सराफा कारोबार ठप, करोड़ों का नुकसान
- तीन दिनों की हड़ताल पर सराफा कारोबारी, दुकानें बंद कर किया प्रदर्शन
- एक्साइज ड्यूटी लगाने और दो लाख से अधिक की खरीद पर पैन कार्ड की अनिवार्यता खत्म करने की मांग - तीन दिनों में नहीं पूरी हुई मांगें तो मासिक बंदी पर जाने की दी चेतावनी GORAKHPUR: अपनी विभिन्न मांगों को लेकर स्वर्ण व्यवसायी तीन दिनों की हड़ताल पर चले गए। बुधवार को सिटी की ज्वैलरी मार्केट पूरी तरह बंद रही। इसका असर कारोबार पर भी पड़ा और उन्हें भारी नुकसान भी उठाना पड़ा। व्यपारियों का कहना है कि अगर सरकार ने उनकी मांगों पर विचार नहीं किया तो आने वाले समय में यह बंदी मासिक भी हो सकती है। पैन अनिवार्यता खत्म होसराफा व्यापारी एक फीसदी एक्साइज ड्यूटी लगाए जाने और दो लाख से अधिक के सोने की खरीद पर पैन कार्ड की अनिवार्यता को खत्म करने की मांग कर रहे हैं। इसे लेकर ऑल इंडिया सराफा एसोसिएशन के आह्वान पर गोरखपुर सराफा मंडल ने दुकाने बंद रखीं। सभी व्यापारी घंटाघर में एकत्रित होकर धरने पर बैठ गए और अपनी मांगों का जोरदार समर्थन किया। धरने का संचालन करते हुए सराफा मंडल के अध्यक्ष शरद चंद अग्रहरी ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से डायमंड व गोल्ड ज्वैलरी पर जो एक प्रतिशत की एक्साइज डयूटी लगाई गई है, अगर उसे खत्म नहीं किया गया तो ऑल इंडिया सराफा एसोसिएशन व उत्तर प्रदेश सराफा एसोसिएशन की ओर से जो निर्णय लिया जाएगा। उसका हम पूरा समर्थन करेंगे। इसके साथ ही राकेश वर्मा ने कहा कि हम सब साथ मिलकर लड़ाई लड़ेंगे जिससे कि केंद्र सरकार को मजबूर होकर हमारी मांगों को पूरा करने पर बाध्य होना पड़ेगा। धरने को अतुल सराफ, महेश वर्मा, पीडी जैन, सुरेंद्र सोनी, दिनेश सराफ, मनोज सराफ, गिरजेश वर्मा, बबलू अग्रहरी, महेंद्र अग्रहरी आदि लोगों ने भी संबोधित किया।
50 करोड़ का होगा नुकसानव्यापारियों के मुताबिक मोदी सरकार सराफा बाजार की कमर तोड़ने की साजिश कर रही है। शरद चंद अग्रहरी के मुताबिक सिर्फ सिटी में ही ज्वैलरी की करीब 25 सौ दुकाने हैं और इन दुकानों से प्रतिदिन आठ से दस करोड़ रुपए का कारोबार होता है। इसके अलावा आसपास की दुकानों को मिला दिया जाए तो तीन दिनों की बंदी में करीब 50 करोड़ का नुकसान होगा। वहीं शादियों का सीजन होने से लोग भी परेशान हो सकते हैं। इससे कारोबार पर तो असर पड़ेगा ही साथ ही लगन होने की वजह से इसका खामियाजा आम पब्लिक को भी भुगतना पड़ रहा है। व्यापारियों का कहना है कि इसका असर आने वाले दिनों में सोने व चांदी के भाव पर भी पड़ सकता है। इससे सोने व चांदी के दाम भी बढ़ सकते हैं।
क्या कहते हैं सराफ एसोसिएशन गोरखपुर मंडल के सराफा कारोबारियों ने बुधवार से सराफा कारोबार ठप कर दिया। कारोबारियों का कहना है कि तीन दिनों की बंदी सरकार के लिए सांकेतिक बंदी है। उनकी मांगे नहीं मानी गई तो यह आंदोलन और बंदी मासिक हो जाएगी। गोरखपुर सराफा एसोसिएशन के संरक्षक अतुल सराफ का कहना है कि सरकार सरकार की नीति पूरी तरह गलत है। इसलिए यह लड़ाई सिर्फ सराफा बंधुओं की नहीं है, बल्कि समस्त स्वर्ण समाज की है। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर इस लड़ाई को लड़ेंगे और सरकार को हर हाल में झुकना पड़ेगा। क्या कहते हैं स्वर्ण व्यापारी - गांव का काश्तकार कहां से पैन कार्ड लेकर आएगा। - मोदी सरकार सभी के लिए पैन कार्ड की व्यवस्था करे। - सोने-हीरे की खरीद पर एक प्रतिशत की एक्साइज ड्यूटी लगाना व्यापारियों की कमर तोड़ने की साजिश है। - एक्साइज डिपार्टमेंट को हम कैसे यह बताएंगे कि कौन सा जेवर खरीदकर और कौन सा जेवर खुद बनाकर बेच रहे हैं।- सेल्स टैक्स, इनकम टैक्स, लेबर चार्ज के बाद अब एक्साइज डिपार्टमेंट को बैठा दिया गया है।
- अगर सरकार को कुछ बढ़ाना ही था तो एक प्रतिशत कस्टम ड्यूटी बढ़ा देती, इससे गवर्नमेंट की इनकम बढ़ती।