कलेक्ट्रेट में नहीं घुस पाए सपाई, पूर्व जिला पंचायत सदस्य की पिटाई
- बिना नामांकन गेट से लौटे सपा प्रत्याशी, साधना सिंह चुनी जाएंगीं निर्विरोध
- शास्त्री चौराहे पर किया धरना-प्रदर्शन, पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों पर आरोप GORAKHPUR: जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में भाजपा प्रत्याशी साधना सिंह का निर्विरोध निर्वाचन शनिवार को तय हो गया। नामाकंन के अंतिम समय तक सपा के जितेंद्र यादव कलेक्ट्रेट में पर्चा दाखिल करने नहीं पहुंच सके। कलेक्ट्रेट के भीतर मौजूद साधना सिंह के समर्थकों की भीड़ देखकर सपा जिलाध्यक्ष संग पहुंचे प्रत्याशी भीतर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। नामांकन कक्ष तक पहुंचने की कोशिश में जुटे पूर्व जिला पंचायत सदस्य को मनबढ़ों पीट दिया। पुलिस अधिकारियों और भारी पुलिस फोर्स के बीच उनको जान बचाकर भागना पड़ा। इस घटना के बाद घंटों भीतर जाने की मनुहार करके सपा जिलाध्यक्ष और उनके प्रत्याशी लौट गए। कलेक्ट्रेट में हुई घटना का वीडियो भी तेजी से वायरल हुआ। समर्थकों के लिए की घेराबंदी- शनिवार को नामांकन के लिए समय निर्धारित हुआ था।
- भाजपा प्रत्याशी साधना सिंह अपने समर्थकों संग 12 बजे पहले कलेक्ट्रेट में पहुंची। - भारी संख्या में उनके समर्थक भी कलेक्ट्रेट में घुस गए। समर्थकों ने चहुंओर घेराबंदी कर दी। - सुरक्षा के लिहाज से मेन गेट से लेकर हर तरफ पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई।- शास्त्री चौराहे पर भी पुलिस की टीम मुस्तैद रही। कलेक्ट्रेट का मेनगेट बंद कर दिया गया।
- सपा नेता और समर्थक पहुंचे तो उनको पुलिस ने शास्त्री चौराहे पर ही रोक दिया। - काफी प्रयास के बाद 1.30 बजे सिटी मजिस्ट्रेट राकेश श्रीवास्तव ने सपा प्रत्याशी चार लोगों को जाने की अनुमति दी। - कलेक्ट्रेट गेट पर सपा नेताओं को देखकर भीतर मौजूद भाजपा समर्थक नाराज होकर नारेबाजी करने लगे। - गेट खोलकर पूर्व जिला पंचायत सदस्य पारस यादव भीतर पहुंचे। कुछ मनबढ़ों ने उनको देखते ही पीटना शुरू कर दिया। - लात-घूसों से पिटाई होने पर वह किसी तरह से निकलकर भागकर शास्त्री चौराहे पर पहुंच गए। - भीतर के हालात देखकर सपा जिलाध्यक्ष, अध्यक्ष पद के प्रत्याशी और समर्थक सहम गए। - वह गेट पर खड़े होकर भीतर जाने के लिए पुलिस-प्रशासन से गुहार लगाते रहे। - एडीएम सिटी और सिटी मजिस्ट्रेट ने काफी रिकवेस्ट किया। लेकिन भीतर मौजूद लोग गेट खोलने को राजी नहीं हुए। - इंतजार करते-करते नामांकन का समय बीत गया। वहां से लौटकर सपा नेताओं ने शास्त्री चौराहे पर धरना शुरू कर दिया। अचानक बदल गए प्रत्याशी, दिन भर चला हंगामाजिला पंचायत अध्यक्ष पद चुनाव को पहले से ही गहमा-गहमी मची थी। पूर्व में घोषित प्रत्याशी आलोक गुप्ता के घर दो बार पुलिस की दबिश पड़ गई थी। इस बीच अचानक सपा उम्मीदवार बदल गए। वार्ड नंबर 47 के जिला पंचायत सदस्य जितेंद्र यादव का पर्चा खरीदा गया। पार्टी ने उनको अपना उम्मीदवार बनाया। लेकिन शनिवार को वह अपना नामांकन नहीं कर सके। इस दौरान दिनभर कलेक्ट्रेट में हंगामा चलता रहा।
ड्रोन से निगरानी, तमाशा देखती रही पुलिस कलेक्ट्रेट कैंपस में प्रत्याशी और प्रस्तावक सहित अन्य किसी की अनुमति नहीं होनी चाहिए। अधिकतम पांच लोगों के भीतर जाने का नियम बनाया गया था। लेकिन 12 बजते-बजते पूरा कलेक्ट्रेट में बाहरी लोगों का जमावड़ा लग गया। भाजपा से जुड़े अतिरिक्त लोगों को इंट्री करने में परेशानी हुई। कलेक्ट्रेट के कर्मचारी, पुलिस आफिस के बिना वर्दी में पहुंचे लोगों को समर्थकों ने खरीखोटी सुनाई। निगरानी के लिए जहां ड्रोन कैमरे की मदद ली गई। वहीं बवाल के दौरान पुलिस अधिकारी तमाशा देखते रहे। वीकेंड लॉकडाउन में कहां से आई इतनी भीड़कोरोना संक्रमण रोकने के लिए वीकेंड लॉकडाउन जारी है। शनिवार को वीकेंड लॉकडाउन के बावजूद कलेक्ट्रेट से लेकर चौराहों पर भीड़ नजर आई। इस दौरान कोरोना प्रोटोकॉल की जमकर धज्जियां उड़ी। बातचीत के दौरान लोग पुलिस कर्मचारी लोगों को मास्क पहनने की चेतावनी देते रहे।
जबरन रोका गया नामांकन भीतर का माहौल देखकर सपा जिलाध्यक्ष सहम गए। इंट्री गेट पर पुलिस ने उनको चारों तरफ से घेर रखा था। नामांकन से रोकने की जानकारी होने पर सपा नेता शास्त्री चौराहे पर जमा हो गए। पुलिस को देखकर वह तेवर में नहीं आ सके। जबरन नामांकन करने से रोकने की बात कहकर नारेबाजी करते रहे। भाजपा जिला पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशी के समर्थन में आए सैकड़ों लोगों ने कलेक्ट्रेट को अपने कब्जे में ले लिया था। उनके सामने प्रशासनिक अधिकारी जोड़कर खड़े रहे। हम लोगों को भीतर नहीं जाने दिया गया। जबरन रोके जाने से हमारे प्रत्याशी नामांकन नहीं कर सके। नगीना साहनी, जिलाध्यक्ष, सपा गोरखपुर