गोरखपुर को बनाए सिटी ऑफ नॉलेज : प्रेसिडेंट
syedsaim.rauf@inext.co.inGORAKHPUR: गोरखपुर को नॉलेज हब बनाने में हर एक व्यक्ति अपना योगदान करे। 2032 तक गोरखपुर को सिटी ऑफ नॉलेज की संज्ञा दी जाए। मुझे उम्मीद है कि ऐसा होगा भी। यह सिर्फ गोरखपुर नहीं, बल्कि पूर्वांचल और प्रदेश के लिए भी बड़ी उपलब्धि होगी। यह बातें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कही। वह महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के संस्थापक सप्ताह समारोह में बतौर चीफ गेस्ट शिरकत करने के लिए गोरखपुर पहुंचे थे। उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ की। उन्होंने कहा कि यूं तो मेरा गोरखपुर से पुराना नाता है, लेकिन राष्ट्रपति बनने के बाद यह पहला मौका है, जब मैं गोरखपुर आया हूं। अब बदलाव नजर आ रहा है। 10-20 साल पहले जो गोरखपुर था, अब वह बदल चुका है.शिक्षा वही अच्छी को अच्छा इंसान बनाए
लोगों से रूबरू होते हुए प्रेसिडेंट ने कहा कि शिक्षा ही विकास की कुंजी है। भारत का विकास के मायने यह हैं कि शिक्षा का विकास। प्रेम, कर्तव्य और सद्भाव को जहां मूल्य दिया जाता है, वहां कोई भी चीज मुश्किल नहीं है। उन्होंने कहा कि शिक्षा वही अच्छी है जो बच्चों को अच्छा इंसान बनाए। इंसान अगर अच्छा हो, तो वह चाहे अधिकारी बने, चाहे पॉलिटिशियन, चाहे शिक्षक या फिर और कुछ वह अपनी फील्ड में अच्छा ही करेगा। शिक्षा जगत में गोरक्षनाथ पीठ ने अहम योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों में गुणवत्ता पर जोर दिया जाए और फील्ड की डिमांड के मुताबिक स्टूडेंट्स को अपडेट किया जाए।जॉब क्रिएटर बना रहा है यूपीयूपी की बात करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि यूपी में भी अब विकास दिख रहा है। यहां स्टार्टअप और आईटी की फील्ड में काफी काम हो रहा है। इसके जरिए युवाओं को मजबूत बनाया जा रहा है। युवाओं को जॉब क्रिएटर बनाने के लिए स्टार्टअप जैसी व्यवस्थाओं को बड़े पैमाने पर लागू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यहां के युवा अपने पैरों पर खड़े होंगे, तो पूर्वांचल का विकास खुद ब खुद होने लगेगा और पूर्वांचल के बिना यूपी का विकास संभव नहीं है। उन्होंने गोरखपुर और एमपी शिक्षा परिषद के योगदान और यहां के साधू-संतो के बारे में भी चर्चा की।बेहतर होने का रास्ता ढूंढो
इस मौके पर मौजूद राज्यपाल रामनाईक ने लोगों से रूबरू होते हुए कहा कि हमेशा कुछ नया करने की संभावना होती है। इसलिए बेहतर होने का रास्ता ढूंढते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऊंचाई पर जाना अच्छी बात है, लेकिन अहंकार बिल्कुल नहीं होना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि हमेशा ही मुस्कुराते रहना चाहिए, क्योंकि मुस्कुराने वाले हमेशा ही लोगों के प्रिय होते हैं और अगर कोई अच्छा कर रहा है, तो उसकी तारीफ करने में भी पीछे नहीं रहना चाहिए। सीएम ने किया वेलकम इवेंट के दौरान गेस्ट का वेलकम सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया। उन्होंने महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की ओर संचालित हो रहे शिक्षण संस्थानों और परिषद के उद्देश्य से लोगों को रूबरू कराया। इस मौके पर बेस्ट परफॉर्मेंस देने वाले 11 होनहारों को राष्ट्रपति के हाथों सम्मान मिला। वहीं कुल 730 स्टूडेंट्स को इवेंट के दौरान ऑर्गनाइज कॉम्प्टीशन और एनुअल परफॉर्मेंस के बेसिस पर सम्मानित किया गया। इवेंट की शुरुआत राष्ट्रगान के साथ हुई। इसके बाद सरस्वती वंदना पेश की गई। सीएम ने गेस्ट को शॉल और मोमेंटो देकर वेलकम किया। राष्ट्रपति के सामने कॉम्प्टीशन के विनर्स का शॉर्ट प्रेजेंटेशन भी हुआ।सर्किट हाउस से लेकर आए सीएम
इससे पहले कार्यक्रम स्थल गोरखनाथ मंदिर तक लाने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ सर्किट हाउस गए। वहां से राष्ट्रपति और राज्यपाल को लेकर कार्यक्रम स्थल पहुंचे। गुरू गोरक्षनाथ मंदिर के सामने उनकी गाड़ी रुकी और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच गेस्ट ने गुरू गोरक्षनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन किया। इसके बाद प्रेसिडेंट ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ के समाधि पर पहुंचे और आशीर्वाद लिया। इसके बाद वह कार्यक्रम स्थल पहुंचे, जहां कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत हुई।