डॉक्टर ने भिजवाया था जेल इसलिए ले लिया उसका नाम
- तिवारीपुर एरिया से बच्ची महक को किडनैप करने वाले रिक्शा चालक ने गढ़ी थी झूठी कहानी
- बुरी नियत से खुद किया था बच्ची को अगवा, पुलिस जांच में निर्दोष निकला झोलाछाप डॉक्टर GORAKHPUR: तिवारीपुर एरिया से बच्ची महक को किडनैप करने वाले रिक्शा चालक महेंद्र उर्फ हरेंद्र की नियत बिगड़ गई थी इसीलिए उसने बच्ची का अपहरण किया था। पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि इस मामले में झोलाछाप डॉक्टर कहीं भी इन्वाल्व नहीं था। चूंकि उसने एक बार नशे में धुत रिक्शा चालक को जेल भिजवाया था इसलिए उसने बदला लेने के लिए इस केस में उसका नाम ले लिया। मंगलवार को पुलिस न्यायिक अभिरक्षा में हरेन्द्र को जेल भेज देगी। डोल गई नीयतगोरखनाथ एरिया के हुमायूंपुर उत्तरी जहिदाबाद निवासी मो। इरफान की छह साल की बेटी शनिवार को शाम में घर के बाहर महक खेल रही थी। इस दौरान चौरीचौरा के भरतपुर फुटहवा इनार निवासी रिक्शा चालक महेंद्र उर्फ हरेंद्र की नीयत बच्ची पर खराब हो गई। वह आइसक्रीम देने के बहाने बच्ची को कुछ दूर आगे ले गया और फिर झंगहा के कोनी सोनबरसा अपने मौसा के घर लेते गया। शक होने पर पब्लिक ने उसे बच्ची के साथ पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। इसके बाद उसने एक झूठी कहानी गढ़ दी कि वह एक झोलाछाप डॉक्टर को बच्चों को बेचता है इसलिए बच्ची का अपहरण किया था।
फंस गया झोलाछाप हरेन्द्र के बताने पर पुलिस चौरीचौरा के भरतपुर गांव पहुंची और झोलाछाप डॉक्टर छोटे लाल को सोमवार को सुबह उठा लिया। पुलिस उसके साथ कभी नरमी तो कभी कड़ाई से पेश आई लेकिन वह खुद को निर्दोष बताता रहा। पुलिस ने उसके बयानों की पड़ताल की तो उसकी बातें सच निकलीं। उसने बताया कि कुछ दिन पहले शराब पीकर रिक्शा चालक उसके क्लीनिक पर पहुंचा था और विवाद कर लिया था। तब 100 नंबर पर सूचना देकर उसको जेल भिजवा दिया था। तभी उसने धमकी दी थी कि वह बदला लेगा। इसके बाद जब पुलिस फिर रिक्शा चालक से कड़ाई से पेश आई तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। बताया कि गलत नीयत से बच्ची का अपहरण किया था और इसमें तस्करी जैसी कोई बात नहीं थी। बॉक्स शादी से पहले भेज दिया जाएगा 'ससुराल'आरोपी महेन्द्र ने बताया कि कुछ रोज पहले ही उसकी सगाई हुई है। अभी शादी होनी है। सारा मामला क्लीयर होने के बाद पुलिस अब उसे जेल भेजने की तैयारी में लगी है। मंगलवार को उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया जाएगा।
वर्जन आरोपी रिक्शा चालक द्वारा झोला छाप डॉक्टर का नाम लिए जाने के बाद डॉक्टर से पूछताछ हुई तो रिक्शा चालक ही दोषी निकला। बच्ची को बेचने वाली बात झूठ है। झोला छाप को फंसाने के लिए रिक्शा चालक ने कहानी गढ़ी थी। - रामलाल वर्मा, एसएसपी सीएमओ को रिपोर्ट भेजी गई है। टीम के आने के बाद झोलाछाप पर उचित कार्रवाई की जाएगी। जहां तक किडनैपर की बात है तो उसे मंगलवार को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा जाएगा। रविंद्र कुमार पांडेय, इंस्पेक्टर, तिवारीपुर