- दो साल की जद्दोजहद के बाद इस साल बनी रोड

- कई बार मेयर, नगर आयुक्त और पार्षद का फुंका जा चुका है पुतला

- रोड बननी शुरू हुई तो फिर हो गया विवाद

GORAKHPUR: नगर निगम के निर्माण कार्यो से विवादों का साया हटता नजर नहीं आ रहा है। हुमायूंपुर के अंसारी रोड के नाला निर्माण मामला अभी शांत ही नहीं हुआ था कि चिलमापुर में हो रहे रोड निर्माण को लेकर विवाद शुरू हो गया। वैसे चिलमापुर रोड का और विवाद का पुराना नाता रहा है। पिछले दो साल में इस रोड पर मेयर, विधायक, पार्षद और नगर आयुक्त तक के खिलाफ आंदोलन हो चुका है। अब नए विवाद में ट्यूज्डे को सपा जिला अध्यक्ष के खिलाफ भी नारेबाजी हुई।

बारिश होते ही जलमग्न हो जाती थी रोड

चिलमापुर से भरवलिया बुजुर्ग तक 4 किमी लबी सड़क है। इस सड़क का लगभग 3 किमी हिस्सा नगर निगम में पड़ता है। 2012 से यह रोड टूटी हुई है। हर साल सीआरएफ योजना के तहत रोड का चयन होता रहा है लेकिन निर्माण कार्य 2015 में शुरू हुआ। हल्की बारिश होते ही पुरा रोड जल मग्न हो जाता था और इस रोड से डेली 20 हजार पब्लिक को आने-जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ जाता था।

पिछली बरसात में जमकर हुआ था बवाल

अगस्त 2014 में इस रोड को लेकर जमकर बवाल हुआ था। रोड निर्माण की मांग को लेकर पब्लिक ने जेई को दो घंटे तक चिलमापुर रोड पर बैठाए रखा। स्थानीय पार्षद संजय सिंह ने पूरे मामले को सुलझाया और नगर निगम अफसरों ने आश्वासन दिया कि इस रोड को जल्द ही बनवा दिया जाएगा, तब जाकर स्थानीय लोगों ने जेई को छोड़ा। उसके बाद नवंबर तक रोड नहीं बनी तो स्थानीय भाजयूमो कार्यकर्ताओं ने आजाद चौक पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। भाजयूमो कार्यकर्ताओं के तीन दिन के प्रदर्शन पर एक बार फिर नगर निगम अफसर आश्वासन दिया। कई बार रोड को लेकर आम पब्लिक मेयर, पार्षद और नगर आयुक्त के खिलाफ आंदोलन कर चुकी है।

आपसी गलतफहमी से कुछ विवाद हो गया था, अब विवाद शांत हो गया है। 10 से 15 दिन में रोड के निर्माण का काम पूरा हो जाएगा।

संजय सिंह, पार्षद वार्ड न 40 रुस्तमपुर

Posted By: Inextlive