Gorakhpur News : बिहारी ठग, 376 के दम पर चमकाया ब्लैकमेलिंग का धंधा, लड़कियों के दम पर हड़पे करोड़ों रुपए
गोरखपुर (ब्यूरो)। रुपया वापस मांगने पर दो महिलाओं की मदद से केस दर्ज करा दिया। केस वापस करने के नाम पर भी वसूली की। पुलिस ने गुरुवार को आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेजा गया। पुलिस ने महिलाओं व अन्य लोगों की जांच कर रही है। गुरवार को प्रेस कांफ्रेंस करते हुए एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने जालसाज विकास कुमार सिन्हा के कारनामे की विस्तार से जानकारी दी।शहबाजगंज में किराए का घर
एसपी सिटी ने बताया कि आरोपी विकास कुमार सिन्हा बिहार के मोतीहारी का मूल निवासी है और वर्तमान में जंगल सालिकराम शिवपुर शहबाजगंज में किराये के मकान में रहता है। विकास कुमार सिन्हा पादरीबाजार स्थित एक नर्सिंग होम में प्रबंधक था। यही से ये दवा के कारोबार शुरू करने का झांसा देकर कई लोगों से दोस्ती कर ली। इसने व्यापारी संजय अग्रवाल से छह लाख रुपए और एक एसी, प्रवीन प्रकाश से आठ लाख रुपए व एसी, अमित सिंह से पांच लाख रुपए, अमृत से 22 लाख रुपए, संजीव पांडेय छह लाख, आलोक श्रीवास्तव वे छह लाख, इम्तियाज से दस लाख रुपए की ठगी। सरगना ने खोला था अस्पताल
इसके अलावा कई अन्य लोगों को हॉस्पिटल में शेयर देने का वादा किया। करीब एक करोड़ से अधिक की ठगी करने के बाद इसने एक अस्पताल भी खोला, लेकिन वह संचालित नहीं हो सका। इसके बाद व्यापार के लिए रुपए लगाने वाले व्यापारी इससे रकम वापस मांगने लगे। उसके बाद इसने एक महिला की मदद से चिलुआताल थाने में इम्तियाज के ऊपर पॉक्सो, फिर महिला की मदद से गोरखनाथ थाने में दुष्कर्म का केस दर्ज कराया। पुलिस बयान के आधार पर दोनों ही मामलों में इम्तियाज को जेल भेज दिया। इसके बाद उसे साथी व्यापारियों से बातचीत की तो पता चला कि उनके साथ ही इसने इसी तरह से ठगी की है। बीते दिनों महिला ने एसपी सिटी से शिकायत की। इसके बाद जांच में पूरा मामला खुलकर सामने आया है।