सोशल मीडिया पर बच्चे लगातार गलतियां कर रहे हैं. जबकि इसके फायदे को वो इग्नोर कर दे रहे हैं. ऐसा इसलिए है कि सोशल मीडिया के प्रति अवेयर करने के लिए उनकी कोई क्लास नहीं चलती है.


गोरखपुर (ब्यूरो)।हर बच्चा सोशल मीडिया को अलग-अलग नजरों से देखता है। वर्तमान समय में जब सोशल मीडिया हर इंसान की जरूरत बन चुका है, तब ये बहुत जरूरी है कि बच्चों को सोशल मीडिया के फायदे और नुकसान दोनों बताए जाएं। आइए जानते हैं कि सोशल मीडिया फायदे और नुकसान क्या हैं सोशल मीडिया के फायदे1. सोशल मीडिया पर बच्चों को अनलिमिटेड सूचना का भंडार प्राप्त होता है। इसके जरिए बच्चे पढ़ाई के साथ अन्य एक्टिविटी भी जान सकते हैं।2. बच्चा सोशल मीडिया की मदद से अपना होमवर्क कर सकता है।3. क्लास छूट जाने पर वीडियो कॉल के जरिए टीचर्स से संपर्क कर अपनी पढ़ाई पुरी कर सकता है। 4. सोशल मीडिया के जरिए सकारात्मक चीजों को देखकर बच्चे अपना मनोरंजन करने के साथ अच्छे व्यवहार को भी सीख सकते हैं। 5. सोशल मीडिया पर बच्चे खुलकर बोल सकते हैं, इससे उनका आत्मविश्वास भी बढ़ता है।


6. सोशल मीडिया के जरिए नई-नई चीजों को घर बैठे सीख सकते हैं। 7. रिश्तेदारों से संपर्क बनाए रखने में मददगार।8. पढ़ाई के दौरान मूड खराब होने पर बच्चा सोशल मीडिया पर मनोरजंन वाली चीजों को देखकर कूल हो सकता है। 9. बच्चे घर बैठे सोशल मीडिया के जरिए जागरुकता अभियान चला सकते हैं।

10. सोशल मीडिया जनरल नॉलेज भी बढ़ाता है। 11. कम्युनिकेशन स्किल में बढ़ोतरी करता है।12. सोशल मीडिया के जरिए बच्चे अपनी प्रतिभा को खुलकर दिखा सकते हैं। सोशल मीडिया से बच्चों को नुकसान1. मानसिक स्वास्थ्य पर असर 2. लग सकता है नींद ना आने का रोग 3. अवसाद का कारण 4. चिंता का कारण 5. पढ़ाई-लिखाई पर प्रभाव 6. साइबर बुलिंग 7. तनाव की समस्या 8. इंटरनेट की लत 9. परिजनों से दूरी 10. समय की बर्बादी 11. हिंसक प्रवृत्ति में बढ़ोतरी 12. एकाग्रता में कमी सोशल मीडिया और इंटर का बढ़ता यूज बच्चों पर गहरा असर डाल रहा है। कोविड काल में हुई ऑनलाइन पढ़ाई ने बच्चों की लिखने और समझने की क्षमता को ही कम कर दिया। कई स्कूलों में सर्वे करने पर ये बातें खुलकर सामने आई।सीमा श्रीवास्तव, साइकोलॉजिस्ट, मनोविज्ञान सेंटरअब बहुत जरूरी हो गया है कि बच्चों को सोशल मीडिया के अच्छे और बुरे दोनों इफेक्ट के बारे में बताया जाए। अब बच्चों को सोशल मीडिया से दूर नहीं किया जा सकता है। इसलिए अवेयरनेस जरूरी है।अजय शाही, अध्यक्ष, गोरखपुर स्कूल एसोसिएशन

Posted By: Inextlive