यूनिवर्सिटी से स्टेशन शिफ्ट हुआ राहत शिविर
- जारी है राहत सामग्री भेजने का सिलसिला
GORAKHPUR : नेपाल से आ रहे भूकंप पीडि़तों की मदद के लिए बनाया गया राहत शिविर को अब यूनिवर्सिटी से रेलवे स्टेशन शिफ्ट कर दिया गया है। ख्भ् अप्रैल को नेपाल में आए भूकंप के बाद से उप्र सरकार के निर्देश पर यूनिवर्सिटी परिसर में राहत शिविर लगाया गया था। शिविर में मेडिकल के साथ सभी सुविधाएं मुहैया कराई गई थी। शिविर में करीब क्0 हजार से अधिक भूकंप पीडि़त पहुंचे जिन्हें जिला प्रशासन की ओर से सकुशल उनके घर भेजने की व्यवस्था भी की गई। वहीं प्रशासन ने संडे को राहत शिविर पहुंचे हिंदू महासभा के लोगों की मदद लेने से मना कर दिया। मदद का दौर जारीभूकंप पीडि़तों के लिए नेपाल भेजी जा रही राहत सामग्री का सिलसिला संडे को भी जारी रहा। संडे को आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से टेंट और खाद्य सामग्री से भरा एक ट्रक नेपाल भेजा गया। जिसे सीडीओ कुमार प्रशांत ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया आशीष छापरिया ने बताया कि अगले तीन से चार दिन में कंबल से भरा एक ट्रक मदद को भेजा जाएगा। इससे पहले भी संस्था की ओर से खाद्य सामग्री भेजी गई थी। वहीं सूबे के मिनिस्टर आजम खां की ओर से भेजे गए पांच ट्रक को कमिश्नर राकेश कुमार ओझा ने हरी झंडी दिखाकर नेपाल के लिए स्टेशन रोड से रवाना किया। न्यू सोशल क्रिएशन की ओर से टेंट और रोज-जर्रा से जुड़ी चीजों से भरी राहत सामग्री नेपाल भेजी गई। ओमप्रकाश पाठक ने बताया कि ये मदद संस्था के मेंबर की ओर से भेजी जा रही है। मंडी परिषद की ओर से खाद्य सामग्री से भरे ब् ट्रक डिप्टी डायरेक्टर एमसी गंगवार ने नेपाल के लिए रवाना किया। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और विश्व हिंदू परिषद की ओर से राहत सामग्री और डॉक्टर्स की टीम मदद के लिए नेपाल रवाना की गई।