जैसा हम खाते हैं, वैसा दिखते हैं
-33वें दीक्षांत समारोह सप्ताह के दौरान सेमिनार में आहार एवं कैंसर से बचाव पर हुई चर्चा
GORAKHPUR: यूनिवर्सिटी के फ्फ्वें दीक्षांत समारोह सप्ताह के दौरान चल रहे कार्यक्रम में ट्यूज्डे को आहार एवं कैंसर से बचाव सब्जेक्ट पर सेमिनार का आयोजन किया गया, जिसके चीफ गेस्ट डीडीयू वीसी प्रो। अशोक कुमार रहे। इस मौके पर उन्होंने ह्यूमन बॉडी में कैसे ट्यूमर बनता है इसकी प्रक्रिया को विस्तार से बताया। इसके साथ ही कैंसर के कारण और उसके बचाव पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि हम शरीर में ट्यूमर बनने से पूर्व बचाव का कार्य कर सकते हैं। इसके लिए हमें स्वयं डॉक्टर नहीं बनना चाहिए, बल्कि समय-समय पर डाक्टर के पास सलाह और सुझाव के लिए अवश्य जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि फाइटोंकैमिकल्स जो कैंसर से हमारी रक्षा करते हैं कि विस्तार से चर्चा की और बताया कि क्षेत्रीय सब्जियां, स्टीम में पके भोजन, टमाटर, अंगूर, तरबूज और खट्टे फलों के सेवन से हम लंबा और कैंसर मुक्त जीवन जी सकते हैं। वहीं अनुश्रवण समिति के संयोजक प्रो। सीपीएम त्रिपाठी ने बताया कि विश्व में कैंसर से ग्रसित लोगों की संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है। मनुष्य का शरीर असंख्य कोशिकाओं से मिलकर बना है। शरीर की सभी कोशिकाओं में सामंजस्य और समन्वय होता है। ये कोशिकाएं निस्वार्थ भाव से शरीर के विभिन्न अव्ययों के लिए कार्य करते हुए जब निस्वार्थ से स्वार्थ भाव में बदलती है। तब शरीर में कैंसर जन्म लेता है। वहीं उन्होंने यह भी बताया कि जहां एक लाख में 90 शहरी लोग कैंसर से पीडि़त है, वहीं दूसरी तरफ ग्रामीण क्षेत्र में एक लाख में लगभग ब्0 से ब्भ् मरीज कैंसर के हैं।