकर पुलिस ने बाइक सवार पांच लोगों को रोकने की कोशिश की। बाइक सवार तीन युवकों को पुलिस ने रोका तो एक युवक कूदकर भाग गया। दो को एसटीएफ जवानों ने पकड़ लिया। खुद को बचाने के लिए दूसरी बाइक पर सवार मोनू दुबे और विजय ने फायरिंग शुरू कर दी। एसटीएफ की तरफ से भी फायरिंग की गई। बाइक पर पीछे बैठे विजय के बायें पैर और पीठ में गोली लगी। हमले में घायल विजय को पुलिस ने उरुवा स्थित पीएचसी पर भेजा। वहां हालत गंभीर बताकर डॉक्टर्स ने डिस्ट्रिक्ट हास्पिटल रेफर कर दिया। दोपहर करीब दो बजकर ब्0 मिनट पर विजय को जिला अस्पताल ले जाया गया। वहां इमरजेंसी मेडिकल आफिसर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
गोलियों की तड़तड़ाहट से दहल उठे लोगएसटीएफ और बदमाशों के बीच मुठभेड़ गोलियां चलने से पब्लिक सकते में आ गई। आधा किलोमीटर की दूरी पर लोग घेरा बनाकर खड़े हो गए। फिल्मी स्टाइल में कभी इस तरफ से तो कभी एसटीएफ के जवान गोलियां दाग रहे थे। बदमाशों की तरफ से क्ख् राउंड से अधिक फायर किया गया। जवाब में एसटीएफ ने भी गोलियां दागी। करीब फ्8 मिनट तक फायरिंग होती रही। तमाशा देखने पहुंचे लोगों ने कहा कि बहुत बड़का बदमाश रहले, तब पुलिस एतना गोली चलावत रहे। घटना की सूचना पर आसपास थानों की पुलिस भी पहुंच गई। पकड़े गए तीन बदमाशों के उरुवा थाने पर ले जाया गया। बिना किसी पूछताछ के बदमाश अपनी करनी बताते रहे। अरेस्टेड बदमाशों के खिलाफ एसटीएफ ने हत्या के प्रयास, आर्म्स एक्ट और बाइक का नंबर बदल कर चलने का मुकदमा दर्ज कराया। सात साल बाद जिले में पुलिस एनकाउंटर की खूब चर्चा रही।
चंदन गैंग का इनामी था विजयपकड़े गए बदमाशों की पहचान बड़हलगंज एरिया के भरौली निवासी मोनू, उरुवा एरिया के टड़वाश्रीराम निवासी धनेष, इसी क्षेत्र के मोहदीपुर राजू के रूप मे हुई। कार्रवाई में गोली के शिकार हुए बदमाश की पहचान सहजनवां एरिया के पुंडा निवासी विजय के रूप में हुई। फरार बदमाश खलीलाबाद एरिया के चुरेठा कटाई निवासी गुड्डू है। करीब छह से साल एक्टिव विजय के खिलाफ लूट, हत्या, रंगदारी के कई मामले दर्ज थे। गोरखपुर पुलिस ने उस पर पांच हजार का इनाम घोषित किया था। दियारा के चर्चित अमरजीत यादव के गैंग से जुड़े विजय ने चंदन सिंह का दामन थाम लिया था। इसके पहले इस गैंग का जुड़ाव आदित्य सिंह और संजय यादव के साथ भी रहा है। चंदन के करीबी राणा सिंह उर्फ पिंटू के साथ मिलकर वह ताबड़तोड़ वारदात करता रहा। हाल ही में इस गैंग के सदस्यों ने गीडा में एक फैक्ट्री कर्मचारी से साढ़े चार लाख रुपए लूटे थे। पुलिस का कहना है कि उरुवा एरिया में पहलवान के घर में रहकर एक व्यापारी के मर्डर की योजना बना रहे थे। इनके निशाने पर खलीलाबाद का एक व्यक्ति था। फरार गुड्डू भी काफी शातिर है।
मौत सामने देखकर कांप उठा मोनूएसटीएफ के कमांडो शक्तिरधर दुबे, कांस्टेबल महेंद्र प्रताप सिंह और संतोष बाइक से पहुंचे। दूसरी तरफ से टीम के अन्य सदस्य पहुंचे। दोतरफा घिरने पर बदमाशों ने गोली दागी। इसके बाद एसटीएफ भी तेवर में आ गई। रुपए के लिए लोगों पर गोली दागने वाले बदमाश टिक न सके। गोली लगने के बाद विजय गिरकर तड़पने लगा। उसकी हालत देखकर मोनू फौरन टूट गया। उसे लगा कि सरेंडर नहीं किया तो गोलियों से भूना जाएगा। उसने फौरन ही हाथ उठा लिया। पुलिस ने जब उसको पकड़ा तो वह काफी देर तक कांपता रहा। अन्य दो बदमाश भी हाथ पैर जोड़कर मनुहार करते रहे। क्ख् जनवरी को इस गैंग ने अंबेडनगर जिले में रंगदारी के लिए डॉक्टर पर गोली दागी। हमले में डॉक्टर के कंधे में गोली लगी थी।
गोरखपुर जिले में ख्0 से अधिक मुकदमे, अन्य जनपदों में भी वांछित एटीएफ की मुठभेड़ में मारे गए विजय के खिलाफ गोरखपुर में करीब ख्0 मुकदमे दर्ज हैं। इसके साथ आसपास के जिलों में भी इस गैंग ने जमकर वारदात की है। पुलिस ने बताया कि खोराबार एरिया के भगत चौराहे पर रंगदारी के लिए ताड़क की जगह राजू जायसवाल और आशुतोष का मर्डर, असुरन चौक के पास एसबी मौर्या के समाधान डायग्योनिस्टक सेंटर पर फायरिंग, गीडा में साढ़े चार लाख की लूट, फोरलेन पर पिकअप चालक से भ्0 हजार की लूट, ख्7 अक्टूबर को उरुवा कसबे में धर्मेद्र जायसवाल की शॉप पर फायरिंग में एडवोकेट श्रीमंत की मौत सहित कई मामलों में इस गैंग मेंबर्स शामिल रहे। मुठभेड़ की सूचना पर गोरखपुर पुलिस के अफसर भी मौके पर पहुंचे।