बरसात से मिली थोड़ी खुशी, ज्यादा गम
- शुक्रवार रात से शनिवार दोपहर तक लगी झड़ी, मौसम हुआ सुहाना
- शहर के कई एरिया में जल जमाव से सड़कों पर चलना हुआ मुश्किल - बिजली विभाग लापरवाही आई सामने, कहीं घर में दौड़ा करंट तो कहीं अंधेरा GORAKHPUR: मानसून ने शहर में दस्तक देकर मौसम सुहाना किया और लोगों को गर्मी से राहत दे दी। लेकिन इसके साथ ही पब्लिक को ढेरों गम भी दे दिया। शुक्रवार रात से शनिवार दोपहर तक लगी बरसात की झड़ी ने शहर में बिजली विभाग और नगर निगम की व्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख दी। कई जगहों पर लोग वाटर लॉगिंग की समस्या से जूझते दिखे। वहीं कई एरियाज में बिजली कटौती भी जमकर हुई। इसके साथ कई जगहों पर पोल और घरों में करंट का खौफ पूरे दिन छाया रहा। जलजमावजिला पंचायत रोड दोपहर 2 बजे तक 10 फीट पानी में कैद रही। यही हाल गीता प्रेस के सामने भी रहा। रेती चौकी से लालडिग्गी पार्क तक तीन जगह सड़क पर दो से तीन फीट तक पानी जमा रहा। रेती से नखास तक भी जल जमाव की हालत रही। शहर के बाहरी एरिया रुस्तमपुर, रानीबाग, पादरी बाजार, नया गांव, सेमरा एरिया की गलियों में नाला सफाई न होने के कारण जल जमाव की हालत बनी रही। फुलवरिया के कई एरिया में जल जमाव के कारण लोग घरों में कैद हो गए।
बिजली कटौती बारिश शुरू होते ही शुक्रवार की रात एक बजे तारामंडल एरिया इंदिरानगर फीडर का जंपर सब स्टेशन के अंदर ही फॉल्ट हो गया। एक घंटे बाद इसे सही करने के बावजूद इंदिरानगर, दाउदपुर और रसूलपुर एरिया में पूरी रात बिजली की आंख-मिचौली होती रही। सेमरा में शनिवार की भोर 5 बजे तार टूट गया। इसके कारण सुबह नौ बजे तक करीब 100 घरों की बिजली गुल रही। वहीं शनिवार की सुबह 9 बजे रुस्तमपुर सब स्टेशन खराबी आने के कारण बिजली गुल हो गई। दोपहर एक बजे के बाद बिजली सप्लाई चालू हो पाई। लापरवाही का करंट बिजली विभाग की लापरवाही के चलते कई पोल और घरों में करंट दौड़ गया। आरटीओ पर शटर में करंट आने के चलते दुकानें देर से खुलीं। राजेंद्र नगर पश्चिमी में एक पोल में करंट उतरने से गाय की मौत हो गई। पादरी बाजार में सब्जी मार्केट के पास एक तार पर कपड़ा पड़ा था और यह कपड़ा दो घरों को टच कर रहा था। रात को जैसे ही बारिश शुरू हुई, पानी से कपड़ा भींगने के बाद तीन घरों में करंट उतर गया।