ये एसडीएम कुछ 'डिफरेंट' है
- डॉक्टर को नहीं, एसडीएम साहब को पता है किस सदमे में मरा किसान
डॉक्टर को नहीं, एसडीएम साहब को पता है किस सदमे में मरा किसानGORAKHPUR : GORAKHPUR : पेट में दर्द है। इसकी दवा और रीजन दोनों डॉक्टर साहब बता देंगे। लीवर डेमेज हो रहा है, शायद इसकी भी दवा और रीजन दोनों डॉक्टर साहब बता सकते हैं। कैंसर किस कारण से हुआ है, इसके बारे में भी डॉक्टर साहब जानकारी दे सकते हैं। अगर किसी शख्स की हार्ट अटैक से मौत हो गई है और अटैक पड़ने का कारण क्या है? इस बारे में पूछा जाए तो शायद उनकी जुबां बंद हो जाए क्योंकि अटैक के पीछे उसकी क्या परेशानी थी, इसे जानने के लिए मेडिकल साइंस में न तो कोई सब्जेक्ट है और न ही कोई स्पेशल ट्रेनिंग दी जाती है। हमारे जिले के अधिकारियों को इसका पता लगाना भी आता है। किसान की मौत किस सदमे से हुई है, यह क्0 साल की पढ़ाई करने और ख्0 साल का एक्सपीरियंस रखने वाला कोई डॉक्टर भले न बता पाए, मगर जिले के अधिकारी तुरंत जान जाते हैं। वे पीडि़त को देखे बिना, परिजनों से कुछ घंटों की बातचीत कर यह डिसाइड कर देते हैं कि उसकी मौत किस सदमे से हुई है और किससे नहीं हुई है। सरकारी आंकड़ों की मानें तो गोरखपुर जिले में एक भी किसान की मौत फसल की बर्बादी के सदमे से नहीं हुई है।
दूसरों से बात कर जान गए शिवचंद का दर्दकोई भी शख्स क्या सोच रहा है? वह क्यों परेशान है? उसे किससे तकलीफ है? इस बारे में शायद जब तक वह शख्स खुद न बताए, तब तक सही जानकारी देना मुश्किल नहीं बल्कि नामुमकिन सा होता है। गोला तहसील में इसके बिल्कुल उलट हुआ। संडे मॉर्निग गोला तहसील के तीरागांव (कौडि़या) निवासी शिवचंद (भ्0) की अचानक मौत हो गई। वह रात में मड़ाई करा रहा था। तीन बीघा खेत में महज एक कुंतल गेहूं निकलने से वह काफी परेशान था। रात को सोने के बाद सुबह उसकी आंखें नहीं खुली। परिजन ही नहीं, बल्कि आसपास एरिया के सभी लोगों का कहना था कि वह खराब फसल के कारण काफी परेशान था, शायद इसी का सदमा लगा होगा। शिवचंद के सदमे की हकीकत क्या थी, वह उसकी मौत के साथ दफन हो गई, मगर मौत के करीब क्0 घंटे बाद शिवचंद के घर पहुंचे गोला तहसील के अधिकारियों ने महज एक घंटे की बातचीत में यह डिक्लेयर कर दिया कि उसकी मौत की वजह खराब फसल का सदमा नहीं थी। एसडीएम गोला ने अपनी रिपोर्ट लगाई है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि क्0 दिन पहले जेल गए बेटे को लेकर शिवचंद परेशान था। खराब फसल के कारण उसे सदमा नहीं लगा है। मतलब शिवचंद की मौत की वजह बेटे का जेल जाना हो सकता है।
कोई नहीं जान सकता किस सदमे से हुई मौत मेडिकल एक्सपर्ट के मुताबिक सदमे से मौत के पीछे सडन रीजन जरूरी है। क्योंकि जैसे टाइम बीतता है मौत के चांस कम होने के साथ मेंटल स्थिति बिगड़ने के चांस बढ़ जाते हैं। मौत किस सदमे से हुई है, इस बारे में न तो कोई डॉक्टर बता सकता है, न ही कोई पुलिस और वकील और न ही कोई परिजन। इसके बारे में सिर्फ वही शख्स जान सकता है, जिसे सदमा लगा हो।