- पहले टिकट रिजर्व करने वालों को ट्रैवलिंग के दौरान करना पड़ रहा है पेमेंट

- पैसेंजर्स को देने पड़ते थे स्लीपर क्लासेज के लिए 2 और एसी क्लासेज के लिए 5 रुपए

GORAKHPUR : इलाहाबाद में हर साल लगने वाले माघ मेले में रेलवे पैसेंजर्स की जेब काटने में लगा हुआ है। भले ही पैसेंजर को इस मेले में शामिल होना हो या नहीं, लेकिन उन्हें मेले का सरचार्ज अदा करना पड़ रहा है। इलाहाबाद से आने वाले पैसेंजर्स को इन दिनों टिकट कराने पर टिकट के साथ ही पेमेंट करना पड़ रहा है, जबकि पहले से टिकट कराने वाले पैसेंजर्स को ट्रैवेल के दौरान यह चार्ज टीटीई को पे करना पड़ रहा है। लगातार बढ़ रहे किराए के बाद रेलवे की सरचार्ज के नाम पर वसूली पैसेंजर्स को गले नहीं उतर रही है, मगर ट्रैवलिंग के दौरान न चाहते हुए भी उन्हें अपनी जेब ढीली करनी पड़ रही है।

रिजर्वेशन चार्ट में लिखा है सरचार्ज, देना है मजबूरी

रेलवे की फैसिलिटी का यूज कर माघ मेले में शामिल होने वाले पैसेंजर्स को चार्ज पे करना मजबूरी है। इलाहाबाद से गोरखपुर आए राजेश ने बताया कि उन्होंने अपना टिकट डेढ़ मंथ पहले ही करा लिया था, गोरखपुर आने के लिए जब वह ट्रेन पर चढ़े, तो टिकट चेकिंग के दौरान टीटीई ने क्0 रुपए मेला सरचार्ज भी अलग से लिया। इस दौरान उन्हें टीटीई ने बताया कि जिन्होंने पहले टिकट करा लिया था, उनको सरचार्ज करंट में पे करना पड़ रहा है, जबकि इन दिनों टिकट कराने वालों का सरचार्ज रिजर्वेशन के दौरान ही ले लिया जा रहा है।

पहले ख् रुपए और भ् रुपए लिया जाता था सरचार्ज

रेलवे में काफी पहले से ही माघ मेले के लिए सरचार्ज लिया जाता रहा है। इन दिनों माघ मेले की वजह से इसे दोबारा लिया जाने लगा है। हालांकि अभी गोरखपुर से इलाहाबाद जाने वाली गाडि़यों में इसकी शुरुआत नहीं हुई है, जबकि इलाहाबाद की ओर से आने वाली गाडि़यों में पहले से रिजर्वेशन कराने वाले पैसेंजर्स से यह लिया जा रहा है। पहले यह सरचार्ज स्लीपर क्लास के लिए ख् रुपए और एसी क्लासेज के लिए भ् रुपए लिया जाता था, जो इन दिनों बढ़ा दिया गया है। ट्यूजडे को चौरी-चौरा एक्सप्रेस से एसी फ् टियर से लौटे पैसेंजर्स से यह चार्ज क्0 रुपए लिया गया है।

रेलवे काफी पहले से माघ मेले का सरचार्ज लेता है। माघ मेले की वजह से इसको लिया जा रहा है।

- आलोक कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनईआर

Posted By: Inextlive