कस्बे-कस्बे देसी कसीनो
-शहर के आसपास कस्बों में चल रहा है कसीनो
-10 गुना लाभ पाने के लिए रुपए लगा रहे लोगलॉकडाउन के कारण नेपाल में कसीनो बंद होने का असर शहर के आसपास छोटे कस्बों में नजर आने लगा है। नेपाल में बंदी का बेजा लाभ उठाते हुए जुआ खिलाने वाले एक रुपए लगाने पर 10 गुना कमाने का झांसा देकर कमाई में लगे हैं। कहा जा रहा है कि ऐसे मामलों की शिकायत पर लोकल पुलिस भी आंख मूंद लेती है। ज्यादा हो हल्ला मचने पर कार्रवाई का कोरम पूरा कर लिया जाता है। इसका वीडियो दैनिक जागरण आई नेक्स्ट को उपलब्ध कराया गया। वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि पीपीगंज कस्बे देसी कसीनो में कोरोना के संक्रमण को नजरअंदाज कर संचालक लोगों की भीड़ जुटाकर जुआ खिलाने में मशगूल हैं। अवैध तरीके से संचालित हो रहे कारोबार में न तो किसी को मास्क की फिक्र थी। न ही किसी को सोशल डिस्टेंसिंग की कोई टेंशन, सब अपने दांव पर लगी रकम का 10 गुना कमाने के चक्कर में पड़े थे। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ऐसी किसी मामले की जानकारी नहीं है। इसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
मेले का माहौल, खुलेआम चल रहा खेलपीपीगंज कस्बे में करीब 10 दिन पूर्व देसी कसीनो शुरू हुआ है। एक पुराने सिनेमा हाल के पास देसी शराब की गद्दी है। वहीं से कुछ दूरी पर स्थित खाली भूमि में सुबह ही संचालक पहुंच जाते हैं। लोग पहले से ही संचालकों को पहुंचने का इंतजार करते हैं। इस दौरान पूरा मेले जैसा माहौल हो जाता है। लोगों का कहना है कि दिनभर चलने वाले इस खेल में संचालकों को रोजाना 50 हजार से अधिक का लाभ मिल जाता है। आसानी से होने वाली कमाई के लिए खुलेआम खेल चल रहा है।
ऐसे खेलते जुआरी, इस तरह होता लाभसंचालक की तरफ से 20 सिंबल निर्धारित किए गए हैं। खेलने पहुंचे लोग उसी सिंबल पर अपनी रकम लगाते हैं। सिंबल के अनुसार ही कागज की पर्चियां रखी होती हैं। उन पर्चियों को खोलने पर यदि सिंबल मैच कर गया तो जितनी रकम प्लेयर ने लगाई है। उसका 10 गुना संचालक उसे वापस कर देते हैं। यदि किसी ने एक सिंबल पर 100 रुपए का दांव लगाया है तो पर्ची से मिलान होगा। यदि पर्ची और सिंबल दोनों सेम टू सेम निकले तो संचालक ओर से खिलाड़ी को 100 रुपए दिए जाएंगे। जुआ खेलने पहुंचे लोग अपनी जेब के अनुसार 10, 50, 100, 500 तक की रकम दांव पर लगाते हैं।
संचालक को ऐसे होता फायदा एक बार में यदि 10 लोग दांव लगाकर गेम खेलते हैं तो 10 सिंबल खाली रह जाते हैं। यदि किसी की पर्ची निकलने पर सिंबल मैच नहीं हुआ तो उसके दांव पर लगी रकम संचालक जब्त कर लेते हैं। यदि सभी 10 खिलाडि़यों के पास मौजूद पर्ची से सिंबल मैच नहीं किए तो सारी रकम संचालक की हो जाती है। ऐसे में हर बार गेम खेलने वाला लालच में पड़कर दांव पर दांव लगाकर अपनी रकम लुटाता रहता है। कस्बे के लोगों का कहना है कि इससे कई बार विवाद होने की संभावना भी रहती है। इस बारे में कई बार पुलिस को सूचना भी दी गई। लेकिन रिजल्ट सामने नहीं आया। इस संबंध में गुरुवार को जानकारी मिली थी। तब कार्रवाई का निर्देश एसओ पीपीगंज को दिया गया था। इस संबंध में जांच कराई जाएगी। यदि कोई मामला पाया गया तो संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। दिनेश कुमार सिंह, सीओ, कैंपियरगंज