- सिटी के यूनिवर्सिटी डाकघर और पीएसी उप डाकघर में रजिस्ट्री के लिए लगाने पड़ते हैं चक्कर

- रजिस्ट्री और स्पीड पोस्ट न होने से डाक कर्मी लोगों को दूसरे डाकघर के लिए करते देते हैं रेफर

GORAKHPUR: हाईटेक सुविधा देने का दावा करने वाले डाक विभाग में कोई बड़ा सुधार होता नहीं दिख रहा है। सिटी के दो डाकघर ऐसे हैं जहां रजिस्ट्री और स्पीड पोस्ट के लिए आने वाले लोगों को दूसरे डाकघर के लिए भेज दिया जाता है। ऐसा हम नहीं बल्कि यहां स्पीड पोस्ट और रजिस्ट्री करने के लिए आने वाले लोगों का कहना है। हालांकि इसकी जांच-पड़ताल के लिए आई नेक्स्ट टीम ने इन दो उप डाकघर का जायजा लिया तो मामला कुछ और ही निकला।

आज भी है रजिस्ट्री और स्पीड पोस्ट करने का चलन

एक तरफ जहां तमाम इंस्टीट्यूट ने ऑनलाइन आवेदन से लेकर एग्जाम तक की सुविधाएं शुरू कर दी हैं। वहीं आज भी सरकारी दस्तावेज लोकल या फिर दूसरे शहर में भेजने का चलन आज भी है। कई सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं में तो बिना रजिस्ट्री के डाक्यूमेंट्स एक्सेप्ट ही नहीं किए जाते हैं। ऐसे में यूनिवर्सिटी चौराहे का महत्वपूर्ण उप डाकघर अक्सर बदहाली के कगार पर रहता है। जबकि यहां यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले और सिविल लाइंस स्थित तमाम संस्थान के लोगों को रजिस्ट्री और स्पीड पोस्ट करने की जरूरत पड़ती है। लेकिन कंप्यूटर में टेक्नीकल प्राब्लम बताकर लोगों को दूसरे डाकघर के लिए भेज दिया जाता है।

अक्सर रहती है इनके कंप्यूटर में प्राब्लम

बता दें, सिविल लाइंस स्थित मेन डाकघर से आपरेट होने वाले सैकड़ों डाकघर को पूरी तरह से कंप्यूटराइज्ड कर दिया गया है। लेकिन पुराने कर्मचारियों को कंप्यूटर पर काम करने में असुविधा होने पर वह अक्सर कंप्यूटर में टेक्नीकल प्राब्लम बताकर लोगों को वापस कर देते हैं। यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली शालिनी बताती हैं कि यूनिवर्सिटी चौराहे का डाकघर काफी महत्वपूर्ण है। लेकिन यहां अक्सर प्राब्लम बताकर वापस कर दिया जाता है। शिकायत करने के बावजूद भी कोई फर्क नहीं पड़ता है।

प्लेस - यूनिवर्सिटी उप डाकघर

आईनेक्स्ट टीम सुबह 10 बजे जैसे ही यूनिवर्सिटी उप डाकघर पहुंची तो डाकघर पर आने वाले लोग बिना रजिस्ट्री और स्पीड पोस्ट कराए ही वापस लौट रहे थे। जब इस बाबत पोस्ट मास्टर से पूछा गया कि तो पोस्टमास्टर ने बताया कि पिछले कई सालों से यूपीएस के लिए उच्च अधिकारियों को लेटर लिखा जा चुका है। लेकिन कोई सुनने को तैयार ही नहीं है। किसी तरह से कंप्यूटर बस आपरेट कर रहा है। यूपीएस नहीं लगने के चलते अक्सर रजिस्ट्री और स्पीड पोस्ट के लिए हमें भी पब्लिक का सामना करना पड़ता है।

प्लेस - 26 वीं वाहिनी पीएसी कैंप

जब आई नेक्स्ट टीम 26 वीं वाहिनी पीएसी कैंप उप डाकघर पहुंची तो कमोबेश यही हाल रहा। रजिस्ट्री कराने आए सुरेश कुमार ने बताया कि यहां ऑफिशियल डाक्यूमेंट्स उन्हें रजिस्ट्री कराना था। लेकिन रजिस्ट्री नहीं हो सकी। कंप्यूटर में टेक्नीकल प्राब्लम बताकर अक्सर वापस लौटा दिया जाता है। यह समस्या एक दो दिन नहीं बल्कि अक्सर बनी रहती है। पोस्ट मास्टर से जब मुलाकात करने की कोशिश की गई तो वे नहीं मिले।

कंप्यूटर में जो भी खामियां आ रही होंगी उसे जल्द से जल्द दूर कराई जाएगी। रहा सवाल यूपीएस नहीं होने का तो इसकी जांच पड़ताल कराई जाएगी।

डीवी त्रिपाठी, एसएसपी, डाक विभाग, गोरखपुर

Posted By: Inextlive