डीआईजी बंगला के सामने मर्डर
- टहलने निकले सीनियर सिटीजन का भेजा उड़ाया
- बिलंदपुर मोहल्ले में दो बेटों के साथ रहते थे विश्वनाथGORAKHPUR: शहर में अपराधी इस कदर बैखौफ हो चुके हैं कि उन्हें कानून और कानून के रखवालों का डर नहीं रह गया है। फ्राइडे को डीआईजी बंगले से महज सौ मीटर की दूरी पर बदमाशों ने एक सीनियर सिटीजन की हत्या कर दी। हत्या उस समय की गई जब वे मॉर्निग वॉक के लिए निकले थे। यह हत्या पुलिस के लिए चुनौती बन गई है, क्योंकि मामला डीआईजी बगले के सामने का है। अगर बदमाश डीआईजी बंगले के आसपास वारदात को अंजाम दे सकते हैं तो सिटी की पब्लिक किसके भरोसे रहेगी। हालांकि कैंट पुलिस मामले की जांच में जुटी है। एसपी सिटी ने ख्ब् घंटे के भीतर वारदात के खुलासे का निर्देश दिया। मर्डर की कोई वजह सामने नहीं आ सकी है। फैमिली मेंबर्स से पूछताछ के आधार पर पुलिस क्लू तलाशने में जुटी है।
यूनिवर्सिटी कैंपस में टहलने जाते थे विश्वनाथमहराजगंज जिले के श्यामदेउरुवा एरिया स्थित लखिमा छावनी, शीतलापुर निवासी विश्वनाथ बैंक में तैनात थे। एसबीआई की मेन ब्रांच से ख्00ख् में रिटायर विश्वनाथ ने बिलंदपुर मोहल्ले में मकान बनवा लिया। उनके तीन बेटों में सबसे बड़े दिनेश मिश्रा की संदिग्ध हाल में मौत हो चुकी है। दूसरे नंबर के बेटे सुरेश मिश्र और सबसे छोटे विनोद कुमार के साथ वह रहते थे। वह रोजाना सुबह छह बजे के बाद टहलने निकलते थे। फ्राइडे मार्निग करीब छह बजकर ख्0 मिनट पर घर से निकले। डीआईजी बंगला के सामने सड़क पर अज्ञात बदमाशों ने ललाट में गोली मार दी। गोली चलने पर लोगों ने समझा कि बंदर को भगाने के लिए पटाखा छोड़ा गया है।
लाठी और जूते से हुई विश्वनाथ की पहचान घटनास्थल से थोड़ी दूरी पर राजेश का मकान है। गोली चलने पर घर से बाहर निकले। किसी को सड़क पर गिरा देखकर पहुंच गए। मफलर से मुंह ढका होने से लाठी और जूते से बुजुर्ग की पहचान विश्वनाथ के रूप में हुई। जितेंद्र ने उनके घर जाकर घटना की सूचना दी। मौके पर पहुंचे फैमिली मेंबर्स डीआईजी बंगला पहुंचे। वहां मौजूद गार्ड ने क्00 नंबर की सूचना देने को कहा। सूचना पाकर कैंट पुलिस, एसपी सिटी सतेंद्र कुमार, सीओ कैंट अजय पांडेय मौके पर पहुंच गए। अफसरों ने फैमिली मेंबर्स से बात करके वारदात की वजह तलाशने का प्रयास किया। इतने छोटे विवाद में कोई नहीं करेगा मर्डरमर्डर के पीछे तत्काल कोई वजह नहीं सामने आ सकी। करीब ख्भ् साल से रोजाना टहलने वाले विश्वनाथ, पुश्तैनी जमीन पर मकान का निर्माण करा रहे हैं। तीन दिन पहले फैमिली मेंबर्स गांव गए थे। पड़ोसी हीरालाल और उनके बेटे टॉयलेट बनवाने का विरोध कर रहे थे। इस पर विश्वनाथ ने टॉयलेट बनाने से मना कर दिया। विश्वनाथ की चार बेटियों आशा, रेनू, सीमा और नीलू हैं। शादी होने के बाद सभी अपनी ससुराल में हैं। दूसरे नंबर की बेटी रेनू के पति अजय की तीन साल पहले दिल्ली में हत्या हो गई थी। फ्लैट के विवाद में उनका मर्डर हुआ। पति के मर्डर के बाद रेनू अपने पिता के साथ रहती हैं। सुरेश मिश्रा घर पर किराना स्टोर्स चलाते हैं जबकि विनोद मिश्रा ट्रेवेल का काम करता है। पुलिस का कहना है कि विनोद, सूद का भी कारोबार करते हैं।
मर्डर की कोई वजह सामने नहीं आ सकी है। सूद, भूमि पर कंस्ट्रक्शन के विवाद सहित चार बिंदुओं पर जांच की जा रही है। जल्द ही मामले से परदा उठ जाएगा। सतेंद्र कुमार, एसपी सिटी