नो कैश तो नहीं परवाह, ऑनलाइन कीजिए दान
- खिचड़ी मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के गुर सिखा रहे बैंकर्स
- मेले में दो बैंकों ने लगाए हैं स्टॉल, तीन दिन में साढ़े 5 हजार से अधिक श्रद्धालुओं को किया गया जागरूक GORAKHPUR: गोरखनाथ मंदिर में चल रहे खिचड़ी मेले में पहुंचने वाले श्रद्धालु गुरु गोरक्षनाथ का आशीष तो पा ही रहे हैं, साथ ही ऑनलाइन पेमेंट का हुनर भी सीख रहे हैं। मेले में दो बैंकों ने अपने स्टॉल लगा रखे हैं जो श्रद्धालुओं को बता रहे हैं कि वे कैशलेस के जरिए कैसे मंदिर को अपना दान दे सकते हैं। इसके साथ ही उन्हें ई ट्रांजैक्शन, ऑनलाइन शॉपिंग के लिए भी जागरूक कर रहे हैं। तीन दिन में ही इन स्टॉल्स पर करीब साढ़े 5 हजार श्रद्धालुओं को जानकारी देने का दावा किया जा रहा है। इन्होंने लगा रखा है स्टॉलखिचड़ी मेले में एसबीआई और यूबीआई की तरफ से स्टॉल लगाए गए हैं। इन दोनों स्टॉल्सं पर 14 जनवरी से लेकर अब तक हजारों श्रद्धालुओं को मोबाइल बैकिंग की जानकारी दी जा चुकी है। श्रद्धालु भी उत्सुकता से ऑनलाइन शॉपिंग व ट्रांजैक्शन के संबंध में जानकारी लेते नजर आ रहे हैं। खासकर, गांव-देहात से पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को इन स्टॉल्स से जानकारी मिल रही है।
इन बातों की दे रहे हैं जानकारी
- मंदिर में ऑनलाइन दान - मोबाइल फोन और टैब्लेट के लिए कौन-कौन से बैंकिंग ऐप - सुरक्षित, सुविधाजनक एवं त्वरित आईएमपीएस (तत्काल भुगतान सेवा) - प्रतिदिन दो लाख रुपए तक का निधि अंतरण तुरंत - मोबाइल से खाता, मोबाइल से मोबाइल में निधि अंतरण - तत्काल मोबाइल रिचार्ज - बैलेंस जानकारी व मिनी स्टेटमेंट - चेक बुक अनुरोध, भुगतान रोकने की सुविधा - डेबिट कार्ड का यूज ---------- यूबीआई हेल्प लाइन (टोल फ्री) 1800222244, 18002082244 ---------- एसबीआई दे रहा जानकारी - मेरा मोबाइल मेरा बैंक (फॉर बडी) - इसे अपने डेबिट कार्ड के साथ या नेट बैकिंग के जरिए कैसे लिंक करें - फंड ट्रांसफर कैसे करें - बैलेंस कैसे जानें - कैश जमा करना या निकालना - बैंक ट्राजैक्शन इतने लोग किए गए जागरूक एसबीआई स्टॉल- 3500 यूनियन बैंक स्टॉल- 2000 कोट्स ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के बारे में कई ऐसी जानकारी मिली जो मुझे नहीं पता थी। निश्चित तौर पर इसका फायदा मुझे मिलेगा। रजनीश द्विवेदी, श्रद्धालु मोबाइल बैकिंग से कैसे हम ई-ट्रांजैक्शन कर सकते हैं, इसकी जानकारी मुझे दी गई। इसका यूज करूंगा। अजय कुशवाहा, श्रद्धालु