दुर्गम रास्तों में मदद करेंगी छोटी गाडि़यां
- कई एरिया में फंसे लोगों तक नहीं पहुंच रही थी बस
- विभिन्न जिलों, समाजसेवी संस्थाओं से आ रही मददGORAKHPUR : बस के बाद अब छोटी गाडि़यां उन दुर्गम रास्तों तक पहुंच कर मदद करेंगी, जहां अभी भी लोग फंसे हैं। नेपाल में आए भूकंप के बाद त्रासदी से निपटने के लिए भारत पूरा प्रयास कर रहा है। इसके लिए इंडिया से लगातार बसें नेपाल को भेजी जा रही हैं। मगर अभी भी नेपाल में कई एरिया ऐसे हैं, जहां तक बस का पहुंचना मुश्किल है। इसके चलते वहां काफी लोग अभी भी फंसे है, जिनकी जान को खतरा है। यह बात नेपाल सरकार से पता चली है। इंडिया समेत टूरिस्ट को सकुशल गोरखपुर स्थित राहत शिविर तक लाने के लिए जिलाधिकारी रंजन कुमार, सीडीओ कुमार प्रशांत और एसएसपी प्रदीप कुमार ने क्0 इनोवा कार नेपाल के लिए झंडी दिखाकर रवाना की। राहत शिविर में इंडियंस के साथ विदेशी टूरिस्ट भी आ रहे हैं। बेंजमिन और मारिया भी थर्सडे को बस से राहत शिविर पहुंचे।
नेपाल के रास्तों की दी गई जानकारीडीएम रंजन कुमार ने थर्सडे को कैंप कार्यालय से क्0 इनोवा कार नेपाल के लिए रवाना की। साथ ही डीएम और एसएसपी ने ड्राइवर को नेपाल के रास्तों की जानकारी दी। साथ ही ड्राइवर को अलर्ट भी किया कि वे संभल कर गाड़ी चलाएं और हर पल सतर्क रहे। डीएम रंजन कुमार ने कहा कि जरूरत पड़ने पर और छोटे वाहन भेजे जाएंगे क्योंकि कई एरिया में बस का पहुंचना मुश्किल है। अब तक गोरखपुर प्रशासन नेपाल के लिए करीब भ्0 ट्रक राहत सामग्री भेज चुका है। साथ ही वहां से सकुशल लोगों को लाने के लिए करीब ख्क्0 बस लगाई गई हैं।
जगह-जगह से आ रही मददनेपाल में फंसे लोगों की मदद के लिए अब जगह-जगह से लोग प्रयास कर रहे हैं। गोरखपुर राहत शिविर से भेजी जा रही मदद के लिए कमिश्नर राकेश कुमार ओझा को नोडल अधिकारी बनाया गया है। प्रदेश के विभिन्न जिलों से मदद की पेशकश आ रही है। थर्सडे को आगरा, गुड़गांव, मुरादाबाद, बरेली के अधिकारियों ने नेपाल को मदद भेजने के लिए नोडल अधिकारी से संपर्क किया। वहीं कई जिलों से नेपाल के लिए अब तक मदद आ चुकी है। अभी तक गोरखपुर राहत शिविर से करीब 8000 से अधिक लोगों को सकुशल उनके घर भेजा जा चुका है। जिसमें उत्तर प्रदेश के अलावा आंध्र प्रदेश, राजस्थान, बिहार और गुजरात के लोग हैं। वहीं समाजसेवी संस्थाएं भी आगे बढ़ कर मदद कर रही हैं। वेंस्डे को आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से एक ट्रक तिरपाल भेजा गया तो थर्सडे को मारवाड़ी समाज की ओर से डीएम रंजन कुमार ने झंडी दिखा कर राहत सामग्री नेपाल भेजी।
जिला प्रशासन की हो रही तारीफ आपदा राहत शिविर को लेकर जिला प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है। डीएम, एसएसपी समेत सभी अधिकारी दिन-रात शिविर में रह कर हर चीज पर निगाह रख रहे हैं। उत्तर प्रदेश के साथ राजस्थान सरकार ने भी यूनिवर्सिटी में अपना राहत शिविर लगाया है। राजस्थान के कई अधिकारी भी लोगों की मदद के लिए गोरखपुर में मौजूद हैं। नेपाल से आए करीब ख्भ्0 से अधिक लोगों को सकुशल राजस्थान के विभिन्न जिलों में थर्सडे को भेजा गया।