बाप की चिता सजा बेटे ने तोड़ा दम
- घाट पर अंतिम संस्कार के लिए पहुंचा बड़ा वहीं हुआ बेहोश
- फैमिली मेंबर्स जिला अस्पताल पहुंचे, डॉक्टर ने किया मृत घोषित GORAKHPUR: पिता की मौत का सदमा क्या होता है, इसकी जिंदा तस्वीरें थर्सडे को देखने को मिली। बाप की चिता को सजाने के बाद बेटे का होश कुछ यूं गुम हुआ कि उसकी सांसे ही थम गई। खोराबार एरिया में पिता की मौत के बाद दाह संस्कार के लिए पहुंचा बड़ा बेटा सतीश चंद्र गश खाकर गिर पड़ा। आनन-फानन में परिजन उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मौत की खबर से अस्पताल परिसर में मातम छा गया। बाप के बाद घर से निकला बेटे का जनाजाखोराबार एरिया डागीपार निवासी 80 वर्षीय रामरतन रिटायर्ड रेलकर्मी थे। वह काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। वेंस्डे को अचानक उनकी मौत हो गई। मौत के बाद पूरा परिवार सदमे में आ गया गया। थर्सडे मार्निग लोग शव को दाह संस्कार के लिए डोहरिया घाट लेकर पहुंचे। घाट पर ग्रामीण, रिश्तेदार और आस-पास के लोग पहुंचे थे। यहां चिता सजाई जा रही है थी। बेटा सतीश चंद्र मुखाग्नी देने के बाद नेचुरल कॉल के लिए घाट से कुछ दूर आगे की ओर बढ़ा। इस दौरान उसकी हालत खराब हो गई और वह वहीं बेहोश होकर गिर पड़ा। फैमिली मेंबर्स उसे अचेत हालत में जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
दो मौतों से घर में कोहराम बाप के चिता की आग ठंडी नहीं हुई थी कि बेटे की मौत से घर में कोहराम मच गया। पत्नी मंजीता इस कदर सदमे में आ चुकी है कि वह अपने जीवन साथी की मौत को एक्सेप्ट ही नहीं कर पा रही है। वह अपने पति की ही राह तक रही है। लोग उसे काफी समझाने में लगे हैं, लेकिन वह मानने को तैयार ही नहीं है कि उसके पति अब इस दुनिया में नहीं रहे। मृतक अपने पीछे दो नन्हें नौनिहालों को छोड़ गया, जिनका हाल बेहाल है। आसपास रहने वालों ने बताया कि सतीश आटो चलाकर अपने परिवार का खर्च चलाता था। उसके दो भाई है।