- खूनी होती जा रही रोडवेज की अनुबंधित बसें

- ड्राइवर की लापरवाही, बेकाबू रफ्तार ने बनाया यमराज

GORAKHPUR: एक अकेले मासूम रौनक की मौत का मामला नहीं, बल्कि जिले में रोडवेज की अनुबंधित बसें लगातार लोगों की जान ले रहीं। बेलगाम ड्राइवर्स की लापरवाही से बेकाबू रफ्तार में बसे यमराज बनकर सड़कों पर दौड़ रही हैं। एक्सीडेंट की बढ़ रही घटनाओं से भी जिम्मेदार सबक नहीं ले रहे। मंगलवार को रामनगर कड़जहां में रोडवेज की अनुबंधित बस कातिल साबित हुई। एक्सीडेंट के बाद मौके पर जुटे लोगों के आंखों में सिर्फ एक सवाल था कि आखिर कब तक ऐसे कितने रौनक घर नहीं लौटेगें?

गुस्सा तो लाजिमी था

रामनगर कड़जहां में हुए एक्सीडेंट के बाद पब्लिक का भड़कना लाजिमी था। हालात का जायजा लेने के बाद पुलिस भी इसे स्वीकार रही है। दुर्घटनास्थल के आसपास रहने वाले लोगों ने पुलिस को बताया कि बेटा-बेटी के साथ बाइक से घर जा रहे रमन अपनी साइड में थे। गोरखपुर से देवरिया जा रही बस के ड्राइवर की लापरवाही से हादसा हुआ। ओवरटेक करने के चक्कर में बस ड्राइवर ने बाइक को अनदेखा किया। बस चालक थोड़ी सावधानी बरतता तो यह नौबत नहीं आती।

सख्ती न होने से हौंसले बुलंद

जिले में बसों से होने वाले एक्सीडेंट लगातार बढ़ रहे हैं। गोरखपुर देवरिया रूट पर चलने वाली अनुबंधित बसों की चपेट में आने से आए दिन राहगीरों की जान जाती है। एक्सीडेंट के बाद पब्लिक बसों पर गुस्सा उतारती है। लेकिन कुछ दिन बाद लोग इसको भूल जाते हैं। न तो बस मालिक याद रखते, न ही ड्राइवर को इसका ख्याल रहता है। मामूली धाराओं में केस दर्ज होने की वजह से पुलिस भी सख्त कदम नहीं उठा पाती। पुलिस की सख्ती न होने से ऐसे लोगों के लगातार हौंसले बुलंद होते जा रहे हैं। इसका नतीजा है कि आए दिन ऐसी घटनाएं देखने को मिल रही हैं।

पब्लिक के खिलाफ होगा मुकदमा

अनुबंधित बसों को आग हवाले करने में पब्लिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज होगा। घटना की सूचना पर खोराबार पुलिस पहुंच गई थी। लेकिन संख्या कम होने से फोर्स ने पब्लिक के रियेक्शन का कोई प्रतिकार नहीं किया। सिपाही खड़े होकर बसों के जलने का तमाशा देखते रहे। आसपास के थानों की फोर्स आने पहुंचने पर एक्शन लिया। सख्ती दिखाकर लोगों को सड़क से खदेड़ा। खोराबार पुलिस का कहना है कि तहरीर मिलने पर मुकदमा बसों में आगजनी का मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

हाल में बसों से हुई दुर्घटनाएं

22 दिसंबर 2015: रामनगर कड़जहां में अनुबंधित बस ने बालक को कुचला, गुस्साए लोगों ने तीन बसों में आग लगाई।

30 नवंबर 2015: चौरीचौरा एरिया के डूमरीखुर्द में बुजुर्ग की मौत के बाद बवाल, तीन अनुबंधित बसों के शीशे तोड़े।

29 सितंबर 2015: कुशीनगर- कसया बाईपास पर छात्रा की मौत, उग्र छात्रों ने कई बसों में आग लगाई।

12 सितंबर 2015: इंजीनियरिंग कॉलेज के पास बस से छात्रा की मौत, हंगामा, तोड़फोड़।

09 दिसंबर 2014: कूड़ाघाट में बेकाबू बस की चपेट में आने से पांच की मौत, 10 लोग घायल हुए। पब्लिक ने बस में आग लगाकर आवागमन ठप किया।

Posted By: Inextlive