विरासते शहर से रूबरू हुए गोरखपुराइट्स
- वर्ल्ड टूरिज्म डे पर कल्चरल प्रोग्राम के थ्रू की गई टूरिस्टों को लुभाने की कोशिश
- विचार गोष्ठी के साथ हुआ सांस्कृतिक प्रोग्राम का भी हुआ आयोजन GORAKHPUR: वर्ल्ड टूरिज्म-डे के मौके पर भव्य प्रोग्राम का आयोजन किया गया। टूरिज्म डिपर्टमेंट की ओर से सिटी के होटल विवेक में आर्गनाइज इस प्रोग्राम में कल्चरल प्रोग्राम पेश किए गए। जिसमें सैलानियों को भारतीय संस्कृति की झलक दिखाकर लुभाने की कोशिश की गई। इसके साथ ही इनटेक गोरखपुर की ओर से प्रकाशित किताब 'विरासत शहर-गोरखपुर' का विमोचन भी किया गया। इस प्रोग्राम के चीफ गेस्ट कमिश्नर पी गुरु प्रसाद रहे और प्रोग्राम की अध्यक्षता डीडीयूजीयू के मेडिवल हिस्ट्री के एक्स एचओडी डॉ। जयमल राय ने की। प्रोग्राम की शुरुआत दीप प्रज्जवलन कर की गई। टूरिज्म डिपार्टमेंट की अच्छी पहलप्रोग्राम में लोगों से रूबरू होते हुए कमिश्नर पी गुरु प्रसाद ने कहा कि टूरिस्ट्स को अपनी संस्कृति से परिचित कराने का सबसे बेहतर माध्यम साबित हुआ। उन्होंने कहा कि इस प्रोग्राम की थीम 'लाखों पर्यटक, लाखों संभावनाएं' एक अच्छी पहल है। अभी तक यहां आने वाले टूरिस्ट्स गोरखनाथ मंदिर और गीताप्रेस आदि के आलावा यह नहीं जानते कि गोरखपुर सिटी में और भी ऐसे प्लेसेज हैं, जोकि पर्यटन की दृष्टी से काफी बेहतर है। यह बेहद खुशी की बात है कि इस प्रोग्राम के माध्यम से इसकी शुरुआत की गई।
प्वाइंट आउट हुए 30 टूरिस्ट स्पॉट इस दौरान इंटेक गोरखपुर सह संयोजक पीके लाहड़ी ने कहा कि सिटी में 30 स्थानों को पर्यटन की दृष्टी से चिन्हित किया गया है। उन्होंने स्पॉट का नाम शेयर करते हुए बताया कि जानकारी के अभाव में सिटी के ही ज्यादतर लोग इन स्थानों के बारे में नहीं जानते। उन्होंने बताया कि इनटेक और भी ऐसे प्लेसेज को प्वाइंट आउट कर रहा है, जिन्हें टूरिस्ट स्पॉट बनाया जा सके। इस प्रोग्राम में मौजूद लोगों से उन्होंने ऐसे स्थलों के चिन्हित करने में सुझाव देने की अपील की। प्रोग्राम का संचालन डॉ। मुमताज खान ने किया। प्रोग्राम के अध्यक्ष डॉ। जयमल राय ने सिटी में चिन्हित पर्यटन स्थलों के बारे में लोगों को बताया। इन स्पॉट का किया गया सेलेक्टघंटाघर, बसंतपुर सराय, मोती जेल, रीड साहब धर्मशाला, नेहरु पार्क, प्रेमचंद निकेतन, नगर निगम पुस्तकालय, नगर निगम बिल्डिंग, जटाशंकर गुरुद्वारा, राजकीय उद्यान (व्ही पार्क), मंडल कारागार, प्राकृतिक विरासत रातगढ़ताल, सेंट जोसफ चर्च, विष्णु मंदिर की प्राचीन मूर्ति, राधाकृष्ण मंदिर, सूर्यकुंड धाम, जैन मंदिर, गंगाली काली बाड़ी, सेंट मार्क्स चर्च, बसियाडीह देवी का स्थान, बसंतपुर की संगी मस्जिद, शाही मस्जिद उर्दू बाजार, इमामबाड़ा, मुबारक खां शहीद का मकबरा, क्राइस्ट चर्च, सेंट जॉन्स चर्च, सूर्यकुंड मानसरोवर पोखरा, खाकी बाबा की समाधी और हनुमान गढ़ी शामिल है।
अन्य ऐतिहासिक स्थल सैयद सालार गाजी मसूद की मजार (बाले मैदान), सेंट एंड्रयूज कालेज, गोरखुपर क्लब, कमिश्नर आवास, कमिश्नर ऑफिस, रेलवे हेरिटेज म्यूजियम, रेलवे क्लब, रघुपति सहाय फिराक गोरखपुरी का आवास, थियोसॉफिकल स्वामी परमहंस योगानंद की जन्म स्थली, हट्ठी माता का स्थान, मुफ्तरपुर शिवमंदिर, बुढि़या माई का स्थान, जटाशंकर पोखरा और शिवमंदिर, साहबगंज का राधास्वामी मंदिर, महादेव झारखंडी, कोतवाली में कंकड़ शाह की मजार, शीशमहल मंदिर, अयोध्या दास गर्ल्स कॉलेज, रेलवे स्टेशन, दीवानी कचहरी और कोतवाली का प्रशासनिक भवन शामिल है।