Gorakhpur News : ट्रेड सिटी में तस्कर सक्रिय, गोरखपुर बना... तस्करी का कॉरिडोर
गोरखपुर (ब्यूरो)।यह तो जांच एजेंसियां ही जानें, लेकिन गोरखपुर की सड़कों और डिफरेंट रूट का इस्तेमाल तस्करी कॉरिडोर के तौर पर हो रहा है। तस्करी का माल गोरखपुर के रास्ते चीन, नेपाल, बांग्लादेश, हरियाणा, बिहार आ और जा रहा है। सड़कों पर पुलिस गश्त का दावा है, लेकिन अक्सर तस्करी का माल पकड़े जाने की सूचनाएं आती हैं। इसलिए तस्कर अब छोटे रास्तों का इस्तेमाल करते हैं, ताकि पुलिस की उन पर नजर न पड़े। 34 कछुओं के साथ चार तस्कर अरेस्ट
21 अप्रैल 2023 को कैंट पुलिस ने दुर्लभ प्रजातियों के कछुओं की तस्करी करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया था। तस्करों के पास से 34 कछुए मिले, जिनमें 15 जिंदा थे, जबकि 19 कछुए मर चुके थे। पकड़े गए तस्कर कछुओं को कोलकाता के रास्ते बांग्लादेश भेजने की तैयारी में थे। इससे पहले पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। इन तस्करों का जाल बिहार, यूपी, बंगाल, असम आदि राज्यों में फैला हुआ है। इंटरनेशनल मार्केट में कछुए की कीमत कई गुना बढ़ जाती है। बांग्लादेश से सोने की तस्करी
दिसंबर 2022 में बांग्लादेश से तस्करी कर कोलकता ले जाया जा रहा 1.4 किलोग्राम सोना डीआरआई ने गोरखपुर बॉर्डर पर पकड़ा था। डीआरआई ने दो तस्करों को भी अरेस्ट किया था। सोना कार के नीचे छिपाया गया था। कार ड्राइवर ने पूछताछ में बताया था कि वह कोकलता से दिल्ली जा रहा था। गोरखपुर में गांजा की तस्करी 11 अप्रैल 2023 को गोरखपुर में अंतर्राज्यीय गांजा तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ हुआ। राजघाट थाना पुलिस ने टीपी नगर इलाके से गिरोह के मास्टरमाइंड सौरभ सिंह समेत तीन तस्करों को अरेस्ट किया था। पुलिस ने आरोपियों के पास से 15 किलो गांजा, इनोवा वाहन, बाइक, लैपटॉप और 41 हजार कैश बरामद किया है। उड़ीसा से गोरखपुर कार में गांजा तस्करी कर लाया जा रहा था। रेलवे स्टेशन से चरस के साथ तस्कर अरेस्ट नवंबर 2021 में गोरखपुर में आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त टीम ने तस्कर को 6 नंबर प्लेटफार्म से अरेस्ट किया था। पकड़े गए आरोपी के पास से 2.524 किलो चरस बरामद हुई थी, जिसकी कीमत 25 लाख रुपए थी। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह अवध असम स्पेशल से बिहार से चरस लेकर कानपुर जाने वाला था। लग्जरी गाडिय़ों से शराब तस्करी
फरवरी 2023 में एसटीएफ ने चोरी की लग्जरी गाडिय़ों से यूपी से बिहार शराब की तस्करी करने वाले गैंग को पकड़ा था। गैंग चोरी की गाडिय़ों से शराब की सप्लाई करने के साथ गाडिय़ों को भी बिहार में बेचते थे। यह गिरफ्तारी रामगढ़ताल थाने में दाखिल की गई थी। सभी सात आरोपी गोरखपुर, देवरिया और बिहार के रहने वाले थे। एसटीएफ ने उनके पास से 610 शीशी अवैध देसी शराब और 12 मोबाइल फोन बरामद किया था। पकड़े गए आरोपी शाहपुर इलाके के साकेत नगर कॉलोनी में किराए के मकान में रहते थे। इसी क्रम में बिहार में शराब बंदी के बाद हरियाणा से बड़े पैमाने पर अंग्रेजी शराब की तस्करी हो रही है। बिहार के शराब तस्करों के लिए सेफ जोन गोरखपुर-देवरिया रूट गीडा व चौरीचौरा इलाके में हरियाणा से बिहार जा रही शराब की खेप पहले भी पकड़ी जा चुकी है। बता दें, हरियाणा से गोरखपुर के रास्ते बिहार तक दर्जनों जिलों से शराब लदी गाडिय़ां पार कराई जाती है। बिहार में शराब बंदी है। जबकि यूपी में भी बाहर की जांच ना के बराबर होती है। तस्करी शराब गोरखपुर पहुंचने के बाद कुशीनगर और देवरिया के रास्ते यह शराब बिहार भेजी जाती रही है।