गांववालों की दिलेरी से नहीं बचा कोई बदमाश
- पिपराइच के ग्रामसभा जंगल क्षत्रधारी की घटना,
- पल्सर सवार तीन बदमाशों ने प्रॉपर्टी डीलर को निशाना बनाकर बरसाई गोलियां - फायरिंग में प्रॉपर्टी डीलर और तीन ग्रामीणों को लगी गोली, इलाज जारी - गुस्साए ग्रामीणों ने पीट-पीट कर दो बदमाशों को मार डाला, तीसरा गंभीरGORAKHPUR : पिपराइच की जंगल छत्रधारी ग्रामसभा में वेंस्डे को जमीन पर लहू और आसमां में बारूद का धुआं ही नजर आया। हर तरफ एक अजीब सी सिहरन थी। ग्रामसभा के टोला ककरयिां में एक प्रॉपर्टी डीलर को जान से मारने आए पल्सर सवार तीन बदमाशों ने अंधाधुंध गोलियां चलाई। फायरिंग में प्रॉपर्टी डीलर धर्मेद्र, गांव के ही तीन अन्य लोग घायल हो गये। उसके बाद गांववालों ने बदमाशों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। इतनी मारा कि दो बदमाशों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया और तीसरा मेडिकल कॉलेज में भर्ती है। बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल प्रॉपर्टी डीलर, गांववाले और तीसरे बदमाश को मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया है। सभी की हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस ने बदमाशों की क्रिमिनल हिस्ट्री निकालने के लिए टीम भेजी है, वहीं हमले के पीछे प्रॉपर्टी और लेन-देन में विवाद की बात सामने आ रही है।
एक बोला, मार इसे और बरसने लगी गोलियांपिपराइच एरिया के जंगल छत्रधारी ग्रामसभा के ककरयिां टोला निवासी धमेंद्र पासवान प्रॉपर्टी डीलिंग काम करता है। वेंस्डे मार्निग करीब 8 बजे वह ककरहियां तिराहे पर खड़ा होकर सुर्ती बना रहा था। उससे थोड़ी ही दूर पर गांव का ही वीरेंद्र निषाद खड़ा था। काले रंग की पल्सर पर असलहों से लैस तीन बदमाश सवार होकर आए और ककरहियां तिराहे से कुछ दूर पहले एक बदमाश बाइक से उतर गया। बाकी दोनों बदमाश बाइक से तिराहे की ओर बढ़े। धर्मेद दोनों बदमाशों को पहचानता था, इसलिए कुछ देर उनमें बात हुई। इसी बीच तीसरा बदमाश दूर से ही 'मार इसे' चिल्लाया। उसकी आवाज सुनकर धर्मेद्र समझ गया कि तीनों उसे मारने आए हैं। वो फौरन वहां से भागा, दोनों बदमाशों ने उस पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। किसी तरह जान बचाकर धर्मेद पास के एक मकान में छिप गया, लेकिन बदमाशों ने उसे बाहर निकाल दो गोलिया दाग दी। गोली लगने से वह नाली में जा गिरा। फायरिंग की आवाज सुनकर तिराहे पर मौजूद वीरेंद्र ने बदमाशों पर ईट फेंकनी शुरू कर दी जिसपर बदमाशों ने उसके सीने पर फायर कर दिया।
गांववालों ने दिखाई दिलेरीसुबह-सुबह गोलियों की तड़तड़ाहट से पूरा इलाका गूंज उठा। गांववाले हिम्मत दिखाते हुए घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। उन्हें अपनी ओर आता देख बदमाशों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। जिसमें जय हिंद और अंगद पासवान घायल हो गए। बदमाशों के पास जैसे ही गोलियां खत्म हुई, ग्रामीणों ने लाठी, डंडा, हॉकी जो मिला, उससे बदमाशों को दौड़ा लिया। तीनों बदमाशों को ग्रामीणों ने चारों तरफ से घेर लिया। एक बदमाश को ग्रामीणों ने स्पॉट पर ही लाठी-डंडों से पीट-पीट कर मार डाला। दूसरे बदमाश को गांव से एक किलोमीटर दूर जमुनहिया गांव के पास स्थित एक मंदिर के पास पीट-पीट कर घायल कर दिया। तीसरे बदमाश को हैदरगंज गांव के पास लाठी-डंडे से पीटा और फावड़े से काटकर मार डाला। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची।
मेडिकल कॉलेज में एडमिट हैं घायलघटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने हमले में घायल प्रॉपर्टी डीलर धर्मेद्र, ग्रामीण वीरेंद्र, जयहिंद और अंगद को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया। जहां गंभीर रूप से घायल वीरेंद्र की मौत हो गई। जबकि बाकी तीनों की हालत गंभीर बताई जा रही है। मेडिकल कॉलेज में ही घायल हुए बदमाश को भी एडमिट कराया गया जिसकी पहचान नौबस्ता, लखनऊ निवासी पवन यादव के रूप में हुई। ग्रामीणों के प्रतिशोध में मारे गए बदमाशों की पहचान राघवेंद्र पाण्डेय निवासी भीटी खोरिया, खजनी और सीतापुर निवासी धीरू के रूप में हुई है। तीनों बदमाश शार्प शूटर हैं जिनकी क्राइम हिस्ट्री जानने के लिए पुलिस टीमें उनके जिले में रवाना कर दी गई हैं। सीतापुर का रहने वाला धीरू मिश्रा शातिर अपराधी था। उसका भाई रिंकू मिश्रा भी अपराधी था जिसे काफी वर्ष पहले एनकाउंटर में पुलिस ने उसे मार गिराया था।
लग गया अफसरों का जमावड़ा सरेआम हुई इस भयंकर गोलीबारी से पूरा एरिया कांप गया। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर आईजी जोन अमिताभ यश, डीआईजी डॉ। संजीव कुमार गुप्ता, एसएसपी प्रदीप कुमार, एसपीआरए ब्रजेश सिंह समेत छह थानों की पुलिस फोर्स और कई सर्किल के सीओ पहुंच गए थे। कई अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों के चेहरे पर डर साफ दिख रहा था और कोई भी पुलिस के सवालों का जवाब नहीं दे पा रहा था। गोलियों की आवाज सुनकर आसपास के कई गांव की पब्लिक जमा हो गई। सभी हैरान थे कि आखिर यह क्या हो गया। प्रॉपर्टी डीलिंग और लेन-देन को लेकर हुई वारदातबदमाशों का निशाना रहा धर्मेद्र पहले पेंट पॉलिश का काम करता था। बाद में उसने प्रॉपर्टी के धंधे में उतरने का मन बनाया। प्रॉपर्टी डीलिंग में उसने काफी पैसा और नाम कमाया। हालांकि इस दौरान उसका दामन दागदार भी हुआ। आठ माह पहले बहादुर चौहान पर गोली चली थी और वह घायल हो गया। इस मामले में धर्मेद्र पासवान को भी अभियुक्त बनाया गया था। पुलिस ने धर्मेद्र को गिरफ्तार कर जेल भेजा था जहां से वह डेढ़ महीने पहले ही छूटकर आया था। इसके बाद वह फिर प्रॉपर्टी डीलिंग के काम में लग गया। बताया जा रहा है कि प्रॉपर्टी के ही किसी मामले और लेन-देन के विवाद के चलते उस पर हमला हुआ है।
बरामद हुई पल्सर का नम्बर फर्जी जिस पल्सर से बदमाश घटना को अंजाम देने आये थे, उसका नंबर यूपी भ्फ् एवी 7भ्क्7 फर्जी निकला। पुलिस को आरटीओ से पता चला कि इस नबंर से तिवारीपुर के इलाहीबाग में रहने वाले एक शख्स की होण्डा की गाड़ी रजिस्टर्ड है। पुलिस ने मौके से नाइन एमएम की दो पिस्टल और कारतूस बरामद की है। सभी बदमाश असलहे से लैस थे। अभी तीसरी पिस्टल पुलिस के हाथ नहीं लग सकी है। सभी बदमाश असलहाधारी थे। इनमें धीरू मिश्रा सीतापुर का कुख्यात अपराधी था। अभी कई लोगों के नाम सामने आ रहे हैं। सभी का प्रॉपर्टी और पैसे के लेन-देन का धंधा है। पुलिस टीम को जांच के लिए रवाना कर दिया गया है। जल्द ही मामले का खुलासा कर लिया जाएगा। प्रदीप कुमार, एसएसपी