- ककरहिया कांड में अभियुक्तों ने बरामद कराया तमंचा

- ससुराल और ननिहाल में तमंचे खोजकर लाई पुलिस

GORAKHPUR : ककरहिया निवासी धर्मेद्र की हत्या छह लाख रुपए में तय थी। कभी धर्मेद्र के बिजनेस पार्टनर रहे किशन ने शूटर्स को रुपए देने का वादा किया। इसके बाद बहादुर चौहान ने अपने परिचित प्रापर्टी डीलर शेषनाथ को लगाया। शेषनाथ ने दो अन्य लोगों के साथ मिलकर शूटर्स अरेंज किए। रिमांड पर लिए गए किशुन और बहादुर ने यह खुलासा किया। दोनों ने रिश्तेदारी में छिपाए तमंचे बरामद कराए। पिपराइच पुलिस अन्य बदमाशों की तलाश में जुटी है।

प्रापर्टी के धंधे में अचानक उभरा धर्मेद्र

पिपराइच एरिया के ककहरिया निवासी धर्मेद्र पासवान प्रापर्टी का काम करता था। धंधे के शुरूआती दौर में बहादुर चौहान और किशन उसके सहयोगी थे। बाद में रुपए को लेकर बहादुर से धर्मेद्र की खटपट हो गई। धर्मेद्र ने बहादुर पर जानलेवा हमला कराया। इसके आरोप में वह जेल भी गया। हमले के बाद बहादुर लखनऊ में कारोबार करने लगा। इस बीच रिश्ते में खटास होने पर किशन ने बहादुर का दामन थाम लिया। रुपए के गोलमाल को लेकर किशन भी धर्मेद्र से काफी परेशान था। उधर प्रापर्टी के कारोबार में धर्मेद्र तेजी से उभरा। इससे उसकी धौंस बढ़ती चली गई।

धर्मेद्र पर हमले में मारे गए दो बदमाश

13 मई की सुबह करीब साढ़े आठ बजे बाइक सवार तीन बदमाश ककरहिया पहुंचे। बदमाशों ने धर्मेद्र पर फायर झोंक दिया। पब्लिक ने दो बदमाशों को पीटकर मार डाला। गोली लगने से घायल धर्मेद्र को लखनऊ में उपचार के दौरान मौत हो गई। धर्मेद्र के पिता रामचंदर ने की तहरीर पर पिपराइच पुलिस ने मारे गए शूटर सीतापुर निवासी धीरज, भीटी खोरिया निवासी राघवेंद्र, लखनऊ के नौबसता निवासी पवन, पिपराइच के औराही निवासी बहादुर चौहान, शाहपुर के अरुण निषाद और ककरहिया के किशन पासवान पर केस दर्ज कराया। पवन को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया। बहादुर और किशन ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। अरुण निषाद को पुलिस ने भगोड़ा घोषित किया। थर्सडे को पुलिस ने बहादुर और किशन को रिमांड पर लेकर पूछताछ किया।

ननिहाल और ससुराल में छिपाया था तमंचा

पुलिस की पूछताछ में बहादुर और किशन ने तमंचे बरामद कराए। किशुन ने कैंपियरगंज एरिया के उरदीचक स्थित ससुराल और बहादुर चौहान ने बरगदवां स्थित ननिहाल में तमंचा छिपा रखा था। दोनों पुलिस को बताया कि छह लाख रुपए में धर्मेद्र की सुपारी ली गई थी। किशन ने पेमेंट करने का वादा किया था। बहादुर के परिचित खोराबार एरिया निवासी शेषनाथ चौहान ने शूटर्स का इंतजाम कराया था। पादरी बाजार में जय अंबे प्रापर्टी डीलर्स नाम से शेषनाथ अपनी दुकान चलाता है। पुलिस का कहना है कि शेषनाथ और दो अन्य लोगों की तलाश की जा रही है।

शूटर्स अरेंज करने में किसकी-किसकी भूमिका रही, जांच में यह भी सामने आ जाएगा। साजिश में शामिल हर व्यक्ति के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी।

ब्रजेश सिंह, एसपी ग्रामीण

Posted By: Inextlive