- हरियाणा, पंजाब की शराब पीकर झूम रहा पूर्वाचल

- एसटीएफ गोरखपुर ने की कार्रवाई ,बरामद हुई खेप

GORAKHPUR: पंजाब और हरियाणा की शराब से पूर्वाचल झूम रहा है। शनिवार रात गोरखपुर-वाराणसी हाइवे पर गगहा एरिया में पंजाब से तस्करी कर लाई गई शराब की खेप पकड़ी गई। डीसीएम की तलाशी लेने पर एसटीएफ गोरखपुर यूनिट को कामयाबी मिली। प्लास्टर आफ पेरिस के बोरों के नीचे छिपाकर लाई 9024 बोतल अवैध शराब पूर्वाचल में खपाने की तैयारी थी। सीओ ने बताया कि बरामद 188 पेटी शराब की कीमत 15 लाख रुपए आंकी गई है।

40 प्रतिशत से अिधक फायदा

पूर्वाचल के गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, बस्ती, आजमगढ़, मऊ, महराजगंज सहित कई जिलों में पंजाब और हरियाणा की बनी शराब खप रही है। दूसरे राज्य से मॉल मंगाकर तस्कर शराब की दुकानों पर सप्लाई दे देते हैं। एक बोतल में कम से कम 40 प्रतिशत के मुनाफे के लालच में कारोबारी तस्करी करा रहे हैं। गोरखपुर जिले में अवैध शराब की खेप आने की सूचना किसी ने एसटीएफ को दी। शनिवार की रात सीओ विकास चंद त्रिपाठी की अगुवाई में टीम निकली।

तलाशी में हाथ लगी अवैध शराब

गगहा एरिया में गोरखपुर-वाराणसी हाइवे पर पुलिस ने एक डीसीएम को रोका। हरियाणा के अंबाला, दुराना निवासी ड्राइवर राकेश पाल ने पुलिस को बताया कि 120 बोरी प्लास्टर ऑफ पेरिस पहुंचाने का आर्डर मिला था। लेकिन उसकी बातों को नजरअंदाज करते हुए एसटीएफ ने डीसीएम की तलाशी ली। डीसीएम में पीओपी के बोरों के नीचे छिपाकर रखी 188 पेटी शराब मिली। पुलिस ने ड्राइवर और उसके साथ मौजूद पंजाब प्रांत के होशियारपुर, गर्दीवाला, सकराज निवासी बलजिंदर को पकड़ लिया। दोनों ने बताया कि आर्डर मिलने पर वह लोग शराब की खेप लेकर गोरखपुर आए थे।

बांसगांव का रामसरन कराता तस्करी

पुलिस की जांच में सामने आया कि अवैध शराब की खेप पहुंचाने के चक्कर में पहले भी राकेश पाल पकड़ा जा चुका है। होली के पहले पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था। जमानत पर छूटने के बाद वह फिर से धंधे में लग गया। राकेश पाल ने पुलिस को बताया कि बांसगांव का रामसरन प्रजापति शराब मंगाकर सप्लाई देता है। पिछली बार भी उसने ही अवैध शराब मंगाई थी। उसके खिलाफ एसटीएफ ने मुकदमा दर्ज कराया था। लेकिन लोकल पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर सकी।

सिर्फ पंजाब में बिक्री की इजाजत

एसटीएफ ने बताया कि बरामद शराब की सिर्फ पंजाब में बिक्री के लिए हैं। लेकिन उनको गलत तरीके से यूपी में बेचने के लिए लाया गया था। डीसीएम, 188 बोतल शराब, 120 बोरी प्लास्टर आफ पेरिस और तीन मोबाइल फोन पुलिस ने कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है।

वर्जन

शराब तस्करी के मामले में गगहा थाना में केस दर्ज कराया गया है। पिछली बार भी रामसरन का नाम सामने आया था। उसे मुकदमे में वांटेड किया गया था। लेकिन पुलिस उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर सकी।

विकास चंद्र त्रिपाठी, सीओ, एसटीएफ, गोरखपुर

Posted By: Inextlive