बगैर सूचना के गायब हुए रोडवेज ड्राइवर्स, मुसाफिर परेशान
- ग्राम प्रधान चुनाव और मैरिज सीजन में नहीं मिल रही है यात्रियों को बसें
- ज्यादातर अनुबंधित बसें कंडक्टर के अभाव में डिपो में खड़ी हैं बसें GORAKHPUR: मताधिकार का प्रयोग करने के फेर में रोडवेज ड्राइवर बगैर किसी सूचना के गायब हो गए। इसका नतीजा यह रहा कि रोडवेज बसों का संचलन ठप हो गया। आलम यह रहा कि गोरखपुर डिपो के 50 परसेंट ड्राइवर्स बिना किसी सूचना के गायब हो गए। सोर्सेज की मानें तो कुछ ड्राइवर्स ग्राम प्रधान चुनाव के चलते गायब हो गये हैं। वहीं अनुबंधित बस एसोसिएशन के अध्यक्ष ने इसे विभागीय लापरवाही बताया है। यात्रियों को हो रही है दिक्कतइन दिनों जहां मैरिज सीजन चल रहा है। लोग रिश्तेदारी में शादी अटेंड करने के लिए बसों के सहारे एक शहर से दूसरे शहर को जा रहे हैँ। वहीं ग्राम प्रधान चुनाव में अपने सगे संबंधियों को वोट देने के लिए दूर-दूर से लोग बसों के सहारे पहुंच रहे हैं। ऐसे में ड्राइवर्स के गायब हो जाने सभी पैसेंजर्स की परेशानी बढ़ गई है। बसें प मिलने से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बसें न मिलने से आसपास के ग्रामीण इलाकों में जाने वाले यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में काफी दिक्कतें हुई।
बिना सूचना के गायब हुए ड्राइवर्स
अनुबंधित बस एसोसिएशन के क्षेत्रीय अध्यक्ष विनोद पांडेय बताते हैं कि गोरखपुर रीजन में निगम की बसों से ज्यादा अनुबंधित बसें हैं। ऐसे में इस रीजन से सबसे ज्यादा रेवन्यू रोडवेज को अनुबंधित बसों से मिलता है। मैरिज सीजन में सवारियां परेशान हैं, लेकिन कंडक्टर बिना किसी सूचना के गायब हो चुके हैं। जबकि इस बात की जानकारी रोडवेज के सभी अधिकारियों को है। 10-15 बसें हो रही ऑफ रूट उन्होंने बताया कि कोई ऐसा दिन बीत रहा है जब ड्राइवर्स के गायब होने का असर न पड़ रहा हो। डेली 10-15 अनुबंधित बसें कंडक्टर के अभाव में रूट पर न चलकर ऑफ रूट होकर जा रही हैं। उधर बसों के खड़ी होने से जहां रोडवेज को भी काफी आर्थिक नुकसान हो रहा है। यात्रियों को भी अपने गंतव्य तक पहुंचने में काफी दिक्कतें हो रही हैं। उन्होंने बताया कि कंडक्टर के अभाव में बसें तो प्रभावित हो रही हैं, लेकिन डग्गेमार वाहनों की इन दिनों चांदी है। क्योंकि ज्यादातर सवारियां डग्गेमार वाहनों में बैठने को मजबूर हो रही हैं। आठ दिसंबर तक होगी परेशानीक्षेत्रीय अध्यक्ष ने बताया कि अगर यही स्थिति रही तो अनुबंधित बस एसोसिएशन के पदाधिकारी अनुबंधित बस सेवा का संचालन बंद करने को बाध्य होंगे। जिसकी पूरी जिम्मेदारी निगम प्रशासन की होगी। उधर गोरखपुर डिपो के एआरएम महेश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि चुनाव के चलते कुछ बसें प्रभावित हुई हैं। करीब 50 परसेंट ड्राइवर्स छुट्टी पर चले गए हैं। जिसके चलते यह समस्या 8 दिसंबर तक बनी रहेगी।
मुझे पडरौना जाना है, लेकिन बस ही नहीं मिल रही है। कई घंटे से स्टेशन पर खड़ा हूं, कोई जाने को तैयार ही नहीं है। - सुरेश कुमार तमकुही राज जाना है। बसें खड़ी हैं, लेकिन कंडक्टर ही नहीं है। जिससे की बस चल सके। मुझे अपनी भतीजी की शादी में घर पहुंचना बहुत जरूरी है। - मनोज सिन्हा चुनाव के चलते ज्यादातर ड्राइवर्स छुट्टी पर हैं। जिसके चलते कुछ बसें प्रभावित हुई हैं। ऐसी कंडीशन में गाडि़यां स्टेशन से ही बुक कराकर भेजी जा रही हैं। सुग्रीव कुमार राय, आरएम, रोडवेज