राखी बांधकर भावुक हो गई ट्रेनी कांस्टेबल्स
- पुलिस लाइन में रक्षाबंधन पर पहली बार हुआ ऐसा कार्यकर्ता
- घर-परिवार से दूर 324 ट्रेनी कांस्टेबल्स ने बांधी राखी GORAKHPUR: पुलिस लाइन में पहली बार रक्षाबंधन के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। घर जाने के लिए छुट्टी न मिलने से मायूस प्रशिक्षु महिला कांस्टेबल्स ने भाई-बहन का त्योहार धूमधाम से मनाया। एसएसपी की पहल पर गुरुवार को पुलिस लाइन में रक्षा बंधन की नई परंपरा का आगाज हुआ। पुलिस अधिकारियों की कलाई में राखी बांधते हुए प्रशिक्षु कांस्टेबल भावुक हो गई। राखी बंधवाकर पुलिस अधिकारियों ने महिला कांस्टेबल को सुरक्षा और सहयोग का वचन दिया। मांग रही थीं छुट्टीपुलिस लाइन में 324 महिला कांस्टेबल प्रशिक्षु हैं। कई दिनों से वह सभी रक्षा बंधन पर घर जाने की लिए छुट्टी मांग रही थी। लेकिन अवकाश की व्यवस्था न होने से उनको घर जाने की इजाजत नहीं मिल सकी। बुधवार की शाम अपने परिजनों से बात करके कई कांस्टेबल उदास हो गई। गुरुवार को वे सभी परेशान थीं। इसकी जानकारी एसएसपी रामलाल वर्मा को हुई तो उन्होंने तत्काल पुलिस लाइन में रक्षा बंधन समारोह का आयोजन कराने का निर्देश दिया।
अचानक लौटी रौनकगुरुवार की सुबह प्रशिक्षुओं को जब बताया कि यहां उनके लिए खास तौर पर रक्षा बंधन समारोह का आयोजन हो रहा है तो उनके चेहरों की उदासी जाती रही। घर न जाने से परेशान कांस्टेबल तैयार होकर पुलिस लाइन पहुंच गई। सबसे पहले राखी बंधवाकर एसएसपी रामलाल वर्मा ने कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके बाद एक-एक करके सभी पुलिस अधिकारियों को बहनों ने राखी बांधी। सबको मिठाई खिलाकर उनसे सुरक्षा और सहयोग का वचन लिया। एसएसपी ने कहा कि वह सदा सबका ख्याल रखेंगे।
बॉक्स रक्षा सूत्र में बंधे बंदी मंडलीय कारागार में रक्षा बंधन धूमधाम से मनाया गया। सुबह से लेकर दोपहर बाद तक बहनें आती-जाती रहीं। बैरक से बाहर निकलकर बहनों के आने का इंतजार कर रहे बंदियों का जेल प्रशासन ने पूरा सहयोग किया। भाइयों को राखी बांधकर बहनों ने अपराध से नाता तोड़ने का वचन लिया। पूर्व मंत्री जितेंद्र जायसवाल उर्फ पप्पू भैया से मिलने के लिए महिलाओं की भीड़ लगी रही। पिपराइच क्षेत्र से आई सैकड़ों महिलाओं ने उनको राखी बांधी। बंदियों पर नजर रखने के लिए जेल अधिकारी और कर्मचारी दिनभर मुस्तैद रहे।