अगर आप एसी कोचेज में सफर कर रहे हैं तो वहां रहने वाले कोच अटेंडेंट से सावधान रहने की जरूरत है. कोच अटेंडेंट जहां अवैध वेंडिंग कराने में अहम भूमिका निभा रहे हैं वहीं लोगों के सामान पर हाथ साफ कराने में भी अहम भूमिका निभा सकते हैं.


गोरखपुर (ब्यूरो)।यह हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि जीआरपी ने इसका खुलासा किया है। जीआरपी व आरपीएफ ने ऐेेसे कर्मचारियों को प्वाइंट आउट कर 12 आउट सोर्सिंग कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई है। इन सभी के खिलाफ जनवरी से दिसंबर 2022 के बीच मुकदमें दर्ज किए गए हैैं। अवैध वेंडिंग से लेकर सामान चोरी के मामले में शामिल थे।उठने लगा भरोसा


गोरखपुर से करीब 200 से ज्यादा ट्रेनों का आवागमन होता है। स्लीपर में चोरी की घटना से बचने के लिए यात्री एसी कोचेज में यात्रा करना पहली प्राथमिकता में रखते हैैं। एसी थर्ड और सेकेंड टीयर में जहां सुविधाएं होती है, वहीं सेफ्टी के प्वाइंट ऑफ व्यू से यात्री इस कोच में रिजर्वेशन कराना भी पंसद करते हैैं। लेकिन एसी कोच में सफर करने वाले यात्रियों के सामान पर कोच अटेेंडेंट, सफाई कर्मी ही जब यात्रियों के लगेज पर हाथ साफ करने लगे, तो फिर रेलवे के इस व्यवस्था से भरोसा उठने लगता है। जीआरपी की मानेे तो एसी कोच आउटसोर्स कर्मचारियों से सतर्क रहना बेहद जरुरी है। थोड़ा भी चूके तो आपका पर्स या अन्य कोई सामान चोरी हो सकता है। नहीं कराते पुलिस वेरिफिकेशन

जीआरपी थाना प्रभारी विजय प्रताप सिंह ने बताया कि आउटसोर्स कर्मचारियों की कई शिकायतें आ चुकी हैं। जो भी शिकायतें आती हैं उसमें पड़ताल कराने पर यही जानकारी मिलती है कि सम्बंधित को बिना पुलिस वेरिफिशन के ही काम पर लगा दिया गया है, जो ठीक नहीं है। कई बार प्राइवेट कंपनियों को हिदायत दी गई है कि वे जो भी कर्मचारी रखते हैं उनका पुलिस वेरिफिकेशन जरुर कराएं, लेकिन उसका कोई असर नहीं होता है। सेलरी नहीं मिलती तो करते हैैं चोरी जीआरपी की माने तो आउटसोर्स कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि उन्हें प्रतिमाह 5 से 6 हजार रुपए ही सेलरी दी जाती है। हैरान करने वाली बात तो यह है कि ये वेतन हर महीने नहीं मिलता। कभी तीन-तीन महीने तक वेतन नहीं मिलता तो कभी कभी-कभी पांच-पांच महीने का। इसके साथ ही प्राइवेट कर्मचारी होने के नाते जिम्मेदारी की भी भावना भी नहीं होती है। इन्हें इस बात का डर भी नहीं होता है कि इनकी नौकरी रहेगी या नहीं।इनके खिलाफ दर्ज हो चुके हैं मामले सूरज कुमार -सामान चोरीराजेश कुमार - अवैध वेंडिंग, सतीश शाह -अवैध वेंडिंगछोटू वर्मा -अवैध वेंडिंगधर्मेन्द्र सिंह - अवैध वेंडिंगशरद सिंह- चोरीकुलदीप सिंह- अवैध वेंडिंगभरथ- अवैध वेंडिंगशैलेष पांडेय - अवैध वेंडिंग

यात्रियों द्वारा दर्ज कराए जाने वाले शिकायत में जब पड़ताल की गई तो पता चला कि अवैध वेडिंग के साथ-साथ जो आउटसोर्सिंग कर्मचारी हैैं, वे भी एसी कोच में यात्रियों के सामान चोरी करने का काम करते थे। इन सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।विजय प्रताप सिंह, प्रभारी, जीआरपी थाना

Posted By: Inextlive