यूपी से बिहार फैला स्मगलिंग का बाजार
- बिहार की तरफ से आने वाली ज्यादातर ट्रेनों से चल रहा है गोरखधंधा
- आरपीएफ व जीआरपी ने हर एक ट्रेन में नजर रखने के लिए बनाई है स्पेशल टीम - वैशाली एक्सप्रेस से 31 किलो चांदी के साथ पकड़ा गया गैंग का स्मगलर GORAKHPUR: बिहार और गोरखपुर से होकर जाने वाली ट्रेनों में इन दिनों स्मगलिंग फिर से शुरू हो चुकी है। यह इल्लीगल सामानों की जबरदस्त डिलीवरी की जा रही है। इस बात का खुलासा सोमवार को तब हुआ, जब बरौनी से नई दिल्ली जाने वाली वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस से 31 किलो चांदी बरामद की। बरामद किए गए माल को आरपीएफ ने जीआरपी को सुपुर्द कर दिया। बिहार से हो रही है सप्लाईस्मगलिंग का धंधा एक बार फिर जोरों पर है। बिहार के मोतीहारी, बरौनी, छपरा, नरकटियागंज से गोरखपुर होते हुए नई दिल्ली के लिए इन दिनों फिर से अवैध तरीके से सामानों की सप्लाई की जा रही है। आरपीएफ व सीआईबी से मिली जानकारी के मुताबिक, बिहार के स्मगलर्स का एक गैंग है, जो बिहार से माल लेकर चलता है। इसमें चरस, गांजा, अफीम के अलावा सोने-चांदी की खेप दिल्ली के अलावा कई अन्य शहरों को सप्लाई करता है। इसके लिए यह गैंग बिहार की तरफ से आने वाली कुछ प्रमुख ट्रेंस का इस्तेमाल करते हैं।
पकड़ने के बाद हुआ खुलासा आरपीएफ टीम ने मुखबिर की सूचना पर सोमवार की शाम 12553 वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस के जनरल बोगी से 31 किलो चांदी बरामद किया। आरपीएफ पोस्ट के प्रभारी राकेश शुक्ला ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर सर्वेश कुमार सिंघल को चांदी के साथ पकड़ा है। उसके पास से कच्ची चांदी बरामद की गई। पूछताछ के दौरान उसने बताया कि वह गोरखपुर से माल लेकर जनरल बोगी में अलीगढ़ के लिए चढ़ा था, लेकिन बीच रास्ते (गोरखपुर से बस्ती) में ही पकड़ा गया। आरपीएफ की पूछताछ में उसने बताया कि वह पिछले कई सालों से यह काम करता आ रहा है। इस खेल में कई नामचीन भी शामिल हैं। जीआरपी को किया हैंडओवरआरपीएफ प्रभारी राकेश शुक्ला ने बताया कि पकड़े गए गैंग के सदस्य को जीआरपी को हैंडओवर कर दिया गया है। सेल्स टैक्स के असिस्टेंट कमिश्नर आलोक कुमार ने जब्त की गई चांदी के रेट का खुलासा किया। इसकी कीमत 5-6 लाख रुपए बताई गई है। इसके अलावा इस पर 40 परसेंट पेनाल्टी भी लगाई जाएगी। आरपीएफ व सीआईबी की संयुक्त टीम बनाई गई है। जो स्मगलिंग के माल पर नजर रख रही है। बिहार की तरफ से आने वाली जितनी भी गाडि़यां हैं, उनकी प्रॉपर स्कैनिंग हैं।
जीआरपी कर रही है लगातार मॉनीटरिंग जीआरपी प्रभारी गिरजा शंकर त्रिपाठी के नेतृत्व में ट्रेनों में सघन चेकिंग के लिए क्यूआरटी बनाई गई है। जो बिहार की तरफ से आने वाली सभी ट्रेनों में मॉनीटरिंग कर रही है। इसके अलावा एसओजी टीम अलग से काम कर रही हैं। जो सभी ट्रेनों में औचक छापेमारी कर रही है। जीआरपी प्रभारी गिरजा शंकर त्रिपाठी ने बताया कि स्मगलिंग से संबंधित किसी भी सामान की जैसे ही सूचना मिलती है। उस ट्रेन की तत्काल प्रभाव से चेकिंग कराई जाती है। बिहार से जितनी भी ट्रेन आ रही हैं। उन सभी ट्रेनों में विशेष नजर रखी जा रही है। केस वन - तत्कालीन एसपी डॉ। के एजिल रसिल के नेतृत्व में जीआरपी टीम ने बिहार की तरफ से आने वाली ट्रेनों में ताबतोड़ चेकिंग कराई। इसमें बिहार की तरफ से आने वाली ट्रेन में कुल 37 किलो चरस बरामद हुआ। जिसकी कीमत अंतर्राष्ट्रीय मार्केट में करोड़ों रुपए बताई गई। हालांकि इसके लिए एसपी ने अपनी टीम को सम्मानित भी किया। केस टू -जीआरपी प्रभारी गिरजा शंकर त्रिपाठी के नेतृत्व में पिछले साल एसओजी प्रभारी अश्विनी राय ने टीम के साथ छापेमारी कर 15 किलो से ज्यादा गांजा पकड़ा। गांजा बिहार से लखनऊ के ले जाया जा रहा था, लेकिन बीच रास्ते में यह पकड़ा गया।
इन ट्रेनों में होती है स्मगलिंग - सत्याग्रह एक्सप्रेस - वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस - जननायक एक्सप्रेस - जनसाधारण एक्सप्रेस - जनसेवा एक्सप्रेस - शहीद एक्सप्रेस - आम्रपाली एक्सप्रेस - अवध आसाम एक्सप्रेस स्मगलिंग के खेल की जैसे ही सूचना प्राप्त हुई, वैसे ही वैशाली एक्सप्रेस में छापेमारी की गई। जनरल बोगी से 31 किलो चांदी बरामद की गई। बिहार की तरफ से आने वाली ट्रेनों में पूरी नजर रखी जा रही है। - अनिरुद्ध चौधरी, असिस्टेंट सिक्योरिटी कमिश्नर, आरपीएफ