Gorakhpur News : बंगाल में भी फर्जी एकेटीयू, सारे राज खोलेगी एसआईटी
गोरखपुर (ब्यूरो)। दूसरे ही दिन इसी संस्था की तरह ही बंगाल से भी मेडिकल एंड पैरा मेडिकल साइंस संस्था संचालित करने की बात सामने आई है। पुलिस की जांच में आया है कि यह भी पूरी तरह से फर्र्जी है। इस संस्था ने भी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में फ्रेंचाइजी भी दे दी है। इसमें भी छात्रों से वसूली करने के साथ ही उनके भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है। मामला संज्ञान में आने के बाद एसएसपी डॉ। गौरव ग्रोवर ने एएसपी मानुष पारिक की अगुवाई में पांच सदस्यीय एसआईटी गठित कर दी है। अब एसआईटी जांच को पूरा कर कार्रवाई करेगी।आगरा का जालसाज गोरखपुऱ में अरेस्ट
जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने आगरा के शाहगंज थाना क्षेत्र के 15 गणेश नगर सुचेता निवासी और अब्दुल कलाम इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के संचालक पंकज पोरवाल को गिरफ्तार कर फर्र्जीवाड़ा का पर्दाफाश किया है। इसके बाद ही पुलिस ने संचालक को कोर्ट में पेश कर 14 दिन के रिमांड की मांग की थी। न्यायालय से रिमांड मिलने के बाद पुलिस आरोपी पंकज पोरवाल को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पूछताछ और पत्रावली की जांच में पुलिस को सुराग मिला है कि बंगाल में भी इसी तरह से एनजीओ का पंजीकरण कराकर इसी तरह की जालसाजी की जा रही है।
बंगाल में भी आगरा के जालसाज एक्टिवजब अब्दुल कलाम संस्था पर किसी को संदेह होता था तो यही पंकज अपने लोगों से बंगाल वाली संस्था का परिचय दिलवा देता था। जिसके बाद रुपयों की लालच में लोग उस संस्था से संपर्क साधते थे। हालांकि, दोनों संस्थाओं का तालमेल है या नहीं, इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। पुलिस अब पंकज के बताए गए जानकारी के आधार पर जल्द ही आगरा जाने की तैयारी में है। आगरा के कार्यालय में जाकर पुलिस दस्तावेज और लैपटॉप से जांच करेगी, ताकि और आगे की जानकारी हासिल कर कार्रवाई की जा सके।एसआईटी खोलेगी राजउधर, एसएसपी ने एसएसपी (ट्रेनी आईपीएस) मानुष पारिक की देखरेख में पूरे प्रकरण की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी है। बताया जा रहा है कि इसमें विवेचना करने वाले एसआई, क्राइम ब्रांच के निरीक्षक को भी शामिल किया गया है। अब पूरे प्रकरण की जांच एसआईटी कर इसकी परत दर परत खोलेगी।यह है मामला
आगरा में मुख्यालय बनाकर प्रदेश के 14 जिलों में फर्र्जी पैरामेडिकल कॉलेज खोलकर छात्रों से 20 करोड़ से अधिक की जालसाजी करने के आरोपी संचालक पंकज पोरवाल को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार किया है। वर्ष 2013 से अब तक करीब आठ सौ छात्रों से जालसाजी का मामला सामने आया है। फर्र्जी फ्रैंचाइजी देकर जालसाजी करने का मामला बड़ा है। आर्थिक के साथ ही बच्चों के भविष्य से खिलावाड़ होने की वजह से पुलिस इस पूरे प्रकरण की गंभीरता से जांच कर रही है। एएसपी मानुष पारिक की देखरेख में जांच के लिए एसआईटी भी गठित कर दी गई है। जांच और साक्ष्य के आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।डॉ। गौरव ग्रोवर, एसएसपी