खतरनाक है पॉलिथीन का यूज
GORAKHPUR: सिटी में प्रतिदिन दो हजार किलो पॉलिथीन की मांग है। जो अनेक शहरों से मंगाकर पूरी की जाती है। सिटी में प्रतिवर्ष ख्ख्,08,ख्भ्,000 पॉलिथीन बैग का इस्तेमाल होता है। एक स्टडी में पाया गया है कि ब्म्.7 प्रतिशत परिवार ब् से 7 पॉलिथीन बैग इस्तेमाल करते हैं। अगर आर्थिक आधार पर देखे तो मध्यम वर्ग द्वारा सबसे ज्यादा पॉलिथीन बैग भ्ब् प्रतिशत का इस्तेमाल किया जाता है। इसका उपयोग सुविधाजनक होने की वजह से लोग करते हैं, साथ ही मुफ्त में उपलब्ध होता है। सबसे ज्यादा फ्फ् प्रतिशत बैग सब्जी व फल खरीदने में उपयोग किए जाते हैं। जबकि ख्9 प्रतिशत बैग किराने की दुकानों से सामान लेने हेतु उपयोग किए जाते हैं, लेकिन यह आंकड़ा मनुष्य और पर्यावरण दोनों के लिए खतरनाक है। यह जानकारी मदन मोहन मालवीय टेक्नीकल यूनिवर्सिटी के इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट में 'ठोस अपशिष्ट प्रबंधन' सब्जेक्ट पर परिचर्चा के दौरान निकल कर सामने आई। यह आयोजन महानगर पर्यावरण मंच, नगर निगम और गोरखपुर एन्वायरमेंटल एक्शन गु्रप के सहयोग से किया गया। इस मौके पर इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के डॉ। गोविंद पाण्डेय, महानगर पर्यावरण मंच के पीके लाहिड़ी, महावीर प्रसाद समेत कविता सिंह, पीयूष सिंह, प्रदीप, सौरभ दुबे, संजीव कुमार, रणधीर भारद्वाज को प्राइज दिया गया।