बड़े नोट पर बेकाबू हुए रेलकर्मी
- जंक्शन के जनरल टिकट काउंटरों पर बड़े नोट देने वाले पैसेंजर्स को नहीं मिला टिकट
- पैसेंजर्स के विरोध करने पर गाली-गलौज व मारपीट पर उतर गए रेलवे कर्मचारी - दो घंटे अधिकारियों के पास चक्कर काटने के बाद भी नहीं दर्ज की गई पैसेंजर्स की शिकायतGORAKHPUR: हजार व पांच सौ के नोट बंद होते ही जहां पूरे शहर में फुटकर को लेकर मारामारी मची हुई है, वहीं पैसेंजर्स सुविधा का दावा करने वाला रेलवे पूरी तरह गुंडई पर उतर गया। जंक्शन पर बने जनरल टिकट काउंटरों से लेकर एटीवीएम मशीनों पर तैनात कर्मचारी पैसेंजर्स द्वारा टिकट के लिए बड़ी नोट देने पर सीधा गाली-गलौज पर उतर आए। इससे हजार व पांच सौ के नोट लेकर आने वाले पैसेंजर्स को ट्रेन का टिकट नहीं मिला है। इतना ही नहीं बुधवार को इस वजह से यहां जंक्शन पर सैकड़ों पैसेंजर्स की ट्रेन छूट गई और वे अपने घर वापस चले गए। पैसेंजर्स ने जब इसका विरोध किया तो कर्मचारी ने अभद्र व्यवहार भी किया। स्थिति गाली-गलौज व मारपीट तक पहुंच गई। बाद में अन्य पैसेंजर्स ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया।
कर्मचारियों ने छिना पैसेंजर का मोबाइलजब कुछ पैसेंजर्स रेलवे कर्मचारियों की इस करतूत की रिकार्डिग करने लगे तो यह देख कर्मचारियों ने पैसेंजर का मोबाइल आदि सामान छीन लिया। देखते ही देखते जनरल टिकट काउंटर के स्टॉफ सहित एटीवीएम मशीनों पर तैनात सभी रेलवे कर्मचारी इक्ठ्ठा हो गए और पैसेंजर को बंधक बना लिया। इस दौरान कर्मचारी पैसेंजर के साथ अभद्र व्यवहार करते हुए कहने लगे कि तुमने हम लोगों की बात रिकार्ड की है। पहले इसे मोबाइल से डिलीट करो, तभी जाने देंगे। काफी देर तक कहासूनी होने के बाद लोगों के बीच-बचाव से पैसेंजर को कर्मचारियों के चंगुल से मुक्त कराया गया।
अब इस नोट का अचार डालेंगे क्या रेलवे स्टेशन पर टिकट के लिए परेशान पैसेंजर्स को टिकट काउंटर के बुकिंग कर्ल्क यह कहकर वापस कर देते कि अब इन नोटों के बंद होने के बाद हम लोग क्या इसका आचार डालेंगे। पैसेंजर्स का आरोप है कि जब इसका विरोध किया गया तो बुकिंग र्क्लकों ने उनके साथ अभद्र व्यवहार करते हुए गाली-गलौज भी किया। इससे नाराज पैसेंजर्स ने रेल अधिकारियों ने भी इसकी शिकायत की। बावजूद इसके पैसेंजर्स की समस्याओं का कोई हल नहीं निकाला जा सका। क्यों दर्ज करें शिकायतइतना ही नहीं इन सब के बाद जब पैसेंजर्स इस पूरे मामले की शिकायत करने जंक्शन पर स्थित यात्री मित्र ऑफिस पहुंचे तो कर्मचारियों ने उन्हें यह कहकर शिकायत दर्ज करने से मना कर दिया कि कोई तुम लोगों का हाथ-पैर तो नहीं टूटा है। कर्मचारियों से थोड़ी-बहुत नोक-झोंक होने की शिकायत यहां नहीं दर्ज की जाती। अगर तुम लोगों को कोई मारकर हाथ-पैर तोड़ दिया होता तो शिकायत दर्ज होती।
एरिया मैनेजर ने भी लौटाया इसके बाद परेशान पैसेंजर्स ने एरिया मैनेजर राजीव सेठ से संपर्क किया। एरिया मैनेजर ने इसके लिए स्टेशन मैनेजर को निर्देशित भी किया। बावजूद इसके स्टेशन मैनेजर द्वारा तमाम औपचारिकताओं का पाठ पढ़ाकर पैसेंजर को लौटा दिया। इस बीच करीब दो घंटे तक अधिकारियों के पास चक्कर काट रहे पैसेंजर्स की ट्रेन आ गई और वह बिना कंप्लेन दर्ज कराए ही ट्रेन में बैठकर निकल गए। वर्जन ------------ फिलहाल इस तरह का कोई मामला मेरे संज्ञान में नहीं आया है। अगर पैसेंजर्स इसकी शिकायत करते हैं तो इसकी जांच कराकर सख्त कार्रवाई की जाएगी। संजय यादव, सीपीआरओ, एनई रेलवे ---------- मुझे लुधियाना जाना है, धर्मशाला वाले गेट पर बने टिकट काउंटर पर टिकट मांगने पर कर्मचारियों ने बोला कि इस नोट का क्या हम लोग अचार डालेंगे। अब यह नोट बंद हो गया है। चेंज पैसा लेकर आओ। विरोध करने पर बुकिंग र्क्लकों ने गाली-गलौज व अभद्र व्यवहार भी किया। विक्की गुप्ता, पैसेंजर---------
मुबंई जाने के लिए टिकट चाहिए, तीन घंटे से परेशान हूं। सभी टिकट काउंटरों से यह कहकर भगा दिया जा रहा है कि फुटकर पैसा लेकर आओ तभी टिकट मिलेगा। यह नोट अब बंद हो चुका है। एटीवीएम मशीनों के कर्मचारियों ने गाली गलौज भी किया।
भूरेनाथ यादव, पैसेंजर