'पानी है तो जिंदगानी है'
- स्कूली बच्चों ने ली जल संरक्षण की शपथ
JANGAL DHUSAN/JHUMILA BAZAR: पानी के बिना जीवन संभव नहीं है। इसकी कमी से न सिर्फ जिंदगी खतरे में है, बल्कि पशु-पक्षियों को भी प्यास की वजह से इधर-उधर भटकना पड़ता है। पानी को लेकर भले ही शासन और प्रशासन के लोग सीरियस न हों, लेकिन इस मामले में स्टूडेंट्स काफी सीरियस हैं। यही वजह है कि गुरुवार को कस्तूरबा स्कूल और नवल्स के बच्चों ने पानी बचाने की शपथ ली। इसके साथ ही उन्होंने आसपास के लोगों को अवेयर करने का प्रण लिया। जंगलधूसड़ में बच्चों ने ली शपथपानी के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। हम शपथ लेते हैं कि पानी को बर्बाद नहीं होने देंगे। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के वार्डन अंजनी मिश्रा, अध्यापिका पुष्पा त्रिपाठी, फारूख अहमद, सुनीता कुमारी, पूनम वर्मा, के नेतृत्व में स्कूल के बच्चों ने जल संरक्षण का संकल्प लिया। इस दौरान उन्होंने अपने आस-पास के पोखरों, तालाबों और जलाशय, जो नष्ट हो रहे हैं, उन्हें बचाने का प्रण लिया। इस दौरान नेहा, च्योति, प्रतिमा, अंचल, सोनल, टोनी, अर्चना, रंजू, नेहा, रानी-गौरी, रीती, सकीना आदि मौजूद रहे।
झुमिला बाजार में बच्चे बचाएंगे जलगोला ब्लॉक के कुड़वाआम स्थित नवल एकेडमी में गुरुवार को बच्चों ने जल संरक्षण का संकल्प लिया। विद्यालय के संरक्षक इंद्रजीत यादव ने कहा कि विश्व के अनेकों देश में जल की समस्या पहले से ही रही है। अब यह अपने देश में विकराल रूप लेती जा रही है। इसलिए हमें अभी से सचेत होकर जल संरक्षण करना चाहिए। प्रधानाचार्य कुमार अमरनाथ ने कहा कि जल ही जीवन है, इसके बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। इस अवसर पर शिक्षक दयानंद भारती, बीर बहादुर नायक, अमृता सिंह, अनीता कुमारी, नीतू दुबे, रिया दुबे, नेहा कुमारी, चंदा, पूजा, च्योति, रेनू, राधेश्याम शुक्ल, जयसिंह यादव, संत प्रसाद आदि मौजूद रहे।