नहीं बढ़ पाएगी राप्तीनगर सब स्टेशन की क्षमता!
- स्पोर्ट्स कॉलेज ने एक पोल लगाने पर लगाईरोक
- कई बार बिजली विभाग स्पोर्ट्स कॉलेज को लिख चुका है पत्र GORAKHPUR: अगर आपके घर राप्तीनगर सब स्टेशन से बिजली सप्लाई हो रही है, तो आपके लिए यह खतरे की घंटी है। स्पोर्ट्स कॉलेज के अड़ंगे की वजह से अब इस सब स्टेशन की क्षमता बढ़ाने की योजना पर फुलस्टॉप लग गया है। पोल न लगने की वजह से सब स्टेशन का लोड नहीं बढ़ पाएगा और इस गर्मी गोरखपुराइट्स को भीषण बिजली कटौती का सामना करना पड़ सकता है। पोल लगाने के लिए बिजली विभाग कई बार स्पोर्ट्स कॉलेज को पत्र लिख चुका है, लेकिन जिम्मेदारों ने अब तक इसके लिए हामी नहीं भरी है। इंतजार में बिजली विभागराप्तीनगर सब स्टेशन पर बिजली फर्टिलाइजर स्थित मेन सब स्टेशन से आती है। फर्टिलाइजर से राप्तीनगर सब स्टेशन पर बिजली आने वाली अभी केवल एक लाइन है, लेकिन छह माह पहले इस लाइन को डबल करने की योजना बनी। उसके बाद फर्टिलाइजर से लेकर राप्तीनगर सब स्टेशन तक के लिए सप्लाई के लिए नक्शा बनाया गया। इसमें एक पोल स्पोर्ट्स कॉलेज के एक मीटर अंदर जा रहा था। इसी पोल को लेकर जब यहां के एसडीओ वाईके चतुर्वेदी और जेई संतोष चौधरी जब कॉलेज मैनेजमेंट के जिम्मेदारों से मिले तो उन्होंने भविष्य में योजना की बात कहकर जमीन देने से मना कर दिया। उनका कहना है कि हम लोगों के यहां कोई भी कार्य सचिव के आदेश पर होता है। उनसे परमिशन ली जाएगी, पिछले तीन माह से इस पोल की जमीन के परमिशन के इंतजार में राप्तीनगर सब स्टेशन के जिम्मेदार बैठे हुए हैं।
ओवरलोड है सब स्टेशन राप्तीनगर सब स्टेशन से शहर में बशारतपुर, एचएन सिंह चौराहा, कृष्णा नगर एल्यूमिनियम फैक्ट्री, फातिमा हास्पिटल, राप्तीनगर पूरे एरिया में बिजली सप्लाई होती है। एसडीओ वाईके चतुर्वेदी का कहना है कि इस सब स्टेशन से लगभग दो लाख लोग जुडे़ हैं। राप्तीनगर सब स्टेशन पर जिन तारों से बिजली सप्लाई होती है, उसमें से 35 प्रतिशत ओवरलोडेड हैं। इसलिए मई और जून माह की शाम के समय एक फीडर को बंद रखना पड़ता है। ऐसे में अगर दूसरी लाइन बिछ जाती तो सभी फीडर पर एक साथ बिजली सप्लाई हो सकती है। स्पोर्ट्स कॉलेज को कई बार पत्र लिखा गया है, लेकिन अब तक जमीन नहीं मिल सकी है। हम कॉलेज प्रशासन को लिखित आश्वस्त कराने को तैयार हैं कि पोल लगने से कॉलेज को कोई नुकसान नहीं होगा, फिर भी वह तैयार नहीं हैं।वाईके चतुर्वेदी, एसडीओ, राप्तीनगर