पापा पैसा नहीं देते थे इसलिए बेटा सड़क पर चेन स्नेचिंग की घटना को अंजाम देने लगा. यह कहानी नहीं है बल्कि हकीकत है.


गोरखपुर (ब्यूरो)।रामगढ़ताल थाने की पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की मदद से तीन आरोपियों को अरेस्ट कर यह खुलासा किया है। इसमे सरगना बड़े घराने से ताल्लुक रखता है। वह गर्लफ्रेंड और अन्य शौक को पूरा करने के लिए चेन स्नेचिंग की घटना को अंजाम देने लगा। पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद अब सरगना रो-रोकर अपने किए की माफी मांग रहा है।चेन स्नेचिंग कर मचाई सनसनी
प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि रामगढ़ताल थाने की पुलिस ने चेन स्नेचर का सरगना आवास विकास कॉलोनी शाहपुर निवासी मयंक कुमार त्रिपाठी, आदित्य शर्मा और धानी बाजार निवासी प्रदीप श्रीवास्तव को गुरुवार को अरेस्ट किया। पूछताछ में अभियुक्त मयंक ने बताया कि मेरी रजाई की दुकान पर आदित्य काम करता है। हम लोग किशन उर्फ आकाश यादव उर्फ शानु की बाइक मांग कर लाए थे। उस बाइक से 25 मई को तारामंडल में डॉ। वाई सिंह नेत्र सर्जन की मां और 17 जून को इसी एरिया की एक और महिला उमा श्रीवास्तव से चेन स्नेचिंग की थी। प्रदीप उर्फ रिंकू बिकवाता था चेनमयंक ने बताया कि प्रदीप श्रीवास्तव उर्फ रिंकू जिसकी सिटी मॉल के सामने पान की दुकान है। वह माल छिपाने और उसे बिकवाने में सहयोग करता था।


कोविड रूल फॉलो करते थे चेन स्नेचरएसपी सिटी ने बताया कि चेन स्नेचर की हर करतूत सीसीटीवी कैमरे में कैद होती रही। चेन स्नेचर इस समय जब कोरोना कहीं नहीं हैं, फिर भी यह चेहरा छिपाने के लिए मास्क जरूर लगाते थे, सिर पर हेलमेट भी पहनकर घटना को अंजाम दे रहे थे। बाइक के नंबर प्लेट पर टेप लगाए रहते थे। फुटेज के आधार पर इनके हुलिया की पहचान कर आरोपितों की गिरफ्तारी की गई है। शाहपुर के बड़े घराने को बेटा है मयंकमंयक की शाहपुर में रजाई, गद्दे की कमल इंटरप्राइजेज के नाम से एक बड़ी दुकान है। यह दुकान पुरानी होने की वजह से यहां कस्टमर की भीड़ भी खूब लगती है। मयंक बिगड़ ना जाए इसलिए उसके पिता उसे कम पैसे देते थे। जबकि बीटेक की पढ़ाई पूरी करने के बाद मयंक की खर्चे और शौक बहुत बढ़ गए थे। सभी आरोपित का पहली बार क्राइम की घटना में नाम आया है। इनका पुराना कोई रिकॉर्ड नहीं है।

Posted By: Inextlive