- महज नाम के लिए वर्क करने वालों को लेकर रेलवे हुआ सख्त

- अब इंडियन रेलवेज में लगेगा बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम

- 26 जनवरी तक इंडियन रेलवेज के अंडर आने वाले सभी जोनल हेडक्वार्टर पर इंप्लीमेंट करने की तैयारी

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द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : मनमाने ढंग और जुगाड़ के बल पर रेलवे में नौकरी करने वाले एंप्लाइज की अब खैर नहीं है। मॉर्निग में आने के बाद ऑफिस से नदारद हो जाना और जुगाड़ के बल पर पूरे मंथ की अटेंडेंस एक साथ लगवा लेना, रेलवे ऑफिसेस में अब यह बीते दिनों की बात होगी। ऐसे एंप्लाइज पर सख्ती करने के इरादे से इंडियन रेलवे ने बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम इंट्रोड्यूस किया है। इसके तहत अब एंप्लाइज को अपना अटेंडेंस लगाने के लिए खुद ऑफिस में प्रेजेंट होना पड़ेगा। वहीं बायोमेट्रिक होने की वजह से इसमें किसी तरह का जुगाड़ भी काम नहीं आएगा।

26 जनवरी तक करना है इंप्लीमेंट

रेलवे बोर्ड की ओर से सभी जोन के जीएम को भेजे गए लेटर में इसे 26 जनवरी 2015 तक चरणबद्घ तरीके से इंप्लीमेंट कराने की बात कही गई है। बाद में इसे आधार कार्ड से भी लिंक करने की प्लानिंग की जा रही है। इस प्रोजेक्ट के तहत फ‌र्स्ट फेज में जोनल ऑफिसेज, एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसेज ऑफ प्रोडक्शन यूनिट्स, आरडीएसओ, कोलकाता मेट्रो, कोर इलाहाबाद के साथ डिविजनल हेडक्वार्टर में इसे इंप्लीमेंट किया जाएगा।

रुकेगी एंप्लाइज की मनमानी

इंडियन रेलवे की इस पहल से नौकरी मिलने के बाद ऐश काटने वाले एंप्लाइज पर शिकंजा कसेगा। बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम का यूज करने पर अटेंडेंस डेटा में किसी तरह की छेड़खानी नहीं हो सकेगी। एंप्लाइज कितने बजे ऑफिस पहुंच रहा है और कितने बजे ऑफिस छोड़ रहा है, यह आसानी से पता चल सकेगा। वहीं लेट आने वाले एंप्लाइज पर भी इससे शिकंजा कसा जा सकेगा।

एक घंटा लेट होने पर हाफ डे

रेलवे बोर्ड ने इस मामले में सख्ती बरतने के लिए कई और नियम बनाए हैं। इसके तहत अगर कोई एंप्लाइज एक घंटे लेट ऑफिस पहुंचता है, तो उसकी सैलरी, हाफ डे के हिसाब से बनाई जाएगी, वहीं ज्यादा देर होने पर उसकी कैजुअल लीव भी काटी जाएगी। लेटर में यह बात भी साफ है कि एक घंटे लेट पहुंचने पर एंप्लाइज को मंथ में सिर्फ दो बार ही हाफ डे चढ़ेगा, इसके बाद उनकी लीव मानी जाएगी और सीएल में से डिडक्ट होगी। सीएल न होने की कंडीशन में ईएल तक डिडक्ट करने की प्लानिंग की गई है। ज्यादा डिफॉल्टर एंप्लाइज के खिलाफ डिपार्टमेंटल एक्शन तक लिया जाएगा। वहीं टाइम से पहले घर जाने वाले एंप्लाइज के साथ भी यही रूल फॉलो होगा।

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प्रॉसेसिंग स्टार्ट, जल्द होगी शुरुआत

रेलवे बोर्ड के ऑर्डर को इंप्लीमेंट कराने के लिए एनई रेलवे में भी इसकी प्रॉसेस स्टार्ट हो चुकी है। बायोमेट्रिक सिस्टम को इंस्टॉल करने के लिए गोरखपुर में प्लानिंग भी स्टार्ट की जा चुकी है। जल्द ही इसकी शुरुआत हो जाएगी, जिसके बाद गोरखपुर और एनई रेलवे के अंडर आने वाले सभी डिपार्टमेंट्स में मनमानी करने वाले एंप्लाइज पर लगाम लग सकेगी। साथ ही पैसेंजर्स को अपनी प्रॉब्लम को सॉल्व करवाने के लिए किसी का इंतजार नहीं करना पड़ेगा।

बोर्ड के ऑर्डर सभी जोन को भेजे गए हैं। इसे इंप्लीमेंट करने के लिए वर्क प्रॉसेस में है। जल्द ही एनई रेलवे के सभी डिपार्टमेंट्स में बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम इंस्टाल कर दिया जाएगा।

- आलोक कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनई रेलवे

Posted By: Inextlive