सांप की दहशत से रेलवे की सांसत
- छावनी स्टेशन पर सांप की दहशत
- वन विभाग के उदासीन रवैये के चलते परेशान हैं कर्मचारी GORAKHPUR : छावनी स्टेशन पर अजगर की दहशत बरकरार है। आरपीएफ पोस्ट पर तैनात प्रभारी, सब इंस्पेक्टर और सिपाही सब डरे-सहमे रहते हैं। गुरूवार की रात अजगर निकलने के बाद से आरपीएफ ने वन विभाग को पत्र लिखकर सांप पकड़ने की गुहार लगाई है, लेकिन वन विभाग ने कार्रवाई नहीं की। छावनी स्टेशन पर तैनात स्टेशन अधीक्षक श्रीराम श्रीवास्तव बताते हैं कि इससे पहले भी कई विषैले सांप निकल चुके हैं। केस वन छावनी स्टेशन के आरपीएफ पोस्ट पर तत्कालीन प्रभारी दिमाग सिंह अपने बैरक में सो रहे थे। तभी अचानक 5-6 फुट के अजगर ने उन्हें जकड़ लिया। एक हफ्ते तक वे ट्रामा में रहे। इस घटना के बाद बैरक के बाहर साफ-सफाई भी कराई गई। केस टूछावनी स्टेशन स्थित बुकिंग हॉल में तैनात एक महिला कर्मचारी को विषैला सांप दिखा। उसकी सूचना स्टेशन अधीक्षक को दी गई। कुछ देर बाद वह सांप कहीं गायब हो गया। काफी देर तक रेलवे कर्मचारी उसे ढ़ूढ़ते रहे, लेकिन वह मिला नहीं। महिला कर्मचारी ने पांच दिन की छुट्टी ले ली क्योंकि वह काफी डर गई थी।
सांप पकड़ने में हैं असमर्थसांपों को पकड़ने के लिए वन विभाग के पास कोई इंतजाम नहीं है। वन विभाग के डीएफओ डॉ। जर्नादन शर्मा बताते हैं कि उनकी टीम केवल तेंदुआ, बंदर या फिर भालू जैसे जीव ही पकड़ सकती है। किसी भी प्रकार के सांप या फिर कोई अन्य जीव-जंतु पकड़ने में असमर्थ हैं।
सांप से किसको डर नहीं लगता। अजगर निकलेगा तो कोई भी डर जाएगा। वन विभाग को फोन करो तो कोई सुनता ही नहीं। कई बार बुलाने के बावजूद कोई नहीं आता। श्रीराम श्रीवास्तव, स्टेशन अधीक्षक, छावनी स्टेशन छावनी स्टेशन पर सांप की सूचना मिली थी। इसके लिए वन विभाग के कर्मचारियों को भेजा गया था। डॉ। जर्नादन शर्मा, डीएफओ, वन विभाग