आरपीएएफ की तेजी से टला बड़ा हादसा
- गोरखपुर से चलने वाली 15015 के एसी कोच में शॉर्टसर्किट से लगी आग
- विभागीय जांच के लिए जा रहे आरपीएफ कॉन्टेबल की सूचना पर पहुंची आरपीएफ टीम ने संभाली कमान - 50 मिनट खड़ी रही गोरखपुर-यशवंतपुर एक्सप्रेस GORAKHPUR : गोरखपुर से चलकर यशवंतपुर को जाने वाली क्भ्0क्भ् गोरखपुर-यशवंतपुर एक्सप्रेस एक बड़े हादसे का शिकार होने से बच गई। गोरखपुर से कुछ ही दूर पहुंची ट्रेन के एसी कोच से धुआं निकलने लगा, जिसके बाद पैसेंजर्स के बीच अफरा-तफरी मच गई। इस दौरान विभागीय जांच के लिए गोंडा जा रहे कांस्टेबल ने इसकी सूचना पर आरपीएफ इंस्पेक्टर राजेश कुमार को दी। उन्होंने गाड़ी को तत्काल वहीं चेन पुलिंग कर रोकने के निर्देश दिए और अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। एसी मैकेनिक की मदद से तार को ठीक कराया गया, जिसके बाद ट्रेन भ्0 मिनट की देर से 7.भ्0 पर गोरखपुर से आगे रवाना हुई।सुबह म्.भ्0 पर हुआ शॉर्ट सर्किट
क्भ्0क्भ् गोरखपुर तय शेड्यूल से कुछ लेट यशवंतपुर के लिए रवाना हुई। अभी वह सूरजकुंड रेल ओवर ब्रिज के पास ही पहुंची थी कि तभी उसके थर्ड एसी बी-क् कोच की बर्थ नंबर क्7-ख्ब् के बीच लगी इमरजेंसी लाइट से धुआं निकलना शुरू हो गया। धीरे-धीरे वह बढ़ता ही जा रहा था। इस बीच उस कोच में अफरा-तफरी मच गई। मौके पर विभागीय जांच के लिए जा रहे आरपीएफ के हेड कांस्टेबल पृथ्वीपाल वर्मा और कांस्टेबल विकास कुमार यादव ने म्.भ्0 पर इसकी सूचना आरपीएफ इंस्पेक्टर को दी। वह दुर्गेश कुमार, संजीव कुमार और विजय कुमार के साथ मौके पर पहुंचे।
पैसेंजर्स निकल आए बाहर कोच में इमरजेंसी लाइट से लगातार धुआं निकलने की वजह से सभी पैसेंजर्स बाहर आ गए। इस बीच असिस्टेंट सिक्योरिटी कमिश्नर अनिरुद्ध चौधरी, एरिया मैनेजर जेपी सिंह के साथ एईई और एसी कोच इंजीनियर भी मौके पर पहुंच गए। पैसेंजर्स से पूछताछ पर पता चला कि बर्थ नंबर क्7 से ख्ब् के सामने गैलरी की इमरजेंसी लाइट से धुआं निकल रहा था। इस दौरान मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने केबिन नंबर फ् में पहुंचकर मुआयना किया और स्विच बॉक्स खुलवाया। उसमें लगे सभी तार जल चुके थे और आपस में चिपक गए थे। एसी मैकेनिक्स की हेल्प से जले हुए तार ठीक कराए गए। 7.फ्ख् मिनट पर सीनियर सेक्शन इंजीनियर ने उसे फिट डिक्लेयर किया, जिसके बाद गाड़ी 7.ब्0 पर आगे के लिए रवाना हो सकी।