Gorakhpur News : एसआईसी ने डीएम को लिखा... जिला अस्पताल से मरीजों को दलाल ले जाते हैं प्राइवेट हास्पिटल
गोरखपुर (ब्यूरो)।कुछ अवांछनीय व्यक्ति-दलाल जिला अस्पताल परिसर में घूमते रहते हैैं और मरीजों को गुमराह करते हैैं। केस 114 जून की रात इमरजेंसी वार्ड में एक एम्बुलेंस संचालक मरीज को बरगला कर प्राइवेट हास्पिटल के लिए ले जाने लगा। मेडिकल स्टाफ द्वारा मना किए जाने पर वह झगड़ा पर अमादा हो गया। फिर एसआईसी के हस्तक्षेप पर मामला शांत हुआ। उसे भगाया गया। केस 2 9 जून की सुबह एक दलाल मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने के लिए सीएमओ आफिस के पास मंडरा रहा था। मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाने आए कैंडिडेट्स से सुविधा शुल्क लेकर तुरंत सर्टिफिकेट देने का झांसा देने लगा। इस पर एसआईसी को सूचना मिली तो उन्होंने उसे पुलिस के हवाले किया।
यह दो केस महज उदाहरण हैं। ऐसे कई केस इन दिनों जिला अस्पताल में आ रहे हैैं, ऐसे में जिला अस्पताल के एसआईसी डॉ। राजेंद्र ठाकुर ने डीएम कृष्णा करुणेश व एसएसपी डॉ। गौरव ग्रोवर को लेटर लिखकर कार्रवाई की मांग की है। एसआईसी द्वारा लिखे गए लेटर में बताया कि जिला अस्तपाल गोरखपुर में सभी चिकित्साधिकारी-कर्मचारी अपने दायित्व का निर्वहन निष्ठा एवं समर्पण से कर रहे हैैं, लेकिन कुछ अवांछनीय व्यक्ति-दलाल जिला अस्पताल परिसर में घूमते रहते हैैं और मरीजों को गुमराह करते हैैं। चिकित्साधिकारियों व स्टाफ पर भी अनावश्यक दबाव बनाते हैैं। प्राइवेट एंबुलेंस के द्वारा मरीजों को प्राइवेट हास्पिटल में जाने का भी प्रयास करते हैैं। चिकित्सालय के चिकित्साधिकारियों व कर्मचारियों के मना करने पर उनके साथ दुव्र्यवहार करते हैैं। विभिन्न राजनीतिक एवं संस्थाओं का नाम लेकर दबाव बनाने का भी प्रयास करते हैैं। कई बार मौखिक रूप से इसे सुधारने का प्रयास भी किया गया है। लेकिन यह मानते नहीं हैैं। प्राइवेट हास्पिटल ले जाने पर मिलता कमीशन जिला अस्पताल से प्राइवेट हास्पिटल मरीज ले जाने पर प्रत्येक मरीज से एंबुलेंस संचालक को 5-10 हजार रुपए तक कमीशन के तौर पर मिलते हैैं। इनका सिंडिकेट सिटी के विभिन्न इलाकों में फैला है। दरअसल, हर मरीज पहले जिला अस्पताल में दिखाने आता है, लेकिन कई गंभीर बीमारियों का इलाज जिला अस्पताल में न हो पाने के कंडीशन में दलाल मरीजों के तीमारदारों को बरगलाकर प्राइवेट हास्टिपल ले जाना चाहते हैैं। लेकिन जब से जिला अस्पताल में सख्ती हुई है, सभी मेडिकल स्टाफ अब इसका विरोध करते हैैं। ऐसेे में एसआईसी ने भी इस मामले में गंभीरता दिखाते हुए कार्रवाई की मांग की है - जिला अस्पताल की डेली ओपीडी - 1600 औसतन - इमरजेंसी में दिखाने वाले पेशेंट - 350 औसतन - पैथोलॉजिकल जांच के लिए आने वाले पेशेंट - 600
- अल्ट्रासाउंड जांच के लिए आने वाले पेशेंट - 250 - फिजियोथिरैपी कराने के लिए आने वाले पेशेंट - 150 जिला अस्पताल में अवांछनीय व्यक्ति-दलाल को लेकर शिकायत आई है। इस पर कार्रवाई के लिए एसएसपी द्वारा पुलिस टीम लगातार कार्रवाई कराई जाएगी। कृष्णा करुणेश, डीएम गोरखपुर