शुरू हुई रामगढ़ताल की तल्लीझाड़ सफाई
- जीडीए के लो लैंड में बिछाई जाएगी ताल की सिल्ट
- मार्च 2015 तक होगी जाएगी पूरे ताल की सफाई द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : सिटी सुंदरता में चार चांद लगाने वाला रामगढ़ताल की सफाई शुरू हो गई है। जल निगम इसके लिए काम शुरू कर दिया है। गाद निकालने वाली मशीन से सर्किट हाउस के सामने जीडीए की लो लैंड जमीन पर गाद गिराई जा रही है। सफाई के बाद रामगढ़ताल की गहराई बढ़ जाएगी। रामगढ़ताल के 340 एकड़ हिस्से की होगी सफाई रामगढ़ताल परियोजना के प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया रामगढ़ताल परियोजना का लगभग 80 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। गाद निकलने की प्रक्रिया शुरू की गई है। रामगढ़ताल के 20 प्रतिशत हिस्से की गाद निकाली जानी है। यह कार्य मार्च 2015 तक पूरा हो जाएगा। जीडीए की लो लैंड में गिराया जा रहा है गादरामगढ़ताल परियोजना और जीडीए के बीच दो माह पहले हुए अनुबंध में यह तय हुआ था कि पहले मिट्टी की जांच की जाएगी। जांच में अगर मिट्टी ही होगी तो इसको गिराने की व्यवस्था की जाएगी। इसी शर्त के अनुसार दो दिन से रामगढ़ताल की खोदाई के बाद यह मिट्टी जीडीए की ग्रीन बेल्ट और लो लैंड एरिया में गिराई जाएगी। जीडीए की मानें तो मिट्टी अब खाद में तब्दील हो गई है इसलिए इसको ग्रीन बेल्ट में गिराया जा रहा है। इसके अलावा यह जीडीए की लो लैंड एरिया को भी भरने की काम आएगी।
रामगढ़ताल की हो रही खोदाई रामगढ़ताल परियोजना में यह शर्त थी कि जल निगम रामगढ़ताल की तल्लीझाड़ सफाई करेगा। रामगढ़ताल परियोजना का लगभग 80 प्रतिशत पूरा हो गया है, इस वजह से जल निगम ने रामगढ़ताल से गाद निकालने का काम शुरू किया है। जल निगम की मानें तो गाद की सफाई के बाद रामगढ़ताल 5 से 10 फीट और गहरा हो जाएगा। रामगढ़ताल के 20 प्रतिशत हिस्से की सफाई का काम शुरू किया गया है। यह कार्य मार्च 2015 तक पूरा हो जाएगा। रामगढ़ताल से निकलने वाली गाद जीडीए की खाली जमीन में गिरायी जा रही है। एमसी श्रीवास्तव, प्रोजेक्ट मैनेजर रामगढ़ताल परियोजना, जल निगम