कुश्ती का सिरमौर 'गोरखपुर का योद्घा'
द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : आज खुशी का दिन है। 8 साल पहले इसी दिन कानपुर से आई नेक्स्ट की स्टार्टिग हुई थी। कानपुर का प्यार आई नेक्स्ट को मिला और आई नेक्स्ट ने रोज नए मुकाम बनाने शुरू कर दिए। दिन, महीने और साल बीतते गए और आई नेक्स्ट लोगों की जुबां से दिल तक पहुंचता रहा। जिसका नतीजा, 8 सालों में आई नेक्स्ट पांच राज्यों के 13 एडिशन के जरिए लाखों लोगों के घरों में नहीं बल्कि दिल में है। गोरखपुर में आई नेक्स्ट 5 अप्रैल 2010 को आया। तब किसी ने न सोचा था कि कुछ ही सालों में आई नेक्स्ट लोगों का परिवार का हिस्सा बन जाएगा। जिसके बिना हर परिवार खुद को अधूरा महसूस करेगा। अखबार की तरह आई नेक्स्ट ने हर सूचना लोगों तक एक अलग अंदाज में पहुंचाई तो एक फैमिली मेंबर की तरह उनकी समस्या का सॉल्यूशन भी कराया। कभी बाइकॉथन ने बच्चों से लेकर हर एजग्रुप के लोगों को एनवायरमेंट के प्रति अवेयर करने के साथ-साथ साइकिलिंग के क्रेज को बढ़ाने का संदेश दिया तो कभी हेल्थ मीटर ने बच्चों की सेहत का ख्याल रखा। अपने आठवें फाउंडेशन डे पर एक बार फिर आई नेक्स्ट गोरखपुर कुछ स्पेशल लेकर आया है। मिट्टी से जुड़े कई खेल हैं, मगर गोरखपुर में कुश्ती का कोई जोड़ नहीं। कुश्ती गोरखपुर की आन-बान-शान है। इस आन-बान-शान को आई नेक्स्ट और रोचक बना कर लाया है। जहां फन, फिटनेस के साथ कुश्ती होगी। 27 दिसंबर को 'आरपीएम एकेडमी प्रजेंट्स आई नेक्स्ट गोरखपुर का योद्धा' कॉम्प्टीशन होने जा रहा है। जिसमें गोरखपुर के सभी पहलवान अपना दम दिखाएंगे।
'गोरखपुर का योद्धा' को मिलेगा सम्मानगोरखपुर को कुश्ती की जननी कहा जाता है। यहां के पहलवानों का जलवा दूर-दूर तक रहा है, मगर समय के साथ जहां अन्य गेम हावी होने लगे, वहीं कुश्ती पिछड़ता चला गया। धीरे-धीरे एक समय आया, जब कुश्ती सिर्फ गांव में मिट्टी के अखाड़े तक सिमट कर रह गया, जबकि वर्ल्ड में कुश्ती मैट तक पहुंच गई है। कुश्ती के कम हो रहे इस क्रेज को बढ़ाने के लिए आई नेक्स्ट एक अनोखा प्रयास करने जा रहा है। अपने फाउंडेशन डे के मौके पर आई नेक्स्ट सैयद मोदी रेलवे स्टेडियम पर 27 दिसंबर को 'आरपीएम एकेडमी प्रजेंट्स आई नेक्स्ट गोरखपुर का योद्धा' का आयोजन कर रहा है। जिसमें गोरखपुर के दिग्गज अपना दम दिखाएंगे। कॉम्प्टीशन कठिन है, मगर जोश सभी का देखने को मिलेगा। कॉम्प्टीशन दो कैटेगरी में होगा। पहली कैटेगरी में 70 केजी से कम वेट के पहलवानों के बीच कॉम्प्टीशन होगा। वहीं दूसरी कैटेगरी में 70 केजी से अधिक वेट वाले पहलवान अपना दम दिखाएंगे। दोनों कैटेगरी के योद्धा को कैशमनी प्राइज भी दिया जाएगा। पूरा कॉम्प्टीशन इंडियन रेसलिंग टीम के कोच चन्द्रविजय सिंह की देखरेख में होगा।
ये हैं हमारे स्पांसर मेन स्पांसर - आरपीएम एकेडमी एसोसिएट स्पांसर - कालीशंकर, अध्यक्ष हिंदुस्तान फ्रंट व प्रवक्ता समाजवादी पार्टी