ग्रामीण अंचल को मिला 25 करोड़ वसूली का टारगेट
- शहर को बिजली बकायदारों से वसूलने होंगे 35 करोड़ रुपए
- चीफ इंजीनियर ने बैठक कर सौंपी वसूली की जिम्मेदारी GORAKHPUR: बिजली बिल के बकायदारों के लिए यह माह काफी मुश्किलों भरा हो सकता है। क्योंकि फरवरी माह में बिजली विभाग के कर्मचारियों को वसूली का टारगेट मिल गया है। ग्रामीण अंचल के जिम्मेदारों को 25 करोड़ से अधिक तो वहीं शहर को 35 करोड़ रुपए रुपए वसूल करने हैं। बुधवार को महानगर विद्युत वितरण निगम के अफसरों को जिम्मेदारी दे दी गई, जबकि ग्रामीण विद्युत वितरण खंड को गुरुवार को मीटिंग के दौरान टारगेट मिलेगा। एक दिन में 20 लाख की वसूलीपूर्वाचल विद्युत वितरण निगम के गोरखपुर जोन के चीफ इंजीनियर डीके सिंह ने बैठक ली। उन्होंने सभी को जिम्मेदारी सौंपते हुए अभी से अभियान चलाने के निर्देश दिए। टोटल आंकड़ों पर नजर डालें तो जिम्मेदारों को एक दिन में बिजली बिल बकाया के रूप में करीब 20 लाख रुपए वसूल करने होंगे। बैठक में महानगर विद्युत वितरण निगम के एसई आरआर सिंह, एक्सईएन एके श्रीवास्तव, आरपी पांडेय, संजय यादव सहित सभी एसडीओ और जेई मौजूद रहे।
टारगेट पूरा करने पर पुरस्कारडीके सिंह का कहना है कि पिछले साल के अपेक्षा वसूली टारगेट में इस साल 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, लेकिन अभी भी जिले में अरबों रुपए का बकाया है। इसी वसूली को लेकर यह बैठक आयोजित की गई है। जिसमें ग्रामीण विद्युत वितरण खंड को कम से कम 25 करोड़ और महानगर विद्युत वितरण निगम को कम से कम 35 लाख रुपए की वसूली करनी है। इस वसूली की समीक्षा मार्च के प्रथम सप्ताह में किया जाएगा और जो भी जेई, एसडीओ और एक्सईएन अपने टारगेट का 90 प्रतिशत से वसूली कर लिया होगा, उसको पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम की तरफ से प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा।