- विन्ध्यवासिनी मोहल्ले स्थित निवास में बेड पर ही रेता गया था गला

- पति थे एनईआर के डिप्टी चीफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर और पत्‍‌नी एचपी स्कूल में हेडमिस्ट्रेस

- क्राइम सीन क्रिएट करके पांच घंटे से ज्यादा हुई छानबीन, दो हिरासत में

GORAKHPUR: कोतवाली एरिया के विंध्यवासिनी नगर मोहल्ले में गुरुवार की रात पूर्वोत्तर रेलवे के डिप्टी चीफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर संजय कुमार श्रीवास्तव (50) और एचपी चिल्ड्रेन एकेडमी में हेडमिस्ट्रेस तूलिका श्रीवास्तव (46) की उनके घर के बेडरूम में ही गला रेत तक हत्या कर दी गयी। इस सनसनीखेज डबल मर्डर की जानकारी सुबह तब हुई जब मोहल्ले में ही रहने वाले संजय के बहनाई को तूलिका के स्कूल से फोन आया और वो इन दोनों की खोज खबर लेने घर पहुंचे। घर के अंदर के हालात कुछ इस तरह थे मानो लूट भी हुई है। सभी सामान बिखरे थे। आलमारियों के साथ अटैची वगैरह खंगाला गया था।

साढ़े पांच घंटे चली जांच

घटना की जानकारी मिलते ही आईजी, डीआईजी, एसपी सिटी सहित क्राइम ब्रांच, फारेंसिक टीम तथा डॉग स्क्वॉयड टीम मौके पर पहुंची। इस हाई प्रोफाइल मर्डर केस में अपराधी तक पहुंचने के लिए पहली बार घर में पूरा क्राइम सीन क्रिएट किया गया। करीने से सबूत और फिंगर प्रिंट बटोरे गए। साढ़े पांच घंटे तक इन्वेस्टिगेशन चली। इसके बावजूद कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा। पुलिस को ये भी जानकारी मिली कि दोनों पति-पत्‍‌नी घर में अकेले थे। इनका एक ही बेटा प्रणव उर्फ हर्षुल है तो मुंबई में साउंड इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है।

फोन न उठने पर शक

देवरिया के पिपरा निवासी प्रो। गोपाल श्रीवास्तव डीडीयू यूनिवर्सिटी में जूलॉजी डिपार्टमेंट में कार्यरत थे। उन्हीं ने विंध्यवासिनी नगर में घर बनवाया था। संजय उन्हीं के बेटे हैं और इन दिनों पत्‍‌नी के साथ घर में रह रहे थे। पत्‍‌नी तूलिका को लेने के लिए रोजाना सुबह स्कूल से गाड़ी आती थी। शुक्रवार की सुबह ड्राइवर गाड़ी लेकर पहुंचा और हॉर्न बजाने और कॉल करने पर भी कोई रिस्पांस नहीं मिला तो उसने स्कूल पहुंच इसकी जानकारी दी। स्कूल वालों ने भी काफी फोन किया लेकिन जब बात नहीं हुई तो उन्होंने कॉलोनी में रहने वाली संजय की बहन आरती को इसकी जानकारी दी। आरती के पति डॉ। दीपक श्रीवास्तव इंजीनियर साहब के घर पहुंचे तो अंदर को नजारा देख उनके होश उड़ गए।

पूरा घर था अस्त व्यस्त

डॉ। दीपक ने देखा घर दरवाजा खुला हुआ है। अंदर सब कुछ अस्त व्यस्त था और बेडरूम में बेड पर दोनो की लाश पड़ी थी। संजय के मुंह पर दो और तूलिका के मुंह पर एक तकिया रखकर ढका गया था। गले से निकलने वाले खून से बेड सराबोर हो चुका था। सूचना मिलने पर सबसे पहले कोतवाली थाना में तैनात कांस्टेबल विजय प्रकाश दीक्षित पहुंचे। इसके बाद सीओ कोतवाली अशोक पांडेय, इंस्पेक्टर विजय राज सिंह भी पहुंच गए। मामला हाई प्रोफाइल देख एसपी सिटी हेमंत कुटियाल, सीओ क्राइम ब्रांच अभय मिश्रा ने फॉरेसिंक टीम, डॉग स्क्वॉड को भी बुला लिया। कुछ देर बाद सदर सांसद योगी आदित्यनाथ, मेयर डॉ। सत्या पांडेय, नगर विधायक डॉ। राधा मोहन दास अग्रवाल, आईजी पीसी मीणा, डीआईजी आरके चतुर्वेदी, एसपी क्राइम ब्रांच मानिक चंद सरोज सहित मृत दम्पति के रिश्तेदार, रेलवे के अफसर और स्कूल के लोगों की भीड़ जमा हो गई।

इंजीनियर को था ब्रेन ट्यूमर

सुबह 10 बजे पहुंची पुलिस मौके पर करीब साढ़े तीन बजे तक रही। मेन गेट से अंदर जाने के बाद लोहे के ग्रिल वाला दरवाजा लगा है। रोजाना उसमें ताला बंद रहता था। इस दरवाजे से होने के बाद ही अंदर मुख्य दरवाजे तक पहुंचना संभव है। इंजीनियर के बहनोई पहुंचे तो सभी दरवाजे खुले थे। ग्रिल वाले गेट का ताला गायब था। पड़ोसियों ने बताया कि इंजीनियर संजय को ब्रेन ट्यूमर था। इसलिए वह ज्यादा बात नहीं करते थे। स्कूल से आने के बाद तूलिका ही थी जो पास-पड़ोस के लोगों से थोड़ा बहुत मिलतीं या बात करतीं थीं। दम्पति के घर में मौजूद रहने के दौरान भीतर से कमरा बंद रहता था। किसी परिचित की पुष्टि होने पर ही वह दरवाजा खोलते थे।

लूट का इरादा या तलाश रहे थे दस्तावेज

पुलिस ने पाया कि बेडरूम के अलावा घर के अन्य कमरों को भी तबीयत से खंगाला गया था। हर कमरे में सामान बिखरा पड़ा था। प्रथम दृष्टया यही लग रहा था कि लूट के लिए हत्या की गई है। लेकिन कुछ चीजें पुलिस को भी चौंका रही थीं। जैसे यदि हत्यारे लूट के नीयत से आए थे तो उन्होंने घर में गणेश और हनुमान की सोने की कीमती मूर्तियां और लैपटॉप क्यों छोड़ दिया? लूटरों ने सिर्फ रकम की संभावना वाली जगहों की बजाय उन चीजों को भी क्यों उलट-पलट दिया जहां कुछ मिलने की संभावना नहीं थी। उन्हें सिर्फ कीमती सामानों की तलाश थी या कुछ खास दस्तावेज या दूसरी कोई चीज थी जिसे वो हर संभव स्थान पर खोज रहे थे।

तीन मोबाइल हैं गायब

छानबीन में पुलिस को घर में पति-पत्‍‌नी के कुछ साल फोन मिले हैं। जबकि तीन फोन गायब थे। इनमें से एक संजय का रेलवे सीयूजी वाला नम्बर भी लापता है। इंजीनियर संजय के एक हैंडसेट के व्हाट्सअप पर रात एक रिश्तेदार लड़की से रात 10.58 तक चैट किया गया था जिसके मैसेज देख कर समझ आया कि वो चैट तूलिका ने किए होंगे। माना जा रहा है कि हत्या की घटना को रात दो बजे के बाद अंजाम दिया गया है।

तो क्या घर में कोई तीसरा भी था?

पुलिस को सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात ये नजर आई कि किचन के सिंक में चाय के तीन कप और तीन गिलास मिले। ऐसे में ये शक गहरा रहा है कि क्या घर के अंदर रात में कोई और भी था जो इस दम्पत्ति को करीबी था। जिसने घटना को अंजाम दिया और इसके बाद दरवाजा खुला छोड़ निकल भागा। पुलिस को शक है कि लापता तीन फोन पर इनकमिंग और आउटगोइंग कॉल डिटेल से कुछ सुराग हाथ लग सकता है।

जुबिली की बाउंड्री फांद के भागा हत्यारा

डॉग स्क्वॉयड की स्निफर डॉग जूली कमरे निकलकर मोहल्ले में निर्माणाधीन कॉम्पलेक्स तक गई। पांच मिनट से अधिक समय तक वह बालू के ढेर को सूंघती रही। फिर जुबिली इंटर कॉलेज की बांउड्री तक गई। वहां ईटों पर बांउड्री फांदकर ग्राउंड में जाने से दीवार को कुछ प्लास्टर भुरभुरा कर गिरा मिला। माना जा रहा है कि हत्यारा जुबली कॉलेज की बाउंड्री फांदकर भागा होगा।

हिरासत में दो ड्राइवर, पुलिस कर रही पूछताछ

पुलिस ने शक के आधार पर इस दम्पत्ति के दो ड्राइवर को हिरासत में लिया है। दम्पति के पास दो कारें थीं और दोनों के लिए अलग-अलग ड्राइवर थे। करीब 12 साल पुराने ड्राइवर इलियास ने कम दिखाई देने की समस्या पर कुछ समय पहले काम छोड़ दिया। उसने ही अपने परिचित सूरजकुंड निवासी गोलू को रखवाया। दूसरा ड्राइवर ओपी था जो जरुरत पर बुलाने पर आता था। घर की तीन अलग-अलग चाभियां थीं जिसमें एक चाभी दाई मंजू के पास रहती थी। सालों पुरानी नौकरानी मंजू के आने के बाद दूसरी नौकरानी सुमित्रा घर आती थी। पुलिस इन सभी से पूछताछ कर रही है।

सर्जिकल ब्लेड से काटा गया गला

पुलिस का कहना है कि गले पर काटने के निशान इतने साफ हैं मानो सर्जिकल ब्लेड का इस्तेमाल किया गया हो। ऐसे निशान कटने के बाद जल्दी नजर नहीं आते। जबकि चाकू वगैरह के निशान दूर से ही नजर आ जाते हैं। हत्यारे को अच्छी तरह से पता था कि गले पर कहां काटना है जिससे तुरंत मौत हो जाए। इसलिए पति-पत्‍‌नी दोनों के गले पर एक ही जगह काटा गया जो कि ये संदेह पैदा करता है कि हत्यारे को गले की बनावट और काटने की जगह का अच्छी तरह से अंदाज था।

डबल मर्डर की फैक्ट फाइल: संभावनाएं और सवाल

1. न कोई दरवाजा टूटा ना ही कोई ताला। दरवाजे खुले पड़े थे। ऐसे में कोई घर के अंदर कैसे दाखिल हुआ जबकि दम्पत्ति बिना पहचान की पुष्टि के दरवाजा नहीं खोलते थे?

2. दोनों के शव बेड पर मिले। खून भी वहीं हुआ। ऐसे में ये भी संभावना खारिज हो गई कि रात में दरवाजा खटखटाने पर पति-पत्‍‌नी में से कोई एक ने दरवाजा खोला था।

3. यदि हत्या को पेशेवर लूटेरों के गैंग ने अंजाम दिया होता तो वो ताला या दरवाजा तोड़ अंदर दाखिल हुए होते। कहीं ने कहीं संघर्ष के निशान भी होते। लेकिन कुछ नहीं दिखा।

4. अमूमन पेशेवर लूटेरे तब तक हत्या नहीं करते जब तक उनका विरोध न किया जाए या फिर उन्हें घर के बाकी सदस्यों को दहशत में लाने के लिए ऐसा करना जरुरी लगे।

5. हत्यारे पेशेवर लूटरे कीमती सामान में कुछ न छोड़ते क्योंकि उनके पास हड़बड़ी में रहने का खतरा नहीं था। पति-पत्‍‌नी की हत्या के बाद वो ये काम इत्मीनान से कर सकते थे।

6. यदि हत्या लूट के इरादे से हुई तो हत्यारे काफी कुछ कीमती चीजों को नजर अंदाज नहीं करते, उसे भी समेट ले जाते लेकिन ऐसा नहीं था। सबकुछ ऐसा था मानो लूट दिखाने की कोशिश की गई हो।

7. डबल मर्डर में हत्यारे तीन मोबाइल भी ले गए। जबकि घर में इधर-उधर पड़े सात अन्य हैंडसेट को छुआ तक नहीं। मानो उन्हें पता था कि कौन से हैंडसेट उनका पोल खोल सकते हैं।

8. किचन में तीन कप और ग्लास से इस संभावना को बल मिलता है कि रात के वक्त अंदर कोई और भी था। दाई सारे बर्तन धुल कर जा चुकी थी। संभवत: देर रात पति-पत्‍‌नी और उस तीसरे शख्स ने चाय-पानी किया।

9. यदि घर में कोई तीसरे शख्स की मौजूदगी मान ली जाए तो तस्वीर और साफ हो जाती है। क्योंकि यही व्यक्ति दरवाजा खोल अपने कुछ लोगों को आसानी से एंट्री करा सकता है।

10. डबल मर्डर को किसी एक ने अंजाम दिया, इसकी संभावना भी कम है क्योंकि यदि पति या पत्नी में से किसी एक पर अटैक किया जाए तो दूसरे के जगने की संभावना है। लेकिन दोनों पर दो या दो से ज्यादा लोग एक साथ अटैक करें तो बिना शोर-शराबा उन्हें मौत की नींद सुलाया जा सकता है।

बेड पर गहरी नींद सो रहे दम्पत्ति का मर्डर हुआ। शायद घर में कोई पहले से मौजूद था। या फिर रात में कोई चोरी दाखिल हुआ। हर संभावना की जांच की जा रही है। तीन मोबाइल जो गायब हैं वो स्विच ऑफ है। उनसे शायद कुछ सुराग मिले। दो ड्राइवर और नौकरानी से पूछताछ की जा रही है। हम जल्दी ही हत्यारे को खोज निकालेंगे।

-हेमंत कुटियाल, एसपी सिटी

Posted By: Inextlive