अब आपको हाईजेनिक खाने के लिए इधर-उधर रेस्टोरेंट या होटल में भटकना नहीं होगा. बेहतर हाईजीन मेंटेन करने वाले होटल-रेस्टोरेंट में रेटिंग के साथ-साथ रैैंकिंग भी दिखाई देगी. जो फूड सेफ्टी एंड स्टैैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया एफएसएसएआई नई दिल्ली की तरफ से जारी की जाएगी. इसके लिए वह गोरखपुर शहर में होटल-रेस्टोरेंट की सूची फूड एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट से लेकर उसकी रेटिंग व रैैंकिंग जारी करेगी.


गोरखपुर (ब्यूरो)। फूड एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट से लाइसेंस लेकर होटल-रेस्टोरेंट में परोसे जाने वाले खानपान के रखरखाव के लिए हाईजीन की रैकिंग एफएसएसएआई की तरफ से रेटिंग कराई जाती है। लेकिन अब यह जानकारी भी मिल सकेगी कि जिस होटल में खाना खाने जा रहे हैं, वहां खाने और सर्विस में कितनी शुद्धता है। इसे लेकर होटल व रेस्टोरेंट को अस्थायी रेटिंग के साथ-साथ रैैंकिंग भी दी जाएगी। जो सालभर मान्य रहेगी। इसे हर बार बरकरार या बेहतर करने के लिए होटल-रेस्टोरेंट को अपना ऑडिट कराना होगा। पिछले साल हुई रेटिंग में गोरखपुर से 89 होटल-रेस्टोरेेंट के हाईजिन रेटिंग दिए गए थे। बता दें, 2022 में गोरखपुर के 89 होटल-रेस्टोरेंट की रेटिंग हुई थी। इसमें ऋद्धि-सिद्धी व गणेश मिष्ठान को फाइव स्टार रेटिंग मिली थी। थर्ड पार्टी से ऑडिट


फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट के सहायक आयुक्त (द्वितीय) गुंजन कुमार ने बताया कि एक थर्ड पार्टी ऑडिट के लिए कंपनी को भी नियुक्त किया गया है। एफएसएसएआई चाहती है कि जिस तरह से देशभर के होटलों को उनकी सुविधाओं के हिसाब से मिनिस्ट्री ऑफ टूरिज्म से स्टार रेटिंग मिली है। ठीक उसी प्रकार वहां पर लोगों को परोसे जाने वाले खाने की क्वालिटी के आधार पर भी 1 से 5 तक की रेटिंग दी जाए। इसी रेटिंग के आधार पर उनकी स्थानीय स्तर पर रैंकिंग तय की जा सकेगी। इसमें बड़े होटलों से लेकर छोटे रेस्टोरेंट तक को शामिल किया जा रहा है। ऐसे में लोग जब होटल या किसी रेस्टोरेंट में खाना खाने जाएंगे तो वहां के खाने और सर्विस की क्वालिटी की रेटिंग को भी देख सकेंगे। यह जांचकर रेटिंग देगी ऑडिट कंपनी- रेस्टोरेंट व होटल में मिलने वाला खाना कितना शुद्ध है।- जिस किचन में खाने को तैयार किया जा रहा है। वह कितना साफ है।- ग्राहकों को पीने के लिए दिए जाने वाला और खाना बनाने में उपयोग किए जाने वाले पानी की क्वालिटी कैसी है।- खाना बनाने के लिए जिस कच्ची सामग्री का उपयोग किया जा रहा है वह कैसा है।- ग्राहकों को परोसे जाने वाला खाना कितनी देर पहले तैयार किया जा रहा है। या ऐसा तो नहीं कि खाना काफी देर से रखा हुआ है और उसे गर्म करके परोस रहे हैं।- रात को बचे हुए खाने का होटल व रेस्टोरेंट क्या कर रहा है।सिटी के इन होटल-रेस्टोरेंट को मिला है एक्सीलेंट का सर्टिफिकेट

- जुबलिएंट फूड वर्कस (डोमिनोज पिज्जा), डोमिनोज, कॉनिनेंटल डेवलपर्स, प्रभा हास्पिटैलिटी एंड सर्विसेज, बर्गर किंग इंडिया, बार्बिक नेशनल हास्पिटैलिटी लिमिटेड, गणेश मिष्टान, निर्वाण सरोवर पोर्टिको, सिनेमॉन रेस्टोरेंट, चौधरी स्वीट हाउस, रंगरेजा रेस्टोरेंट, रिद्धी-सिद्धी मिष्ठान, होटल पार्क रिजेंसी, द येलो चिल्ली, 10 पार्क स्ट्रीट, रॉयल रेजीडेंसी होटल, होटल प्रगति इन, ब्लैक हार्स आदि ऐसे मिलता है स्कोर कैटेगरी - परसेंट में स्कोर एक्सीलेंट - 81-100 वेरी गुड - 61-80 गुड - 41 - 60नीड्स इंपॉवरमेंट - 21-40 पुअर - बिलो 20 परसेंट स्वच्छता रेटिंग के लिए आवेदन करना जरूरी - खाद्य सेवा प्रतिष्ठान जैसे होटल, रेस्टोरेंट, कैफेटेरिया, ढाबा - मांस खुदरा दुकान- मिठाई की दुकानें - बेकरी की दुकानेंस्वच्छता का कैसे करें मूल्यांकन - स्वच्छता रेटिंग के लिए आवेदन करने वाले खाद्य व्यवसाय संचालक को एफएसएसएआई से लाइसेंस या रजिस्ट्रेशन रखना अनिवार्य है। - अनुसूची 4 की आवश्यकताओं का पालन करना जरूरी है। - एएसटीएसी से प्रशिक्षित खाद्य सुरक्षा पर्यवेक्षकों की नियुक्ति करना जरुरी है। - समय-समय पर भोजन और पानी के नमूनों का परीक्षण करवाना जरुरी है।

हेल्थ मिनिस्ट्री होटल व रेस्टोरेंट को रेटिंग का सर्टिफिकेट देती है। सालभर तक के लिए मिलने वाले इस रेटिंग सर्टिफिकेट को व्यापारी अपने प्रतिष्ठानों में प्रदर्शित भी कर रहे हैैं। वहीं अगर साल के बीच में एफएसएसएआई को लगता है कि ऑडिट के दौरान होटल व रेस्टोरेंट संचालक सावधानियों को बरकरार नहीं रख रहे तो वह बीच में भी ऑडिट करवा सकती है। गुंजन कुमार, सहायक आयुक्त (द्वितीय), फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट

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