फिर अधर में रामगढ़ ताल का सौंदर्यीकरण
-एसटीपी के दो सेंटर्स पर 24 घंटे बिजली सप्लाई नहीं मिल पाएगी
- पैसे को लेकर फंस गया मामला GORAKHPUR: रामगढ़ताल परियोजना पर से ग्रहण हटने का नाम नहींले रहा है। सीवरेज टीट्रमेंट प्लांट (एसटीपी) का कराने वाली कार्यदायी संस्था ने एक बार फिर लापरवाही बरतते हुए परियोजना को कुछ और दिन के लिए टाल दिया है। परियोजना को चलाने के लिए ख्ब् घंटे की बिजली की जरूरत होने के बाद भी इसे रोस्टरिंग लाइन से जोड़ दिया गया है। यही वजह है कि अभी तक काम नियमित तौर शुरू नहींहो पाया है। अगर मशीनों को मेन सप्लाई से नहींजोड़ा गया तो रामगढ़ के सौंदर्यीकरण की योजना को ग्रहण लग सकता है। डेली 700ख्0 रुपए का जलेगा डीजलजल निगम की रामगढ़ताल परियोजना की देखरेख कर रहे एसपी सिंह ने बताया कि जब मशीन लगकर तैयार हो गई थी तो उसे एक बार ख्ब् घंटे टेस्टिंग के लिए चलाया गया था। पैड़लेगंज में लगी मशीन की डीजल की खपत प्रति घंटा 87 लीटर है तो आरकेबीके पास लीग मशीन एक घंटे में ब्भ् लीटर डीजल पीती है। ख्ब् घंटे तक लगातार चली मशीन में कुल क्क्म्7 लीटर की खपत हुई। इस तरर एक दिन मशीन चलाने की लागत करीब म्8000 रुपए आई।
अप्रैल ख्0क्0 में शुरू हुई थी योजना
सिटी से निकलने वाला गंदे का 70 प्रतिशत रामगढ़ ताल में गिरता है। इसे रोकने के लिए लगातार आंदोलन किया गया। ख्0क्0 में केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय झील संरक्षण परियोजना में इस ताल को सेलेक्ट कर लिया। अप्रैल ख्0क्0 में इस ताल के सौंदर्यीकरण की जिम्मेदारी जल निगम को मिली। शुरू में इस परियोजना की लागत क्ख्ब्.फ्ख् करोड़ रुपए। साथ ही इस योजना को तीन साल में पूरा करना था। लापरवाही के कारण यह यह योजना लेट होती चली गई। जिस योजना को ख्0क्फ् में ही तैयार हो जाना था वह ख्0क्ब् के दिसंबर माह तक भी पूरी नहींहुई है। इसके अलावा समय ज्यादा लगने से योजना की लागत भी बढ़ती गई। परियोजना में सिटी से निकलने वाले क्भ् से फ्0 एमएलडी (मिलियन लीटर प्रतिदिन) गंदे पानी को दो सीवेज प्लांट के माध्यम से शुद्ध करके रामगढ़ताल में गिराना था, ताकि ताल का पानी खराब न हो और उसकी सुंदरता बनी रहे। इसमें ताल के सौंदर्यीकरण के साथ ही साथ ताल के किनारे बांध बनाने का काम करना था, लेकिन बिजली सप्लाई न होने के कारण काम अधर में आ गया है।बिजली विभाग रामगढ़ ताल परियोजना में ख्ब् घंटे बिजली देने के लिए इस्टीमेट तैयार कर रहा है। जल निगम की ओर से जैसे ही पैसा मिलेगा काम शुरू हो जाएगा। फ्0 दिन में यह इन पंपिग स्टेशन पर ख्ब् घंटे की बिजली सप्लाई दे दी जाएगी।
हेमंत सिंह, एसडीओ मोहद्दीपुर बिजली विभाग को ख्ब् घंटे सप्लाई देने के लिए पत्र लिखा गया है। जैसे ही इस्टीमेट मिल जाएगा, बिजली विभाग को भुगतान कर दिया जाएगा। एमसी श्रीवास्तव, प्रोजेक्ट मैनेजर, रामगढ़ताल परियोजना